* परिसर में नजर आए पैरों के निशान
तिवसा/दि.18 – कुर्हा परिसर में विगत दो दिनों से तेंदुए का आतंक व्याप्त है. इस तेेंदुए ने पहले दिन गाय के बछडे की शिकार करने की घटना उजागर हुर्ई. वहीं रविवार को भारसवाडी में फिर एक बार इसी तेंदुए ने खेत में बांधी गई गाय का शिकार किया है. 48 घंटों ेमं तेंदुए ने दो घटनाओं को अंजाम देने से क्षेत्र में भय का माहौल व्याप्त है.
तहसील के भारसवाडी गुट क्रमांक 44/ 4 के किसान मयूर रोकडे के खेत में जानवरों का तबेला है. जहां शनिवार की रात 6 साल की गाय का तेंदुए ने शिकार किया. यह घटना 15 नवंबर को उजागर हुई. परिसर में तेंदुए द्बारा जानवरों पर हमले की घटना से नागरिकों में भय व्याप्त है.
विगत 3-4 वर्षो से परिसर के जंगल में तेंदुए का संचार देखने मिल रहा है. धामंत्री व आखतवाडा में कई बार तेंदुए ने अपना पेट भरने के लिए जानवरों का शिकार किया है. अब यह तेंदुए भारसाकडी की ओर बढने से नागरिकााों की चिंताए और बढी है. एक तरफ जहां तेेंदुआ जानवरों की शिकार कर रहा है. वही दूसरी ओर किसान अपने गोंधन को कैसे बचाएं, इस बात को लेकर चिंतित है. घटना की जानकारी वन विभाग को दी है. वनरक्षक जी.डी. जाभे व कर्मचारियों ने पंचनामा किया.
* मिले तेंदुएं के पैरों के निशान
भारसवाडी परिसर में जिस तेंदुए ने गाय की शिकार किया था. उस तेंदए के परिसर में पैरों के निशान पाए गये हैं. इस मामले की वन विभाग जांच कर रहा है. नागरिकों ने रात के समय अकेले घर से बाहर न निकलने, सुरक्षा की दृष्टि से हाथों में लकडी लेकर चले और सावधानी बरते.
एस.डब्ल्यू घोरमाडे
वनपाल तिवसा