अन्य

एक क्लीक पर जगह का रेडी रेकनर रेट

एमआर सैक द्बारा गट नं. निहाय जीआईएस नक्शे लिंक करना शुरू

अमरावती / दि.8-प्रदेश में पंजीयन व मुद्रांक शुल्क विभाग ने रिमोर्ट सेन्सिंग एप्लीकेशन सेंटर एमआर सैक के साथ करार किया है. इनके पास प्रदेश के गांव निहाय उपलब्ध गट नं. निहाय जीआईएस नक्शे रेडी रेकनर से लिंक किए जा रहा है. जिससे शहर और गांवों में सरकारी और निजी जगह के रेडी रेकनर रेट जीओ पोर्टल पर एक क्लीक में देखने मिलेंगे. उसी प्रकार जगह का अक्षांश और रेखांश मिलेगा. जिससे जमीन के सौदे में होनेवाली धोखाधडी टाली जा सकेगी.
पूरे प्रदेश में जगह के नक्शे रेडी रेकनर से जोडने से न केवल रेट बल्कि वह जगह कहां पर है. इसकी अचूक जानकारी मिलेगी. दिखाई गई जगह एक और दस्त पंजीयन के बाद दूसरी जगह रहने के मामले टाले जा सकेंगे. अमरावती सहित 22 मनपा रहनेवाल जिलों में रेडी रेकनर अपडेट किया जा रहा है. शेष 13 जिलों में जानकारी अपडेट करना बाकी है. पंजीयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष यह काम पूणर्ष् कर लिया जायेगा. तीन चरणों में काम किया जा रहा है. शहर, शहर से सटे प्रभाव क्षेत्र और ग्रामीण ऐसे तीन भाग है. एमआर सैक की मदद से नक्शे और रेडी रेकनर के रेट एकत्र हो जाएंगे.

* सभी जगह की मिलेगी जानकारी
एमआर सैक के पास उपलब्ध गांव और गट नं. निहाय नक्शे उपलब्ध किए जाने से रेडी रेकनर रेट अपलोड किए जा रहे है. जिससे प्रत्येक गट नं. अथवा सर्वे नं. निहाय एक क्लीक पर जमीन के रेट पता चलेेंगे. जगह का अक्षांश और रेखांश भी मिलने में सहायता होगी. प्रतिबंधित क्षेत्र सहित सभी जगह की जानकारी इस माध्यम से प्र्राप्त होने की जानकारी पंजीयन अधिकारी ने दी.

Back to top button