* मांगे पूरी न होने पर चक्काजाम आंदोलन की चेतावनी
मोर्शी /दि. 16– मोर्शी तहसील के हजारों किसानों को अब तक योजना से वंचित रखा गया है. तहसील के संतरा उत्पादक किसानों को बीमा भी कृषि विभाग की ओर से राज्य सरकार के आदेश रहने के बावजूद भी बीमा कंपनी की ओर से अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है. इस कारण तहसील के हजारों संतप्त किसानों ने सोमवार को तहसील कार्यालय पर मोर्चा निकालकर सरकार को 10 दिन का अल्टीमेटम देते हुए किसानों की विविध मांगे पूर्ण करने की मांग की. साथ ही चक्काजाम आंदोलन करने की भी चेतावनी दी गई.
मोर्शी तहसील अंतर्गत हाल ही में हुई ओलावृष्टि के चलते किसानों की फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. लेकिन अब तक किसानों के खाते में बीमा कंपनी व्दारा पैसे जमा नहीं किए गए हैं. विशेषकर रिद्धपुर और अंबाडा मंडल में भारी मात्रा में अतिवृष्टि हुई थी. इस अतिवृष्टि के कारण 17 हजार किसानों की फसलें प्रभावित हुई थी. अब तक 60 प्रतिशत भुगतान किसानों के खातों में जमा हुआ है. लेकिन शतप्रतिशत अनुदान जमा करना नियम के अनुसार है. फिर भी सरकार की उदासीनता के चलते बीमा कंपनी किसानों के खातों में पैसा जमा करने में टालमटोल कर रही है. वहीं फसलों का पंचनामा करते समय गलत तरीकों से पंचनामा करने के कारण कुछ किसानों को इस सूची में शामिल नहीं किया गया है. ऐसे में जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, उन्हें भी इस सूची में शामिल करने की मांग प्रमुखता से की गई. राजस्व अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह खामियाजा किसानों को भुगतना पड रहा है. किसानों ने अपनी मांगे पूर्ण करने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए दिया है. इस दौरान कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो, येरला व अष्टगांव के राष्ट्रीय महामार्ग पर चक्काजाम आंदोलन करने की चेतावनी किसानों ने दी है. ज्ञापन सौंपते समय बडी संख्या में किसान उपस्थित थे.