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नीलम गोर्‍हे करती थी पार्टी में धन उगाही

पैसा लेकर भी विधानसभा की टिकट नहीं दी

* भ्रष्टाचार का मामला दबाने के लिए मांगे थे 25 लाख
* ठाकरे गुट के नेताओं ने निलम गोर्‍हे पर साधा निशाना
* नाशिक व अकोला के ठाकरे समर्थकों ने लगाए गंभीर आरोप
मुंबई/दि. 24 – उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली शिवसेना में दो मर्सीडीज गाडियां देने पर एक पद मिलता है, इस आशय का बयान विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्‍हे द्वारा मराठी साहित्य सम्मेलन में दिया गया था. जिसके चलते अब खुद नीलम गोर्‍हे ही दिक्कतो में फसती दिखाई दे रही है. क्योंकि शिवसेना उबाठा के कई नेताओं द्वारा नीलम गोर्‍हे पर जमकर निशाना साधते हुए बेहद संगीन आरोप भी लगाए जा रहे है. इसके तहत शिवसेना उबाठा के राज्यसभा सांसद संजय राऊत ने कहा कि, नीलम गोर्‍हे ने किस तरह से शिवसेना के सामान्य कार्यकर्ताओं के साथ लूटमार की, इसकी जानकारी विनायक पांडे व अशोक हरनावल से ली जानी चाहिए. वहीं नाशिक के पूर्व महापौर विनायक पांडे ने कहा कि, विधानसभा की उम्मीदवारी हेतु नीलम गोर्‍हे ने उनसे अच्छी-खासी रकम ली थी. लेकिन उन्हें पार्टी की टिकट ही नहीं दी. जबकि शिवसेना प्रमुख व पार्टी प्रमुख ने उनसे कभी भी किसी भी पद के लिए एक रुपया भी नहीं मांगा. उलटे नीलम गोर्‍हे ने पार्टी नेतृत्व का नाम आगे करते हुए रकम की वसूली की.
शिवसेना उबाठा सांसद संजय राऊत के साथ ही अकोला के विधायक नितिन देशमुख ने भी नीलम गोर्‍हे पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अकोला मनपा के भ्रष्टाचार का मुद्दा दबाने हेतु नीलम गोर्‍हे ने 25 लाख रुपए की मांग की थी और जब भी इस मुद्दे को लेकर नीलम गोर्‍हे के पास ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आया करता था तब वे 25 लाख रुपए की मांग किया करती थी. साथ ही साथ शिवसेना उबाठा के पुणे निवासी नेता वसंत मोरे ने भी आरोप लगाया कि, नीलम गोर्‍हे द्वारा पुणे मनपा के अधिकारियों को विधान परिषद में ‘लक्ष्यवेधी’ लगाने की धमकी देते हुए धन उगाही की जाती थी और सन 2012 से 2017 तक नीलम गोर्‍हे के कई कारनामे ऐसे है, जिन्हें लेकर यदि शिवसेना उबाठा के नेताओं ने मुंह खोल दिया तो नीलम गोर्‍हे कहीं की नहीं बचेंगी.
इसके साथ ही शिवसेना उबाठा गुट की महिला नेत्री सुषमा अंधारे ने नीलम गोर्‍हे के खिलाफ मानहानी का दावा करने की घोषणा करते हुए कहा कि, नीलम गोर्‍हे ने शिवसेना उबाठा और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की प्रतिमा को मलिन करने के उद्देश्य से जानबुझकर एक बेतुका बयान दिया है. प्रबोधनकार ठाकरे व बालासाहेब ठाकरे की संकल्पना व अपार कष्ट से खडी हुई शिवसेना सर्वसामान्य तथा छोटे से छोटे समूह को प्रतिनिधित्व देनेवाली पार्टी है. ऐसे में नीलम गोर्‍हे ने एक उदात्त व भव्यदिव्य परंपरा रहनेवाली पार्टी की प्रतिमा को मलिन करने के उद्देश्य से मर्सीडीज वाला बयान दिया है. जिसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता. ऐसे में नीलम गोर्‍हे द्वारा अपने बयान के लिए बिना शर्त माफी मांगी जानी चाहिए, अन्यथा नीलम गोर्‍हे के खिलाफ मानहानी का मुकदमा दायर किया जाएगा.

 

 

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