अमरावती/दि.23– जिले के 18 सरकारी आईटीआई मेें 5008 तथा 14 निजी आईटीआई में 1552 सीटे है. इस तरह से जिले की कुल 32 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में 6562 सीटें अलग-अलग ट्रेड के तहत उपलब्ध है. इसमें से अमरावती के सरकारी आईटीआई में 30 अलग-अलग ट्रेड हेतु 1235 सीटें उपलब्ध है. जहां पर अब तक 923 विद्यार्थियों का प्रवेश हो चुका है. जिसमें 282 छात्राओं का समावेश है. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस बार कई छात्राओं ने शारीरिक मेहनत के हिसाब से थोडे भारी भरकम माने जाते हेवी ट्रेड में भी प्रवेश लिया है. उल्लेखनीय है कि, इन दिनों सभी औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर काफी अधिक बढ गए है. जिसके चलते पढाई पूरी करते ही रोजगार की गारंटी देने वाले आईटीआई में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ रही है.
बता दें कि, स्वयं रोजगार के लिए कौशल्य आधारित आईटीआई पाठ्यक्रमों को काफी हद तक सक्षम माना जाता है. कम कालावधि में कौशल्य आधारित शिक्षा व प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद नौकरी के अवसर उपलब्ध होने की संभावनाओं के चलते 10 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद कई विद्यार्थी आईटीआई पाठ्यक्रम की ओर आते है. पहले आईटीआई का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों मेें छात्रों का प्रमाण अधिक हुआ करता था. वहीं अब छात्राएं भी बडी संख्या में आईटीआई पाठ्यक्रमों की ओर आकर्षित हो रही है. साथ ही साथ रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए कई छात्राएं आईटीआई के हेवी ट्रेड में भी प्रवेश ले रही है. जारी शैक्षणिक सत्र हेतु आईटीआई में प्रवेश की प्रक्रिया 12 जून से शुरु हुई थी. जो आज 23 सितंबर को खत्म हुई. इस दौरान करीब 99 फीसद सीटों पर प्रवेश हो चुके है. वहीं अब इसके उपरान्त रिक्त रहने वाली सीटों पर प्रतीक्षा सूची में रहने वाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा.
* मैकेनिक ट्रेड में भी छात्राओं का प्रवेश
आईटीआई में 30 फीसद सीटें लडकियों के लिए आरक्षित होती है. इस बार सरकारी आईटीआई में लडकियों हेतु आरक्षित 441 सीटों में से 242 सीटों पर छात्राओं का प्रवेश हो चुका है. इसमें विशेष उल्लेखनीय है कि, कई छात्राओं ने मैकेनिकल जैसे हेवी ट्रेड में भी प्रवेश लिया है.
* सभी ट्रेड में छात्राएं उत्सुक
अभियांत्रिकी, मशीनिस्ट, फिटर, मोटर वैहिकल मैकेनिक, डिजल मैकेनिक, इलेक्ट्रीशियन, वायरमैन, टर्नर व वेल्डर जैसे सभी ट्रेड में छात्राओं का प्रवेश हुआ है.
* गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष छात्राओं के प्रवेश का प्रतिशत बढा है. रोजगार के अवसरों को देखते हुए इन दिनों तकनिकी व अभियांत्रिकी शिक्षा की ओर छात्राओं का रुझान लगातार बढ रहा है.
– संजय बोरकर,
प्राचार्य, सरकारी आईटीआई