* 58 हजार से अधिक वोटों से रिकॉर्डतोड जीत
* हार की कामना करने वाले रह गये धरे के धरे
* राजनीतिक पंडितों के अनुमान भी साबित हुए गलत
* प्रीति बंड रही दूसरे स्थान पर, धाने पाटिल नहीं कर पाये कमाल
* सुनील खराटे व तुषार भारतीय की जमानत भी जब्त
अमरावती /दि.23 – समूचे राज्य का ध्यान अपनी ओर रखने वाले बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में आज उम्मीद के मुताबिक महायुति के तहत युवा स्वाभिमान पार्टी के प्रत्याशी रवि राणा ने लगातार चौथी बार जीत हासिल करते हुए क्षेत्र की राजनीति में खुद को एक बार फिर सिरमौर साबित किया है. साथ ही सबसे खास बात यह रही कि, मतगणना के पहले राउंड से ही एकतरफा बढत बनाये रखने वाले रवि राणा ने अपनी लीड को आखिरी तक बनाये रखा और करीब 58 हजार से अधिक वोटोें की लीड हासिल करते हुए एकतरफा जीत दर्ज की.
शाम 4.30 बजे तक हाथ आयी जानकारी के मुताबिक बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र हेतु 20 राउंड की मतगणना हो चुकी थी. जिसमें 1 लाख 4 हजार 199 वोट हासिल करते हुए युवा स्वाभिमान पार्टी के प्रत्याशी रवि राणा ने 58 हजार 573 वोटों की लीड प्राप्त की थी. वहीं उनकी निकटतम प्रतिद्वंदी रहने वाली निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति बंड 20 राउंड की मतगणना पश्चात 45 हजार 623 वोट हासिल कर पायी थी. इसके अलावा शिवसेना उबाठा के प्रत्याशी सुनील खराटे 5818 तथा भाजपा के बागी नेता तुषार भारतीय महज 2327 वोट ही प्राप्त कर पाये थे. जिसके चलते सुनील खराटे व तुषार भारतीय का डिपाझिट जब्त होने वाली स्थिति साफ तौर पर दिखाई दे रही थी.
ज्ञात रहे कि, वर्ष 2009 से लगातार बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे युवा स्वाभिमान पार्टी के नेता रवि राणा ने बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के शहरी व ग्रामीण इलाकों के जबर्दस्त वोट हासिल करते हुए मतगणना के प्रारंभ से ही अपनी बढत बनानी शुरु की थी और पहले राउंड में रवि राणा को मिली एक तरफा बढत का सिलसिला 20 वें राउंड तक लगातार बना रहा. जिसके चलते 20 वें राउंड में रवि राणा की लीड 58 हजार 573 वोटों की लीड हासिल कर ली थी. जिसके चलते विधायक रवि राणा की लगातार चौथी जीत सुनश्चित हो गई थी.
* कुछ नेताओं ने प्रीति बंड को बनाया ‘बलि का बकरा’
विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती व बडनेरा सहित जिले की राजनीति से राणा दम्पति को ‘आउट’ करने की नीयत रखते हुए विधायक बच्चू कडू व यशोमति ठाकुर सहित भाजपा के एक बडे नेता ने जमकर मोर्चाबंदी की थी. लेकिन इन नेताओं की तमाम रणनीतियां धरी की धरी रह गई. वहीं शिवसेना उबाठा की बागी प्रत्याशी प्रीति बंड ने चुनाव प्रचार के अंतिम 10 दिनों के दौरान चर्चाओं में जबर्दस्त रफ्तार पकडी थी और ऐसी ही चर्चाओं के झांसे में आकर प्रहार पार्टी के मुखिया बच्चू कडू ने प्रीति बंड की दावेदारी का समर्थन भी किया था. साथ ही साथ बडनेरा क्षेत्र के पूर्व विधायक धाने पाटिल भी शुरु से ही प्रीति बंड के समर्थन में खडे दिखाई दे रहे थे. लेकिन बच्चू कडू सहित धाने पाटिल भी बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में कोई करिश्मा नहीं दिखा सके. ऐसे में अब चुनावी नतीजों के स्पष्ट होते ही यह माना जा रहा है कि, कुछ राजनीतिज्ञों ने अपने राजनीतिक फायदें के साथ-साथ राणा दम्पति से अपना हिसाब-किताब पूरा करने के लिए प्रीति बंड को लगातार दूसरी बार ‘बलि का बकरा’ बनाकर चुनावी अखाडे में उतारा था.
