अमरावती/दि.23 – राज्य के शालेय शिक्षण विभाग के अंतर्गत आने वाली सभी शालाओं में रोजाना 7 से 8 घंटे विद्यार्थी रहते है. जिसमें कुछ विद्यार्थियों को तत्काल वैद्यकिय उपचार की आवश्यकता पड सकती है. ऐसी परिस्थिती में शाला प्रशासन व्दारा समय सूचकता दिखाकर तत्काल विद्यार्थी को वैद्यकिय सहायता दी जाता है तो अप्रिय घटना टल सकती है.
विद्यार्थियों को तत्काल वैद्यकिय सेवा दिए जाने हेतु मुख्याध्यापक, शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थियों का हमेशा सतर्क रहना जरुरी है. उसी के अनुसार सभी शालाओं में वैद्यकिय सुविधा उपलब्ध करवाए जाने की सूचना राज्य शालेय शिक्षण विभाग व्दारा जारी की गई है. सूचना के अनुसार शालाओं में प्रथम उपचार के लिए बीमार विद्यार्थी को तत्काल वैद्यकिय सुविधा उपलब्ध करानी होगी. संचालक, उपसंचालक को आवश्यकता अनुसार मासिक समीक्षा व अन्य संबंधित मार्गदर्शन करने होंगे. प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षण संचालक ने हर सप्ताह शिक्षण संचालक को हर हफ्ते रिपोर्ट देनी होगी. जुलाई माह में शालाओं में इस संदर्भ में किए गए अमल की रिपोर्ट प्रस्तुत करें. ऐसी सूचना राज्य के शालेय शिक्षण विभाग अपर सचिव प्रवीण मुंढे ने दी है.