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अगले बरस तू जल्दी आ…

आज से शुरू हुआ श्री गणेश विसर्जन

* अधिकांश घरेलू गणेश प्रतिमाएं विसर्जित
* सार्वजनिक मंडलों का विसर्जन चलेगा 15 सितंबर तक
* शहर सहित जिले में विसर्जन हेतु पुलिस का कडा बंदोबस्त
* विसर्जन रैली के मार्ग व विसर्जन स्थल की हो रही सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
* विसर्जन जुलूस में डीजे बजाने पर रहेगी पाबंदी
* धार्मिक स्थलों के पास गुलाल उडाने पर प्रतिबंध
अमरावती/दि.9- विगत 31 अगस्त से दस दिवसीय गणेशोत्सव शुरू हुआ था और अब आज 9 सितंबर को अनंत चतुर्दशी से घरेलू व सार्वजनिक मंडलों की गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर शुरू हो गया है. जिसके चलते आज शहर के वडाली व छत्री तालाब परिसर में घरेलू गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाने लगा है और शहर में हर ओर ‘गणपति बाप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ का जयघोष सुनाई देता रहा. साथ ही भाविक श्रध्दालु अपने लाडले बाप्पा को बडे भक्तिभाव एवं भारी मन के साथ विसर्जन हेतु ले जाते हुए दिखाई दिये. इसके साथ ही सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडलों में कई छोटे व मंझौले गणेशोत्सव मंडलों द्वारा आज अपने द्वारा स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. वहीं बडे सार्वजनिक मंडलों की गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला 9 सितंबर से शुरू होकर 15 सितंबर तक चलेगा. जिसके तहत आज 9 सितंबर को शहर में 127 व ग्रामीण क्षेत्र में 441 सार्वजनिक मंडलो द्वारा अपनी गणेश प्रतिमाओं का धूमधाम के साथ विसर्जन किया गया.
आज से शुरू हुए गणेश विसर्जन को देखते हुए शहर सहित जिले में विसर्जन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी और कडा पुलिस बंदोबस्त लगाने के साथ-साथ विसर्जन मार्गों पर भी कडा बंदोबस्त लगाया गया है, ताकि कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखा जा सके. इसके तहत सभी संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से भी नजर रखी जा रही है. साथ ही गणेश विसर्जन के मद्देनजर किये गये इंतजामों और इसे लेकर जारी किये गये नियमों में साफ तौर पर विसर्जन जुलूस के दौरान डीजे बजाने पर पाबंदी लगायी गई है. साथ ही धार्मिक स्थलों के आसपास गुलाल उडाने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. इन सबके बीच कडी निगरानी और पुलिस बंदोबस्त के साये में आज पूरा दिन शहर सहित जिले में गणेश विसर्जन का दौर चलता रहा.
बता दें कि, अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत 440 तथा जिले के ग्रामीण इलाकों में 1 हजार 353 सार्वजनिक मंडलों द्वारा गणेश स्थापना की गई है, जिसमें से आज 9 सितंबर को शहर में 127 व ग्रामीण क्षेत्र में 441 सार्वजनिक मंडलो द्वारा अपनी गणेश प्रतिमाओं का धूमधाम के साथ विसर्जन किया गया. इसके साथ ही हजारों भाविक श्रध्दालुओं द्वारा अपने-अपने घरों पर भी बडे भक्तिभाव के साथ गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है.
आगामी 15 नवंबर तक चलनेवाले गणेश विसर्जन के मद्देनजर शहरी क्षेत्र में शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह तथा ग्रामीण क्षेत्र में जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल की अगुआई में सभी विसर्जन स्थलों का पहले ही मुआयना करते हुए वहां पर किये जानेवाले तमाम इंतजामों की समीक्षा की गई और अब सभी विसर्जन स्थलों व विसर्जन रैली मार्गों पर पुलिस का कडा बंदोबस्त लगाया गया है.

