अमरावती/दि.29 – आर्थिक रुप से कमजोर एवं पिछडा वर्गीय विद्यार्थियों की पढाई-लिखाई में कोई बाधा न आए, इस हेतु समाज कल्याण विभाग के मार्फत जगह-जगह पर छात्रावास चलाए जाते है. जिसके तहत अमरावती जिले में कुल 24 छात्रावास संचालित किए जा रहे है. जिसमें से 6 छात्रावास किराए की इमारतों में चलाए जा रहे है. जिनमें कुछ हद तक सुविधाओं का अभाव रहने के चलते इन छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को कुछ प्रमाण में काफी परेशानियों व दिक्कतों का सामना करना पड रहा है.
घर की कमजोर आर्थिक स्थिति के चलते कई विद्यार्थी शिक्षा के मूलभूत अधिकार से वंचित रह जाते है. ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रवाह में लाने हेतु समाज कल्याण विभाग द्बारा छात्रावास चलाए जाते है. जहां पर पढाई-लिखाई करने वाले बच्चों के भोजन व निवास की नि:शुल्क व्यवस्था की जाती है. जिले में छात्रों हेतु 11 छात्रावास है. जिनकी क्षमता 1525 छात्रों की है.
साथ ही छात्राओं के लिए 13 छात्रावास है. जिनकी प्रवेश क्षमता 1465 है. इन कुल 24 छात्रावासों में से 18 छात्रावास की इमारतें समाज कल्याण विभाग द्बारा अपनी जगह पर बनाई गई है. जहां पर विद्यार्थियों को सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध होती है. वहीं 6 छात्रावास किराए की इमारतों में चलाए जा रहे है. इन इमारतों का निर्माण छात्रावास शुरु करने के हिसाब से नहीं किया गया था. बल्कि किसी अन्य काम के लिए तैयार इन इमारतों को खाली पडी रहने की वजह से छात्रावास हेतु किराए पर दिया गया. जिसके चलते इन इमारतों में बने छात्रावासों में विद्यार्थियों के लिहाज से सुविधाएं अपेक्षाकृत थोडी कम है.
* कहां हैं किराए वाले 6 छात्रावास
समाज कल्याण विभाग के 6 छात्रावास किराए की इमारतों में चलाए जा रहे है. जिनमें तिवसा, अचलपुर, वरुड, दर्यापुर, धारणी व अमरावती के एक-एक छात्रावास का समावेश है.
* सभी छात्रावासों में सुरक्षा पर विशेष ध्यान
समाज कल्याण विभाग के सभी छात्रावासों में बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी दर्ज की जाती है. साथ ही अधिकांश छात्रावासों के परिसरों में सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाती है.
* यह सुविधाएं है उपलब्ध
– पानी
छात्रावासों में पीने हेतु साफ-सुथरे पानी की सुविधा रहना बेहद जरुरी है. परंतु कुछ छात्रावासों में पीने के पानी की समस्या है.
– भोजन
छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को दो समय भोजन व चाय-नाश्ता उपलब्ध कराया जाता है. जिनकी गुणवत्ता को लेकर समय-समय पर जांच की जाती है.
– स्वच्छता
समाज कल्याण के छात्रावासों की इमारतों में काफी हद तक साफ-सफाई दिखाई देती है. परंतु किराए की इमारत में चलने वाली छात्रावासों में साफ-सफाई का कुछ हद तक अभाव रहता है.
– भत्ता
समाज कल्याण विभाग द्बारा संचालित छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को जिलास्तर हेतु 600 रुपए तथा तहसील स्तर हेतु 500 रुपए का भत्ता दिया जाता है. साथ ही छात्राओं को इस भत्ते के अलावा 100 रुपए का अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है.
* लडकों के 11 व लडकियों के 13 छात्रावास
जिले में समाज कल्याण विभाग की ओर से चलाए जाने वाले छात्रावासों की संख्या 24 है. इसमें से लडकों के 11 व लडकियों के 13 छात्रावास है.