* खराटे व भारतीय नहीं बचा पाये अपनी जमानत
सबसे बडी बात यह रही कि, ऐन समय पर प्रीति बंड की टिकट काटकर खुद के लिए टिकट हासिल करने वाले शिवसेना उबाठा के प्रत्याशी सुनील खराटे तथा 3 बार के विधायक रवि राणा से दो-दो हाथ करते हुए हिसाब-किताब बराबर करने को लेकर बडी बडी बातें करने वाले भाजपा के बागी प्रत्याशी तुषार भारतीय जैसे दोनों प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई. ऐसे में इस बार राणा के लिए जीत मुश्किल रहने और ‘टफ फाइट’ रहने की बात करने वाले लोगों पर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र के वोटों की गिनती ने मानो जोरदार तमाचा जडा है.
* राजकमल पर पुराने अंदाज में दिखी नवनीत
विशेष उल्लेखनीय है कि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे की जीत के बाद कांग्रेस नेत्री यशोमति ठाकुर ने राजकमल चौराहे पर जल्लोष मनाते समय एक तरह से नवनीत राणा पर निशाना साधा था. वहीं आज नवनीत राणा उसी राजकमल चौराहे पर पहुंंचकर अपने पुराने अंदाज में दिखी और उन्होंने कांगे्रस पर तंज कसने वाले अंदाज में कुछ भावभंगिमाये भी दिखाई.
* राणा के जरिए एनडीए को एक सीट का फायदा, एक सीट का नुकसान
ज्ञात रहे कि, विधायक रवि राणा के नेतृत्व वाली युवा स्वाभिमान पार्टी महायुति व एनडीए में घटक दल के तौर पर शामिल है और एनडीए ने भाजपा के कोटे के तहत बडनेरा की सीट युवा स्वाभिमान पार्टी हेतु छोडी थी. जहां से रवि राणा ने जीत हासिल करते हुए एनडीए को एक सीट का फायदा दिलाया है. वहीं युवा स्वाभिमान पार्टी ने दर्यापुर में महायुति प्रत्याशी के खिलाफ अपना प्रत्याशी खडा किया था. जहां पर महायुति प्रत्याशी अभिजीत अडसूल सीधे तीसरे स्थान पर चले गये. वहीं युवा स्वाभिमान प्रत्याशी रमेश बुंदिले दूसरे स्थान पर रहे और दर्यापुर सीट महाविकास आघाडी के खाते में गई. ऐसे में जहां बडनेरा सीट पर राणा की वजह से महायुति को फायदा हुआ. वहीं दर्यापुर सीट पर नुकसान का सामना करना पडा.
* लगातार चौथी जीत हासिल कर राणा ने रचा इतिहास
सबसे बडी रात यह रही कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से आज तक कोई भी प्रत्याशी लगातार 4 बजार विधायक निर्वाचित नहीं हो पाया है. ऐसे में लगातार चौथी जीत दर्ज करते हुए विधायक रवि राणा ने एक तरह से बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में इतिहास रच दिया है. खास बात यह भी है कि, लोकसभा चुनाव में विधायक राणा की पत्नी व भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से अच्छे खासे वोट और लीड हासिल हुए थे. साथ ही अब बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में भी राणा दम्पति का पूरा साथ दिया है.