* शहर में पुलिस के साथ ही एसआरपीएफ तैनात
– सीपी आरती सिंह ने संभाली विसर्जन शांतिपूर्वक निपटाने की कमान
गणेश विसर्जन के मद्देनजर शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने तथा धार्मिक पर्व को शांतिपूर्वक ढंग से निपटाने के लिए शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह ने पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत आनेवाले सभी विसर्जन स्थलों का खुद मुआयना करने के साथ ही तमाम आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश पहले ही जारी कर दिये गये थे. साथ ही गणेश विसर्जन शांतिपूर्वक ढंग से निपटे और इस दौरान कानून व व्यवस्था की स्थिति बनी रहे, इस बात के मद्देनजर शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में 2 डीसीपी, 5 एसीपी, 32 पीआई, 80 पीएसआई, 1,650 पुलिस कर्मी, 550 होमगार्ड तथा एसआरपीएफ की कंपनी को तैनात किया. इन सभी इंतजामों पर खुद पुलिस आयुक्त आरती सिंह द्वारा अपनी नजर रखी जा रही है और दिनभर के दौरान सीपी आरती सिंह ने खुद कई बार ‘ऑन रोड’ करते हुए जमिनी हकीकत का मुआयना किया.

* ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहद चाक-चौबंद बंदोबस्त
– एसपी अविनाश बारगल रख रहे हालात पर नजर
वहीं जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल द्वारा भी जिले के सभी तहसील एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश विसर्जन हेतु चाक-चौबंद बंदोबस्त किये जा रहे है, जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र हेतु पुलिस बंदोबस्त में 200 पुलिस अधिकारी, 2 हजार 100 कर्मचारी तथा 900 होमगार्ड के साथ एसआरपीएफ की कंपनियों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही एसपी अविनाश बारगल द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश विसर्जन के दौरान हालात पर पूरी नजर रखी जा रही है.

* अति संवेदनशील क्षेत्रों पर रखी जा रही ड्रोन कैमरोें की नजर
शहर सहित जिले के सभी विसर्जन मार्गों एवं विसर्जन स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों के जरिये नजर रखने के साथ ही संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में विसर्जन के समय ड्रोन कैमरोें के जरिये नजर रखी जा रही है, जिसमें विशेष तौर पर अचलपुर, परतवाडा व अंजनगांव सूर्जी जैसे परिसरों में ड्रोन कैमरों के जरिये फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की जा रही है.

* आज शहर में 127 व ग्रामीण क्षेत्र में 441 सार्वजनिक मंडलों ने किया विसर्जन
– अलग-अलग दिन किये गये है विसर्जन हेतु आवंटित
छह दिनों तक चलनेवाली विसर्जन प्रक्रिया के तहत 7 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 20 तथा 8 सितंबर को 45 गणेश मंडलों द्वारा गणेश विसर्जन किया किया गया. वहीं आज 9 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 441 व शहर में 127 सार्वजनिक मंडलो द्वारा अपनी गणेश प्रतिमाओं का धूमधाम के साथ विसर्जन किया गया. इसके अलावा अब 10 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 345 व शहर में 133, 11 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 238 व शहर में 128, 12 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 79 व शहर में 38, 13 सितंबर को ग्रामीण क्षेत्र में 14 व शहर में 4 तथा 15 व 16 सितंबर को शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 1-1 गणेश मंडलों द्वारा गणेश विसर्जन किया जायेगा.

* 15 को होगा ‘विदर्भ के राजा’ का विसर्जन
– न्यु आजाद मंडल द्वारा धूमधाम से निकाली जायेगी रैली
स्थानीय खापर्डे बगीचा परिसर स्थित न्यू आजाद गणेशोत्सव मंडल द्वारा ‘विदर्भ का राजा’ के रूप में स्थापित करीब 25 फीट उंची गणेश प्रतिमा का विसर्जन आगामी 15 सितंबर को बडी धूमधाम के साथ किया जायेगा. इस उपलक्ष्य में न्यू आजाद मंडल द्वारा अपनी परंपरा के अनुरूप भव्य-दिव्य विसर्जन रैली निकाली जायेगी. जिसकी तैयारियां अभी से शुरू कर दी गई है.

* शांतिपूर्वक ढंग से विसर्जन निपटाने का आवाहन
शहर व जिला ग्रामीण पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन एवं स्थानीय स्वायत्त प्रशासन द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले सभी गणेश भक्तोें से गणेश विसर्जन को शांतिपूर्वक ढंग से निपटाने का आवाहन किया गया है. साथ ही सभी से नियमों व कानूनों का पालन करते हुए व्यवस्था बनाये रखने हेतु कहा गया है. साथ ही यह पर्व हंसी-खुशी निपटे और हर ओर पर्व का उल्लास भी बना रहे.

* शहर में 20 स्थानोें पर कृत्रिम हौद की व्यवस्था
– घरेलू गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने मनपा ने उपलब्ध करायी व्यवस्था
गणेश विसर्जन हेतु जहां एक ओर शहर के छत्री तालाब और वडाली तालाब परिसर में प्रथमेश तालाबों का निर्माण किया गया है. वहीं घरेलू गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन हेतु शहर के अलग-अलग रिहायशी इलाकों में 20 स्थानों पर कृत्रिम हौद भी उपलब्ध कराये गये है. जहां पर नागरिकों द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ अपने घरों में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है. मनपा प्रशासन द्वारा की गई इस व्यवस्था का मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर द्वारा गत रोज अपने मातहतों के साथ मिलकर मुआयना किया गया. इस समय शहर अभियंता रविंद्र पवार, सहायक आयुक्त नंदकिशोर तिखिले, पशुशल्य चिकित्सक डॉ. सचिन बोंद्रे, अग्निशमन अधिक्षक सैय्यद अनवर, जनसंपर्क अधिकारी भूषण पुसतकर, उपअभियंता श्यामकांत टोपरे, भास्कर तिरपुडे, अभियंता नितीन बोबडे, एन. एन. तिनखेडे सहित मनपा के अनेेकों अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे. इस समय मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर ने विसर्जन स्थलों पर साफ-सफाई, सुरक्षा, पार्किंग आदि व्यवस्थाओं के संदर्भ में आवश्यक दिशानिर्देश जारी किये.

विसर्जन स्थलों पर जीवन रक्षक सहित तमाम आवश्यक सुविधाएं
गणेश विसर्जन के मद्देनजर शहर के वडाली व छत्री तालाब परिसर में विशेष इंतजाम किये गये है. जिसके तहत मनपा द्वारा छत्री तालाब के किनारे 14 फीट गहरे, 30 फीट लंबे और 12 फीट चौडे तीन तालाब तैयार किये गये है. इसके साथ ही वडाली तालाब से पहले प्रथमेश तालाब को तैयार किया गया है, ताकि सीधे छत्री तालाब व वडाली तालाब में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित ना किया जाये और इन तालाबों का पानी प्रदूषित न हो. इसके अलावा इन दोनोें स्थानों पर लकडी की सुरक्षा जाली बनाने के साथ ही आठ-आठ घंटे के लिए तीन शिफ्टों में चार-चार लाईफ गार्ड सुरक्षा रक्षकों की नियुक्ति की गई है. साथ ही विसर्जन तालाब परिसर में रात के समय पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था करते हुए दुपहिया और चारपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए भी विशेष इंतजाम किये गये है. इसके अलावा छत्री तालाब व वडाली तालाब के विसर्जन जलाशय और वाहनतल पर आठ-आठ सीसीटीवी कैमरे भी लगाये गये है. इन सबके साथ ही दोनों स्थानों पर दमकल एवं यातायात पुलिस विभाग की तैनाती भी की गई है.

* अमरावती के साथ ही यवतमाल में सुरक्षा को लेकर कडे इंतजाम
जातिय व धार्मिक तनाव की दृष्टि से काफी हद तक संवेदनशील रहनेवाले अमरावती शहर व जिले के साथ ही यवतमाल शहर व जिले में कानून व व्यवस्था की स्थिति को बनाये रखने के लिए काफी कडे इंतजाम किये गये है. इसी के तहत अलग-अलग सार्वजनिक मंडलों को गणेश विसर्जन के लिए अलग-अलग दिन आवंटित किये गये है, ताकि सभी गणेशोत्सव मंडलों की विसर्जन शोभायात्रा एकसाथ न निकले और अचानक ही भीडभाड न हो. इसके तहत अलग-अलग गणेशोत्सव मंडलों को अलग-अलग दिन आवंटित करने के साथ ही शोभायात्रा निकालने के लिए अलग-अलग समय भी निर्धारित करके दिये गये है, ताकि दो शोभायात्राओं का आपस में कहीं टकराव या क्रॉसिंग न हो और भीडभाडवाली स्थिति न बने. इस चक्कर में इस बार अमरावती व यवतमाल जिले में सार्वजनिक गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का दौर चार से छह दिन तक चलता रहेगा और रोजाना पूरा दिन अलग-अलग इलाकों से शोभायात्राएं निकलती दिखाई देगी.

 

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