‘खातिर कर लै नई गुजरिया रसिया ठाडो तेरे द्बार ’
गोवर्धन हवेली मंदिर में फाग रसिया
* पूज्य बहूजी के रसिया पर महिला वैष्णव ने लिया आनंद
अमरावती/दि.19– रॉयली प्लॉट स्थित गोवर्धन नाथ हवेली मंदिर में रविवार को पूज्य श्री कल्याण रायजी महाराज की आत्मजा पू. शोभा राजा बेटी जी के पावन सानिध्य में श्री ठाकुरजी को अति प्रिय वसंत -धमार-फाग रसिया महोत्सव में पूज्य बेटीजी ने सुंदर वाणी से रसिया गान किया. सभी महिला वैष्णवों ने खूब आनंद लिया. बहुत पुष्पवृष्टि करके फाग का आनंद लिया. अभी होली तक नित्य फाग रसिया का गान और प्रस्तुति होगी. हवेली मंडल ने वैष्णवों से लाभ लेने का अनुरोध किया है.
हवेली सत्संग मंडल और वल्लभी वैष्णव समाज द्बारा आयोजित होरी रसिया में पूज्य बेटीजी ने होरी के विविध भजन रसिया गाकर सभी को मोहित कर दिया. कुछ बानगी देखिएं ‘ होरी खेलन पधारों श्री बृंदावनमैं, श्याम खेलन पधारो श्रीबृंदावनमैं… खातिर कर लै नई गुजरिया, रसिया ठाडो तेरे द्बार…., स्याम रंग चढि जाए जा दिना, है जाय बेडा पार…’ . सभी वैष्णव झूम उठे थे, रसिया में मुग्ध हो गये थे. राजूभाई पारेख ने डफ बजाया. मुकेशभाई श्राफ, राजूभाई धानक, हितेशभाई राजकोटिया सभी कोरस में साथ देने का प्रयास किया. हवेली में मानों ब्रज साकार हो गया. सैकडों की संख्या में वैष्णव बंधु भगिनी रसिया में उमड कर सभी ने पूज्य बेटीजी के मुखारविंद से प्रस्तुत रसिया गीत का आनंद लिया. हर कोई मुग्ध होकर अपने स्थान पर ही थिरक उठा था. बाल गोपाल भी आनंद लेते दिखाई पडे.
इस अवसर पर ज्योति बेन गगलानी, रेखा बेन जडिया, कविता धाबलिया, शंकुतला दम्मानी, काश्मीरा सेठ, स्मिता पच्चीगर, रंजन जसापारा, सरला शाह, शिल्पा पारेख, पूर्वी गगलानी, नैना पारेख, मेघना पारेख, ज्योति ठक्कर, नेहा हिंडोचा, नीलम पच्चीगर, लता राठी, निशा तन्ना, माधुरी सादानी, भावना जडिया, मंगल राठी, नम्रता मालवीय, मानसी जनानी, दीप्ती पलेजा, हंसा सापरिया, हंसा मणियार, मीना सोमानी, राखी खंधेडिया, निशा खंधेडिया, उषा वर्मा, रीमा तन्ना, वैशाली मायानी, रक्षा सोनी, पुष्पा अटल, दीपाली करवा, हेतल हिंडोचा, माधुरी माघानी, छाया दम्माणी, वंदना दम्मानी, पन्ना आडतिया, मीनाक्षी आडतिया, मधुकांता पारेख, जयमाला चितलांगे, भारती साहू, पुष्पा खंडेलवाल, रीता रायचुरा, निर्मला, हेमा बंग, सोनल जवेरी, शशि मूंधडा, सूरज डागा, सुभद्रा भैया, कल्पना पच्चीगर, ममता पारेख, गीता लोहाना, लीना लोहाना, इला पडिया आदि सहित वैष्णवों की बडी संख्या में उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही.