गोंदिया/दि.18– कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले द्वारा इन दिनों खुद ही अपने आपको महाराष्ट्र का भावी मुख्यमंत्री बताया जा रहा. जबकि केवल कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बन जाने से ही कोई व्यक्ति भावी मुख्यमंत्री नहीं बन जाता और सबसे उल्लेखनीय यह भी है कि, कांग्रेस को मुख्यमंत्री का पद मिलने हेतु सबसे पहले महाविकास आघाडी को विधानसभा चुनाव में जीत मिलनी चाहिए. साथ ही इसके बाद तीनों दलों के नेताओं व विधायकों द्वारा किसी के नाम पर एकमत भी होना चाहिए. लेकिन महाविकास आघाडी में फिलहाल किसी के भी नाम पर एक नहीं हुआ है और मविआ में मुख्यमंत्री पद हेतु किसी के नाम की चर्चा भी नहीं चल रही है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, नाना पटोले द्वारा खुद ही अपने आप को अपने मुंह से भावी मुख्यमंत्री घोषित करते हुए गोंदिया व भंडारा क्षेत्र की जनता को बेवकुफ बनाया जा रहा है. इस आशय का तंज राकांपा (अजीत पवार गुट) के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व सांसद प्रफुल्ल पटेल द्वारा कसा गया.
महायुति प्रत्याशी के प्रचार हेतु गोंदिया पहुंचे सांसद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया के साथ बातचीत में उपरोक्त प्रतिपादन करते हुए कहा कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गोंदिया की सभा में मुख्यमंत्री पद को लेकर एक शब्द भी नहीं कहा था. लेकिन इसके बावजूद नाना पटोले द्वारा खुद को भावी मुख्यमंत्री बताया जा रहा है. जबकि नाना पटोले के हाथ में कुछ भी नहीं है. ऐसे में वे साफ तौर पर राजनीतिक स्टंटबाजी कर रहे है. लेकिन गोंदिया-भंडारा क्षेत्र की जनता इससे पहले भी नाना पटोले के ऐसे स्टंटों को अच्छे से देख चुकी है और इस बार गोंदिया-भंडारा क्षेत्र की जनता नाना पटोले के झांसे मेें बिल्कुल भी नहीं आने वाली है. साथ ही साथ सांसद प्रफुल्ल पटेल ने यह भी कहा कि, वे खुद एक लंबा समय कांग्रेस में बीता चुके है और उन्हें अच्छे से पता है कि, कांग्रेस में किस तरह से काम होता है. जिसके चलते वे साफ तौर पर बता सकते है कि, नाना पटोले द्वारा किये जा रहे दावों में कोई दम नहीं है.