पाकिस्तान को भारत में शामिल करो, सैनिक कम पडे तो मैं खुद लडने को तैयार
भारत-पाक युद्ध पर पूर्व मंत्री बच्चू कडू के बयान की चर्चा

अमरावती/दि.13 – भारत व पाकिस्तान के बीच तीन दिनों तक तीव्र संघर्ष हुआ और पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर अंतर्गत पाक अधिकृत कश्मीर सहित पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकाणों को तबाह कर दिया. इस कार्रवाई में कई आतंकवादी भी मारे गए. वहीं अब दोनों देशों के बीच सीजफायर लागू हो गया है. जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए प्रहार जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष बच्चू कडू ने कहा कि, पाकिस्तान हमेशा से ही भारत के लिए सिरदर्द रहा है और हर बार छिपकर वार करता है. अत: समस्या का स्थायी समाधान करते हुए पाकिस्तान को एक बार फिर भारत में शामिल कर लिया जाना चाहिए. इस काम के लिए यदि सैनिक कम पडते है, तो वे खुद और प्रहार पार्टी के कार्यकर्ता सीमा पर जाकर लडने के लिए तैयार है. ऐसे में अब पूर्व मंत्री बच्चू कडू द्वारा दिए गए इस बयान की अच्छी-खासी चर्चा चल रही है.
* पवार काका-भतीजे कभी अलग ही नहीं थे
इस समय पवार परिवार तथा राकांपा के दोनों गुट दुबारा एक साथ आने की चर्चा चल रही है, इस अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने कहा कि, यदि ऐसा होता भी है तो इससे जनता की कौनसी भलाई होनेवाली है. साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया कि, शरद पवार व अजीत पवार का अलग-अलग रहना संभव ही नहीं है. वे दोनों एक साथ ही थे. लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए मीडिया और जनता को दिखाने हेतु उन्होंने राकांपा के दो अलग-अलग गुट बना रखे थे. ताकि एक गुट सत्तापक्ष के साथ रहे और दूसरा गुट विपक्ष में रहते हुए संतुलन साधे.
* 2 जून से हमारा आंदोलन शुरु होना तय
इसके साथ ही पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, 2 जून से प्रहार जनशक्ति पार्टी का आंदोलन शुरु होगा तथा 3 जून को बारामती में उनकी सभा होगी. जिसके पश्चात 3 जून को पंकजा मुंडे, 4 जून को बालासाहब पाटिल, 5 जून को संजय राठोड के घर के सामने आंदोलन किया जाएगा और 7 जून को शिवराज्याभिषेक वाले दिन नागपुर की ओर कूच करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निवासस्थान के सामने मुक्कामी आंदोलन किया जाएगा.
* किसान कर्जमाफी पर हमारी भूमिका अडिग
पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, महायुति के नेताओं ने कोविडकाल में जमकर थालियां बजाई थी. ऐसे में उन्हें इसी बात की याद दिलाने हेतु हम भी उन नेताओं के घरों के सामने किसान कर्जमाफी की मांग को लेकर थाली बजाते हुए आंदोलन करेंगे. क्योंकि महायुति के नेता किसान कर्जमाफी को लेकर किए गए अपने वायदे को सुविधापूर्ण तरीके से भूल गए है और जनता को बेवकुफ बना रहे है. इस मांग को लेकर समय पडने पर हम अपने खिलाफ अपराध दर्ज करवाते हुए अदालत भी जाएंगे.
* लाडली बहनों के साथ ही किसानों को भुली सरकार
इसके अलावा पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, महायुति ने दुबारा सरकार बनने पर लाडली बहनों को प्रति माह 2100 रुपए देने की बात कही थी. लेकिन अब भी 1500 रुपए प्रति माह ही दिए जा रहे है. इसी तरह सरकार द्वारा किसानों सहित दिव्यांगों की भी अनदेखी की जा रही है. जिसे कदापी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.