राज्य की शालाओं में दिया जाएगा सैन्य प्रशिक्षण
शिक्षा मंत्री दादा भुसे की घोषणा

मुंबई/दि.4- विगत माह पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत व पाकिस्तान की सीमाओं पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई थी और दोनों देशों के बीच युद्धसदृष्य हालात पैदा हो गए थे. उस समय प्रत्येक भारतीय नागरिक में यह भावना बलवती हुई थी कि, पाकिस्तान को कडा सबक सिखाया जाना चाहिए. ऐसे में राज्य सरकार ने शालेय विद्यार्थियों में कम उम्र से ही देश सेवा व भारतीय सेना के प्रति रुची निर्माण करने के उद्देश्य से शालेय विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है. जिसके चलते अब सभी शालाओं में प्रत्येक माह एक दिन शालेय विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा, ऐसी जानकारी शिक्षा मंत्री दादा भुसे द्वारा दी गई.
इस संदर्भ में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए शालेय शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने बताया कि, शालेय शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में कई शैक्षणिक उपक्रम चलाए जाएंगे. जिसके तहत इस वर्ष 16 जून को शैक्षणिक सत्र के पहले दिन विद्यार्थियों का स्वागत करने हेतु मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक व अधिकारी उपस्थित रहेंगे. जिनके द्वारा विद्यार्थियों का उत्साह बढाने का काम किया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, विद्यार्थियों का शालेय गणवेश उनकी शालाओं तक पहुंचा दिया गया है और गणवेश वितरण के संदर्भ में आवश्यक निर्देश जारी किए गए है.
इसी बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने कहा कि, हाल ही में सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों के साथ शालेय शिक्षकों की बैठक हुई. जिसमें तय किया गया कि, राज्य की सभी शालाओं में प्रति माह एक दिन शालेय विद्यार्थियों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिसे चरणबद्ध तरिके से आगे चलकर बढाया जाएगा. इस उपक्रम के तहत कक्षा पहली से ही बेसिक सैन्य प्रशिक्षण देना शुरु किया जाएगा. साथ ही साथ विद्यार्थियों को खेत-खलिहानों एवं पुरातन स्मारकों व किलों की सहल भी कराई जाएगी.