अनुदान मिलने पर भी घर नहीं बनाने वाले 32 हजार लाभार्थियों को दी जाएगी नोटीस
विविध योजनाओं के 1,31,727 में से 98,559 घरकुलों के काम हुए पूरे, 25,451 काम अधूरे
अमरावती/दि.20– प्रत्येक व्यक्ति का अपना घर हो, इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा विविध योजनाएं चलाकर पात्र लाभार्थियों को घरकुलों का लाभ दिया जाता है. लेकिन इसके बावजूद कई लोग अनुदान मिलने के बाद भी घरकुलों का निर्माण नहीं करते. ऐसे लाभार्थियों के खिलाफ अब कार्रवाई करने का अभियान शुरु किया जा रहा है.
बता दें कि, प्रधानमंत्री आवास, रमाई आवास व शबरी आवास योजनांतर्गत कुल 1 लाख 31 हजार 227 घरकुल मंजूर किये गये है. इसमें से अब तक 98 हजार 559 घरकुलों के काम पूरे हुए है. वहीं अब भी 25 हजार 451 घरकुलों के काम अधूरे है. विभिन्न घरकुल योजनांतर्गत डेढ लाख रुपए से लेकर ढाई लाख रुपए तक अनुदान दिया जाता है. परंतु कई लाभार्थी पहली किश्त उठाने के बाद भी घरकुल के निर्माण का प्रारंभ भी नहीं करते. वहीं कुछ लाभार्थियों द्वारा पहली व दुसरी किश्त उठाने के बाद घरकुल का निर्माण आधा-अधूरा करते हुए उक्त अनुदान राशि को अन्य कामों में खर्च कर दिया जाता है. जबकि घरकुल मंजूर होने के बाद तय समय के भीतर घरकुल का निर्माण पूरा होना आवश्यक होता है. लेकिन इसके बावजूद घरकुल निर्माण हेतु कई लाभार्थियों द्वारा अनुदान की किश्त मिल जाने के बावजूद भी अपने घरकुलों का निर्माण शुरु नहीं किया गया है. बार-बार मौखिक व लिखित निर्देश दिये जाने के बावजूद भी घरकुल का निर्माण शुरु एवं पूरा नहीं करने वाले लाभार्थियों से अब सरकार द्वारा अनुदान की रकम वसूल की जाएगी.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक रमाई आवास योजनांतर्गत जिले में 22 हजार पात्र लाभार्थियों को घरकुल मंजूर किये गये थे. जिसमें से 13 हजार 443 घरकुलों का काम पूरा हो चुका है और शेष घरकुलों के काम भी जल्द ही पूरे हो जाएंगे. इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत अमरावती जिले में अब तक 13 हजार 107 घरकुल मंजूर किये गये थे. जिसमें से 79 हजार 507 घरकुलों के काम पूरे हुए है तथा 10 हजार 73 घरकुलों के काम पूरे होने बाकी है. इसी तरह सरकार द्वारा चलाई जाने वाली शबरी आवास योजना के तहत अमरावती जिले में 16 हजार 353 घरकुल मंजूर किये गये है. जिसमें से 5 हजार 609 घरकुलों के काम पूरे हो चुके है. वहीं 9 हजार 267 घरकुलों के काम अधूरे है.
बता दें कि, घरकुल हेतु प्रस्ताव मंजूर होने व अनुदान राशि जारी होने के बाद अगले एक वर्ष के भीतर घरकुल का काम पूरा हो जाना चाहिए, ऐसा सरकारी नियम है. लेकिन इसके बावजूद भी कई लोग अनुदान मिलने के बावजूद भी घरकुलों का निर्माणकार्य शुरु नहीं करते है. ऐसे लाभार्थियों से अब उन्हें दी गई अनुदान राशि वापिस लेने का प्रयास शुरु किया गया.
* पहली व दूसरी किश्त वितरीत
प्रत्येक घरकुल योजना में अनुदान राशि चरणबद्ध तरीके से दी जाती है. जिसके तहत घरकुल का निर्माण शुरु करते ही पहली किश्त प्रदान की जाती है और कॉलम डालकर आधी उंचाई तक दीवार खडी करने पर दूसरी व तीसरी किश्त जारी की जाती है. साथ ही निर्माण पूर्ण होने के बाद चौथी व अंतिम किश्त प्रदान की जाती है.
* घरकुल लाभार्थियों को नोटीस
जिन लाभार्थियों के घरकुल मंजूर हुए है, उन्हें अनुदान की किश्तें भी जारी की गई है. परंतु कई लाभार्थियों ने अब तक घरकुलों का काम शुरु ही नहीं किया है. ऐसे सभी लाभार्थियों को अपने घरकुलों का काम शुरु करने के बारे में निर्देश दिया गया है.
– प्रीति देशमुख,
प्रकल्प संचालक, बीआरडीए.