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विदर्भ में पशु खाद्य निर्मिति के 40 कारखानों का नियोजन

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी जानकारी

अकोला/दि.24– कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने हेतु सिंचाई, पशुधन व पूरक व्यवसायों का विकास आवश्यक है. इस बात को ध्यान में रखते हुए विदर्भ क्षेत्र में पशु खाद्य निर्मिति के 40 कारखाने स्थापित करने का नियोजन किया जा रहा है. इस आशय की जानकारी केंद्रीय भुतल परिवहन एवं महामार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दी गई.
गत रोज अकोला जिले के मूर्तिजापुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों अमरावती-कुरणखेड-शेलद महामार्ग का लोकार्पण तथा कारंजा-खेर्डा-मूर्तिजापुर फोरलेन महामार्ग का भूमिपूजन किया गया. इस अवसर पर वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. इस समय राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र की सांसद भावना गवली, विधायक प्रकाश भारसाकले, रणधीर सावरकर, हरिश पिंपले, प्रताप अडसड, वसंत खंडेलवाल व राजेंद्र पाठनी तथा जिलाधीश अजित कुंभार उपस्थित थे.
इस समय अपने संबोधन में केंद्री मंत्री गडकरी ने कहा कि, सिंचाई, पशुधन एवं पुरक व्यवसाय का विकास आवश्यक है और किसानों ने पुरक व्यवसायों के साथ जुडना चाहिए. विदर्भ में मदर डेअरी के जरिए दुग्ध व्यवसाय विकास तथा खारेपानी वाले पट्टे में झिंगे संवर्धन का व्यवसाय विकसित करने हेतु आवश्यक प्रयास किए जा रहे है. साथ ही विदर्भ में पशुखाद्य निर्मिति के 40 कारखाने निर्माण करने का नियोजन है. इसके अलावा खेती किसानी के विकास हेतु पानी का संग्रह होना आवश्यक है. ऐसे में वाशिम जिले में नदी के गहराईकरण व जलसंवर्धन के कामों को व्यापक स्वरुप में किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जहां पर भी आवश्यकता रहेगी, वहां पर राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाएगा.

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