राज्य की सत्ता किसके हाथों में सौंपेगी जनता
कहीं काका भतीजा तो कहीं पिता-पुत्री चुनाव मैदान में
* 10 हाई प्रोफाइल सीटों पर राज्य की निगाह
मुंबई/दि.20 – आज विधानसभा चुनाव में डाले गये वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जायेगी. राज्य में महाविकास आघाडी व महायुति में सीधा मुकाबला दिखाई दिया. मनसे, वंचित बहुजन आघाडी आदि ने भी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे. जनता किसके हाथ में सत्ता सौंपती है. इस ओर सभी की निगाह लगी हुई है.
इस बार पुणे जिले की बारामती सीट से काका के खिलाफ भतीजा चुनाव मेैदान में कुछ माह पूर्व लोकसभा चुनाव में अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के चुनाव हारने के पश्चात सतत 8 बार विधायक रहे अजीत पवार यहां से चुनाव लड रहे है. उनके खिलाफ शरद पवार के पोते युगेन्द्र पवार को यहां से शरद पवार ने चुनाव लडने का अवसर दिया है. वही भाजपा नेता मुख्यमंत्री का चेहरा देवेन्द्र फडणवीस के खिलाफ कांग्रेस ने प्रफुल्ल गुडधे को चुनाव मैदान में उतारा है. नागपुर निर्वाचन क्षेत्र भाजपा का गढ है. देवेन्द्र फडणवीस संपूर्ण राज्य का दौरा कर रहे है. यहां उन्हें उनके होम ग्राउंड पर कांग्रेस के प्रफुल्ल गुडधे चुनौती दे रहे है.
राज्य के शिर्डी निर्वाचन क्षेत्र से राधाकृष्ण विखे पाटिल (भाजपा) उनके खिलाफ प्रभावती घोगरे (कांग्रेस) चुनाव लड रही है. राधाकृष्ण विखे पाटिल को परास्त करने यहां कांग्रेस ने अपनी ताकत लगा दी है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी यहां प्रभावती घोगरे के लिए प्रचार किया था., कोल्हापुर उत्तर से राजेश क्षीरसागर (शिवसेना), के खिलाफ राजेश लाटकर (निर्दलीय) चुनाव लड रहे है. कांंग्रेस की अधिकृत उम्मीदवार मधुरिमा राजे छत्रपति ने अपना नामांकन अंतिम क्षणों में पीछे लिया. जिसमें कांग्रेस को झटका लगा. उसके पश्चात कांग्रेस ने यहां निर्दलीय उम्मीदवार राजेश लाटकर को अपना समर्थन दिया. दूसरी ओर पूर्व विधायक राजेश क्षीरसागर यहां से फिर एक बार मैदान में है. इस निर्वाचन क्षेत्र पर सभी की निगाह लगी हुई है. इतना ही नहीं कांग्रेस नेता सतेज पाटिल की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र से सुहास कांदे (शिवसेना शिंदे गुट) के खिलाफ समीर भुजबल (निर्दलीय), गणेश धात्रक (शिवसेना ठाकरे) चुनाव लड रहे है. साल 2019 में विधानसभा चुनाव में सुभाष कांदे ने विभाजित न हुई राष्ट्रवादी के उम्मीदवार पंकज भुजबल को परास्त किया था. इस बार यह निर्वाचन क्षेत्र महाविकास आघाडी ने शिवसेना (उध्दव गुट) को दिया है. यहां से गणेश धात्रक उम्मीदवार है.
भोकर से तिरूपति कोंडेकर, (कांग्रेस) के खिलाफ जया चव्हाण (भाजपा ) चुनाव लड रही है. यहां पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. जया चव्हाण अशोक चव्हाण की बेटी है और वे पहली बार यहां से चुनाव लड रही है. कांगे्रस ने भी यहां से नया चेहरा तिरूपति कोंडेकर को चुनाव मैदान में उतारा है. अशोक चव्हाण के भाजपा में चले जाने के बाद उनके प्रति यहां नाराजगी है. अशोक चव्हाण अपनी बेटी को चुनाव जीताने के लिए दिन रात एक कर दिया था.
आष्टी निर्वाचन क्षेत्र से बालासाहब आजबे (राष्ट्रवादी अजीत पवार) के खिलाफ सुरेश धस (भाजपा), महबूब शेख (राष्ट्रवादी शरद पवार), भीमराव धोंडे चुनाव लड रहे है. बीड जिले की आष्टी विधानसभा सीट पर चौरंगी मुकाबला दिखाई दे रहा है. यहां खडे तीन उम्मीदवारों को महायुति का समर्थन है. महायुति ने यह सीट भाजपा के लिए छोडने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजीत पवार) ने अपनी पार्टी के बालासाहेब आजबे को यहां से टिकिट दी. वहीं पंढरपुर निर्वाचन क्षेत्र से समाधान आवतडे (भाजपा) के खिलाफ भगीरथ भालके (कांग्रेस), अनिल सावंत (राष्ट्रवादी शरद पवार) चुनाव लड रहे है. सोलापुर जिले की पंढरपुर विधानसभा सीट पर इस बार तिरंगी मुकाबला है.
कन्नड निर्वाचन क्षेत्र से उदयसिंग राजपुत (शिवसेना उध्दव ठाकरे) के खिलाफ संजना जाधव (शिवसेना एकनाथ शिंदे), हर्षवर्धन जाधव (निर्दलीय) चुनाव लड रहे है. कन्नड विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में पति पत्नी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड रहे है. मनसे के पूर्व विधायक हर्षवर्धन जाधव निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर तथा उनकी पत्नी भाजपा नेता रावसाहेब दानवे की बेटी संजना जाधव शिवसेना (शिंदे गुट) से उम्मीदवार है. शिवसेना (उध्दव ठाकरे) ने यहां से उदयसिंग राजपूत को उम्मीदवारी दी है. विदर्भ की अहेरी विधानसभा से धर्मरावबाबा आत्राम (राष्ट्रवादी अजीत पवार ), उनके खिलाफ भाग्यश्री आत्राम (राष्ट्रवादी शरद पवार ) चुनाव लड रही है. गडचिरोली जिले की इस विधानसभा सीट से धर्मरावबाबा आत्राम की बेटी भाग्यश्री उनके खिलाफ चुनाव लड रही है. जिसमें सभी की निगाह यहा टिकी हुई है.