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लंपी डीसीज को रोकेगी मिनी मंत्रालय की फौज

14 अधिकारियों को सौंपा जायेगा एक-एक तहसील का पालकत्व

सीईओ अविश्यांत पंडा ने जारी किया आदेश
अमरावती-दि.17 जिले में लंपी स्कीन डीसीज नामक बीमारी का गाय व बैल जैसे जानवरों में प्रभाव लगातार बढता जा रहा है. जिसे नियंत्रित करने हेतु जिला परिषद ने 14 अधिकारियों को एक-एक तहसील का पालकत्व सौंपते हुए उनकी नियुक्ति संबंधित तहसीलों के पालक अधिकारी के तौर पर की है. इसे लेकर गत रोज ही जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा द्वारा आदेश जारी किया गया.
बता दें कि, जिले के जानवरों में लंपी स्कीन डीसीज का प्रादुर्भाव बढने के चलते जिलाधीश पवनीत कौर ने प्राणियों में संक्रमण व संक्रामक रोग प्रतिबंधक नियंत्रण अधिनियम 2009 को जिले में लागू कर दिया है. साथ ही जिले में पशुधन को संक्रमण से बचाने हेतु विविध प्रतिबंधात्मक उपाय करने के निर्देश भी जारी कर दिये है. जिसके अनुसार जिला परिषद के पशु संवर्धन विभाग के मार्फत जिले के ग्रामीण इलाकों में पशुपालकों को जागरूक करने के साथ ही संक्रमित जानवरों का इलाज व टीकाकरण किया जा रहा है. साथ ही अब लंपी स्कीन डीसीज को फैलने से रोकने हेतु जिला परिषद के 14 अधिकारियों को तहसीलनिहाय पालक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही सभी पंचायत समितियों के पंचायत व स्वास्थ्य विस्तार अधिकारियों की समिती को भी अपने-अपने तहसील क्षेत्र पर नजर रखनी होगी.

* एडिशनल सीईओ को रखना होगा नियंत्रण
तहसील पालक अधिकारियों को पंचायत समिती के विस्तार अधिकारी के जरिये पशुधन विकास अधिकारी से लंबी प्रतिबंधक वैक्सीन की मांग करते हुए आपूर्ति व नियोजन के संदर्भ में ध्यान देना होगा. साथ ही संक्रमणग्रस्त क्षेत्र से पांच किमी के दायरे में आनेवाले गांवोें में जानवरों का टीकाकरण करने हेतु वैक्सीन की उपलब्धता तथा भविष्य की मांग को लेकर विशेष ध्यान रखना होगा. इसके साथ ही समिती को तहसील के साथ सतत संपर्क रखते हुए उस स्थान पर नियमित भेंट देनी होगी. इन सभी 14 पालक अधिकारियों के कामकाज पर नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संतोष जोशी पर सौंपी गई है.

* किस की ओर कौनसी तहसील
जिला ग्रामीण विकास विभाग की प्रीति देशमुख को तिवसा, डेप्युटी सीईओ तुकाराम टेकाडे को नांदगांव खंडेश्वर, श्रीराम कुलकर्णी को अचलपुर, कैलाश घोडके को धारणी, प्रवीण सिनारे को धामणगांव रेल्वे, डीएचओ डॉ. दिलीप रणमले को चिखलदरा, माध्यमिक शिक्षाधिकारी प्रफुल कचवे को भातकुली, प्राथमिक शिक्षाधिकारी प्रिया देशमुख को अमरावती, प्रभारी कृषि विकास अधिकारी लहुदास आडेकर को दर्यापुर, निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय वाठ को चांदूर रेल्वे, जिला जल व मृदा संधारण अधिकारी सुनील जाधव को मोर्शी, ग्रामीण जलापूर्ति के कार्यकारी अभियंता राजेंद्र सावलकर को वरूड, समाजकल्याण अधिकारी राजेंद्र जाधव को अंजनगांव सूर्जी तथा जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. पुरूषोत्तम सोलंके को चांदूर बाजार तहसील का पालकत्व सौंपा गया है.
* जिले में 550 जानवर लंपी स्कीन डीसीज से संक्रमित
– 3 जानवरों की हुई मौत, 270 जानवर हुए संक्रमण मुक्त
जिले में विगत कई दिनों से जानवरों में लंपी स्कीन डीसीज नामक बीमारी तेजी से फैल रही है और अब तक अमरावती जिले के 505 जानवर इस बीमारी की चपेट में आ चुके है. जिनमें से तीन जानवरों की इस बीमारी के चलते मौत हो चुकी है. वहीं 270 जानवर समूचित इलाज के बाद संक्रमण मुक्त हो चुके है. इस आशय की जानकारी जिला पशुसंवर्धन विभाग द्वारा दी गई है. साथ ही बताया गया है कि, इन बीमारी के संक्रमण को रोकने हेतु संक्रमण की चपेट में रहनेवाले 14 गांवों के साथ ही आसपास स्थित गांवों में युध्द स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा जिले के अन्य ग्रामीण इलाकों में भी जानवरों के स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.

* मेलघाट में टीकाकरण को लेकर आ रही दिक्कतें
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के धारणी व चिखलदरा में ही सबसे पहले लंपी स्कीन डीसीज का संक्रमण फैला था. जिसे रोकने हेतु पशु संवर्धन विभाग ने तुरंत एक्शन में आते हुए टीकाकरण अभियान शुरू किया. लेकिन आदिवासी बहुल मेलघाट क्षेत्र के आदिवासियों व ग्रामीणों में दैवीय प्रकोप को लेकर बडे पैमाने पर अंधश्रध्दा व्याप्त है. ऐसे में वे इस बीमारी को दैवीय प्रकोप मानते हुए अपने जानवरों का इलाज करवाने की बजाय उनकी झाड-फूंक करवा रहे है. साथ ही टीकाकरण हेतु गांव पहुंचनेवाले पशु संवर्धन एवं पशुधन विकास अधिकारियों के साथ हुज्जतबाजी भी कर रहे है.

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