भाजीबाजार के श्री लक्ष्मीनारायण संस्थान में सबेरे से उमडे श्रद्धालु
अमरावती/दि. 18– भाजीबाजार के प्रसिद्ध श्री लक्ष्मीनारायण संस्थान के सैकडों वर्ष पुरातन देवालय में आज बडे सबेरे से भाविकों का रेला उमडा. आज का दिन श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण होता है. भाविकों को भगवान लक्ष्मीनारायण की काले पत्थर की दिव्य प्रतिमा को अपने हाथों से माखन, घृत, दही लगाने का अवसर मिलता है. सैकडों लोगों ने मंदिर के गर्भगृह में नियमों का संपूर्ण पालन करते हुए उत्साह और श्रद्धापूर्वक माखन लेपन किया. बेशक मातृशक्ति की संख्या अधिक रही. अनेक श्रद्धालुओं ने अपने जीवनसाथी के संग बडी उमंग से भगवान को माखन लगाकर धर्मलाभ लिया.
पंडित सुधाकर पोफली, पंडित राहुल वाठोडकर ने बताया कि, आज की पूजा को प्रक्षालपूजा कहते हैं. भगवान चार माह तक शयन करते हैं. अत: आज की तिथि कार्तिक कृष्ण द्वितीय के दिन यह अवसर भाविकों को प्राप्त होता है कि, वे अपने हाथों से भगवान को माखन का लेपन कर सकते हैं.
इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत देशपांडे, उपाध्यक्ष विलास इंगोले, सचिव कौस्तुभ लवाटे, सहसचिव माधव पांडे, कोषाध्यक्ष रवींद्र जोध, सहकोषाध्यक्ष किशोर जोशी (दिवंगत), ट्रस्टी डॉ. गिरीश बनसोड, पांडुरंग उंडे, अरुण केवले, गोपाल बियानी, उमेश आसरकर, दिनकर धोंगडी, चंद्रकांत अग्रवाल, गोविंद कविमंडन, किरण हातगांवकर के साथ भाविक श्रीकिसन व्यास, किशोर कपिले, मंगेश बिजवे, धनंजय बिजवे, संजय कपूर, संजय बुरंगे, प्रा. शिवकुमार बैस, सुरेश चव्हाण, राधा लेंघे, कन्हैया गोयल, राजू रायकवार, श्यामसुंदर जोशी, संजय गुप्ता, सोहन वैष्णव, बाबूलाल उपाध्याय आदि अनेक की उपस्थिति रही. महाआरती पश्चात बूंदी की प्रसादी दी गई.