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अब गांव-गांव में ऑनलाइन पेमेंट का सहारा

डिजिटल लेन-देन करना पसंद कर रहे लोगबाग

अमरावती/दि.3– जिले के शहरी ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन पेमेंट का चलन बढ गया है. पहले यह चलन सिर्फ शहरी ही क्षेत्रों में ज्यादा दिखता था. लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रो में लोग ऑनलाइन पेमेंट करने लगे है. खासबात यह है कि, यह पेमेंट बडे ही छोटे स्तर के भी किए जा रहे है. पानटपरी सहित हाथगाडी पर व्यवसाय करनेवाले भी कैशलेश व्यवहार को महत्व देने लगे है. कैशलेश व्यवहार के कारण बाजार में चिल्लर की समस्या का काफी हद तक समाधान हो गया है. अमरावती से संबंधित सभी तहसीलों के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रो में हालांकि अभी एक जैसी स्थिति नहीं है. लेकिन धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रो में ऑनलाइन भुगतान पर जोर दिया जाने लगा है.
पूरे देश में डिजिटल पेमेंट इको सिस्टम के कारण बाजार में नकद धनराशि अदा करने की पद्धति पर धीरे-धीरे कम होने लगी है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के चाय, किराणा, दुकान, सब्जी बाजार, भंगारवाला, चायनिज कार्न समेत अन्य छोटे व्यवहार में डिजिटल पेमेंट को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है. वर्तमान में एक से लेकर लाखों रुपए का आर्थिक व्यवहार ऑनलाइन के माध्यम से किया जा रहा है. इस वजह से घर में या जेब में लोग पैसे नहीं रख रहे है.

ऑनलाइन आर्थिक व्यवहार का प्रचलन बढने के कारण शहरी ही नहीं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों फुटकर की समस्या का समाधान काफी हद तक हो गया है. छोटे विक्रेताओं के पास भी स्मार्ट पेमेंट की सुविधा उपलब्ध हो गई है. घर में मोबाइल की सुविधा होने की वजह से बिजली मीटर का बिल, टेलिफोन बिल, ट्रैवेल्स कंपनी की टिकट, सिलेंडर की धनराशि ऑनलाइन के माध्यम से ही दी जाने लगी है. यह स्थिति केवल शहरी ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन पेमेंट किया जाने लगा है.

* स्मार्टफोन न होनेवाले लोगों की परेशानी बढी
आज ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक लोगों के साथ-साथ किसान भी डिजीटल पेमेंट करने लगे है. लेकिन जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है, वे डिजिटल सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहे है. जिनके पास डिजिटल सुविधा नहीं है, उन्हें आज भी चिल्लर की समस्या का सामना करना पड रहा है.

* क्या है यूपीआई
यूपीआई यानि भारतीय पेमेंट सिस्टम है. नेशनल पेमेंट कार्पोरेशन नामक सरकारी कंपनी ने इसे विकसित किया है. इसकी खास बात यह है कि, इस सुविधा के तहत पेमेंट करने के लिए ओटीपी की जरुरत नहीं पडती. इसमें सिर्फ पिन नंबर डालकर कोड स्कैन करके बडी ही सहजता के पेमेंट किया जा सकता है. इस कारण बहुत से लोग भुगतान के लिए यूपीआई का उपयोग करने लगे है.

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