अमरावती/दि.23– प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना के पोर्टल का अपडेशन जारी रहने के दौरान विगत 3 माह से इस योजना के तहत लाभार्थियों का पंजीयन बंद था. वहीं पोर्टल के अपडेशन का काम पूरा हो जाने के चलते अब इस योजना के तहत पंजीयन का काम दुबारा शुरु हो गया है.
बता दें कि, इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को 3 चरणों में 5 हजार रुपए दिए जाते है. गर्भवती रहने के दौरान व प्रसूति पश्चात पहले बच्चे के लिए माता को विश्राम मिले और उनकी रोजंदारी का नुकसान भी न हो, इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना चलाई जा रही है. इस योजना के तहत पहले बच्चे के जन्म के समय दो चरणों में 5 हजार रुपए का लाभ दिया जाता है. वहीं दूसरी संतान के तौर पर बेटी का जन्म होने पर एक ही चरण में 6 हजार रुपए का लाभ दिए जाने की योजना प्रस्तावित है.
इस योजना के बारे में कई लोगों को जानकारी ही नहीं है. ऐसे में इस योजना को लेकर जनजागृति किए जाने की जरुरत है. ज्ञात रहे कि, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी रेखा से नीचे व गरीबी रेखा से थोडा उपर रहने वाली कई महिलाएं गर्भवती रहने के बावजूद ऐन प्रसूति के समय तक मेहनत मजदूरी करते है, ताकि परिवार के लिए दो वक्त की रोजीरोटी का इंतजाम हो सके, ऐसी महिलाओं को गर्भाधान काल के दौरान विश्राम एवं पोषण आहार उपलब्ध कराने हेतु केंद्र सरकार द्बारा प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना चलाई जा रही है.
* क्या है प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना?
गर्भवती व नवप्रसूता महिलाओं को आर्थिक सहायता देने हेतु प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना चलाई जाती है. जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को 5 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता है.
* दो चरणों मेें मिलते है 5 हजार रुपए
गर्भवती व स्तनदा माताओं को इससे पहले प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना अंतर्गत तीन चरणों में 5 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता था. जिसमें अब बदलाव किया जा रहा है और अब दो चरणों में ही 5 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता है. वहीं जिन्हें पहली संतान के तौर पर बेटी होने के बाद दूसरी संतान के तौर पर भी बेटी होगी, अब उन्हें एक ही चरण में 6 हजार रुपए दिए जाएंगे.
* 8 माह में 66,409 गर्भवतियों का पंजीयन
जिले में विगत 8 माह के दौरान 66 हजार 409 गर्भवती महिलाओं का पंजीयन हुआ है. वहीं अब पंजीयन की प्रक्रिया दोबारा शुरु होने के चलते इसमें निश्चित तौर पर वृद्धि होगी.
* योजना में पात्रता के मानक
– 1 जनवरी 2017 के बाद राज्य में पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं तथा पहली संतान को जन्म देने वाली माताओं को इस योजना हेतु पात्र माना गया है.
– इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे व गरीबी रेखा से थोडा उपर रहने वाली महिलाओं द्बारा लिया जा सकता है.
– जिन महिलाओं की सकल पारिवारिक आय सालाना 8 लाख रुपए से कम है, ऐसी महिलाओं को इस योजना हेतु पात्र माना जाता है.
* एक माह तक पंजीयन था बंद
– इस योजना में सुधार करने हेतु केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना का नया सॉफ्टवेअर विकसित किया है.
– प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना का पहला सॉफ्टवेअर मार्च 2023 से बंद था. जो अब शुरु हो गया है.
* स्वास्थ्य विभाग के जरिए प्रधानमंत्री मातृवंदन योजना हेतु पात्र रहने वाली जिले की गर्भवती महिलाओं का पंजीयन करते हुए आवश्यक प्रशासकीय कार्रवाई करने के उपरान्त उन्हें सरकार की ओर से जारी निर्देशानुसार लाभ राशि प्रदान की जाती है.
– सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी,
जिला परिषद, अमरावती.