नदी किनारे गांवों को पर्यावरण संवर्धन का संदेश
प्रा. भारसाकले ने कर रहे प्लास्टिक निर्मूलन का कार्य
दर्यापुर-दि.26– नदी किनारे हर साल बाढ़ के पानी के साथ विविध प्रकार का कचरा भी बहकर आता है. इसमें बहकर आने वाले कुछ घटक मनुष्य व प्राणियों के स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होने के कारण उनका उचित समय पर निर्मूलन करना अत्यावश्यक होने का प्रतिपादन प्रा. गजानन भारसाकले ने किया. प्रा. भारसाकले बारिश के आखिरी चरण में अपने जन्मगांव बेलोरा जाकर नदी किनारे प्लास्टिक निर्मूलन का कार्य स्वयं करते हैं. जिन गांवों से नदी बहती हैं, ऐसे गांवों के संगठित युवकों ने व सामाजिक संगठनाओं व धार्मिक लोगों ने जनहितार्थ यह जिम्मेदारी स्वीकारना यह समय की जरुरत होने की बात उन्होेंने कही.
ुप्रा. भारसाकले ने बेलोरा में इस कार्य की ज्योत लगाने से अन्य नदी किनारे देहात गांवों के लिए यह आदर्श साबित हुआ है. सालभर लगातार अष्टपैलू वातावरण सेवा कार्य बाबत प्रा. गजानन भारसाकले का सभी स्तर से अभिनंदन किया जा रहा है. वहीं उन्हें गाडगेबाबा मंडल के सभासदों ने शुभकामनाएं दी है.