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70 हजार लाडली बहनों का अधिक वोटिंग

लोकसभा की तुलना में

* ठंडक का भी असर
अमरावती/दि.21  –   विधानसभा चुनाव का वोटिंग संपन्न होने के बाद अब मतदाताओं के रुझान और ट्रेंड को लेकर कयास चल रहे हैं. इस बीच लोकसभा की तुलना में जिले में लाडली बहनों का वोटिंग 70 हजार से बढा है. लोकसभा में 7 लाख 7 हजार तो बुधवार का 7 लाख 77 हजार महिलाओं ने मतदान किया. इसे विशेषज्ञ लाडली बहना योजना का प्रभाव मान रहे हैं. साथ ही पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में वोटिंग प्रतिशत 2 से 3 प्रतिशत बढा है. आकडों से यह स्पष्ट हो रहा है कि पिछले चुनाव की तुलना में महिलाओं का मतदान 12 प्रतिशत बढा है. 2019 में 55.81 तो 2024 में 67.24 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाला है. केवल लोकसभा की चर्चा कर लें तो आंकडा करीब 10 फिसद बढा है.

सर्द मौसम का भी मतदान पर असर होने के दावे किए जा रहे हैं. अच्छे मौसम की वजह से वोटर पहले की तुलना में अधिक प्रमाण में घरों से निकले. यही बात महिलाओं के संदर्भ में कही जा सकती है. एक दूसरे को साथ लेकर वोट डालने का प्रचलन जारी रहा. उसी प्रकार लाडली बहना योजना से भी फर्क पडा. पहले महिलाएं घर के काम और बच्चों की जिम्मेदारियों की वजह से वोटिंग करने कम निकलती थी. इस बार ऐसा नहीं हुआ.

सोयाबीन और कपास को अच्छे दाम नहीं, किसान नाराज
जिले में सोयाबीन और कपास प्रमुख फसलें मानी जाती है. 90 प्रतिशत किसानों का अर्थ चक्र इन दो फसलों पर निर्भर है. सोयाबीन को 4 वर्ष पहले के समान 4 हजार का रेट मिल रहा है. दूसरी ओर इस बार उत्पादन भी कम हुआ है. गारंटी मुल्य से सोयाबीन खरीदी शुरू हुई. किंतु वहां मापदंड रहने से किसान माल बेचने से कतराने का दृश्य है. यही हाल कपास को लेकर है. कपास के भी दाम अपेक्षित नहीं आने से एवं उत्पादन में कमी होने से किसान निराश दिख रहे हैं. मतदान में उसका प्रभाव पडने के दावे जानकार कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि चुनावी सभाओं दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने आश्वासनों की झडी लगा दी. सत्ता पक्ष ने कपास और सोयाबीन के लिए भावांतर योजना का उल्लेख किया तो विपक्ष ने सत्ता में आने पर अधिक दाम देने की लफ्फाजी की.

कई केंद्रों पर 5 मिनट में वोटिंग
ठंड की वजह से जिले के अधिकांश बूथों पर सुबह 7 से 10 बजे के दौरान मात्र गिनती के लोग दिखाई दिए. जिससे केवल 5 मिनट में प्रत्येक का मतदान संपन्न हो रहा था. इसके बाद 10 से 12 बजे दौरान मतदान के लिए लगभग 10-15 मिनट का समय लगा. इसके बाद बूथों पर रश हो गया. दोपहर दो बजे तक लगभग सभी मतदान केंद्र पर कतारें लग गई और वोटिंग के लिए आधा घंटा से अधिक समय लगा.

दो गुने हो गए मतदाता
दोपहर 4 से 6 बजे के दौरान कई बूथ पर वोटर्स उमडे. जिससे पहले के घंटो की तुलना में यह संख्या दो गुनी हो जाने की जानकारी वहां काम कर रहे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने दी. कुछ भागों में तो इस समय बुथ पर मतदान के लिए डेढ-डेढ घंटे तक इंतजार का आलम था.

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