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जाना था जबलपुर और निकल पडे मुंबई की तरफ

भयभित हुई युवतियों को आरपीएफ के जवानों ने किया सहयोग

* दोनों को पहुंचाया परिवार तक
नागपुर/दि.15– गरीबी से परेशान होकर रोजगार की तलाश के लिए दोनों बहनों ने अपना गांव छोड दिया. उन्हें जबलपुर जाना था लेकिन मानसिक अवस्था में यह बहनें मुंबई जानेवाली ट्रेन में बैठ गई. काफी दूरी तक पहुंचने के बाद उन्हें दूसरी ट्रेन में बैठ जाने का एहसास हुआ और वे भयभित हो गई. इस कारण वह बीच में एक रेलवे स्टेशन पर उतर गई. तभी उन्हें पुलिस ने कब्जे में लिया और पूछताछ की. रेलवे सुरक्षा दल के जवानों ने उनका ध्यान रखते हुए परिजनों से संपर्क किया. दो नाबालिग बहनों की यह घटना परिवार के लिए सबक साबित हुई है.
मध्य प्रदेश के अनुपपुर गांव के पास रहनेवाली यह दोनों बहने गरीबी के कारण परेशान हो गई थी. बडे शहर में जाकर अच्छा रोजगार देखना और परिवार का पालनपोषण करना, ऐसा विचार कर इन दोनों ने सोमवार को किसी को कुछ न बताते हुए अपना गांव छोड दिया. वहां से वह जबलपुर जाने की तैयारी में ट्रेन में बैठ गई. लेकिन काफी समय होने के बावजूद ट्रेन जबलपुर स्टेशन पर रुकने के पूर्व दुसरे ही स्टेशनों पर स्टॉपेज कर रही थी. इस कारण दोनों बहने चिंताग्रस्त हो गई. इस कारण उन्होंने ट्रेन में बैठे अन्य यात्रियों से पूछताछ की तब उन्हें पता चला कि, वह मुंबई की तरफ जानेवाली ट्रेन में बैठ गई है. तभी यह ट्रेन वर्धा स्टेशन पर रुकी. दोनों बहने वर्धा में उतर गई और प्लेटफॉर्म नं. 2 पर बैठी थी. स्टेशन पर तैनात आरपीएफ जवानों ने उनसे पूछताछ की और पुलिस स्टेशन ले आए. आरपीएफ के जवानों ने चाईल्ड लाईन की सहायता से आस्थापूर्वक पूछताछ कर उनका नाम और पता पूछा और वैद्यकीय जांच भी कर ली.

* परिवार के सदस्यों की जान अधर में
दोनों बेटियां लापता होने से परिवार के सदस्य परेशान हो गए थे. आरपीएफ के जवानों ने इन दोनों बहनों के परिजनों से संपर्क कर संवाद किया और वर्धा बुलाकर उनके हवाले कर दिया. घर से लापता हुई दोनों बहने सकुशल मिलने से परिवार के सदस्यों ने राहत की सांस ली.

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