झूठ बोल रहे हैं शिवराय कुलकर्णी, माफी मांगें
पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने भेजी मानहानी की नोटीस
अमरावती/दि.15– हाल ही में राजापेठ स्थित भाजपा के शहर कार्यालय में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड रहे भाजपा के बागी नेता व पूर्व जगदीश गुप्ता को लेकर बेहद सनसनीखेज आरोप लगाये थे. जिसे लेकर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने खुद पर लगे सभी आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताया है. साथ ही कहा है कि, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी द्वारा किये गये इस कृत्य की वजह से उनकी पार्टी व समाज में काफी बदनामी हुई है. अत: शिवराय कुलकर्णी ने अगले तीन दिन के भीतर एक बार फिर पत्रवार्ता बुलाते हुए उनसे माफी मांगनी चाहिए. अन्यथा वे शिवराय कुलकर्णी के खिलाफ अदालत में मानहानी का मुकदमा दायर करेगी.
बता दें कि, अमरावती निर्वाचन क्षेत्र को महायुति के तहत भाजपा के कोटे में रखने और खुद को भाजपा का प्रत्याशी बनाये जाने की मांग भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता द्वारा उठाई गई थी. परंतु जब महायुति के तहत अमरावती की सीट अजीत पवार गुट वाली राकांपा के लिए छोडी गई, तो जगदीश गुप्ता ने खुद को भाजपा का अनधिकृत प्रत्याशी घोषित करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया तथा हिंदुत्व के नाम पर अपना चुनाव प्रचार करना शुरु किया. जिसके बाद विगत 9 नवंबर को राजापेठ स्थित भाजपा के शहर कार्यालय में भाजपा के स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा एक पत्रकार परिषद बुलाई गई थी. जिसकी अगुवाई करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी द्वारा कहा गया था कि, 22 साल तक भाजपा के जरिए विधानसभा व विधान परिषद में रहने वाले जगदीश गुप्ता ने वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक कई बार पार्टी विरोधी काम किये है और विगत करीब डेढ-दो दशक से जगदीश गुप्ता का भाजपा के साथ कोई संबंध भी नहीं है, बल्कि इस समय भी जगदीश गुप्ता द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी सुनील देशमुख को फायदा पहुंचाने की नियत से विधानसभा का चुनाव लडा जा रहा है. साथ ही इस पत्रवार्ता में शिवराय कुलकर्णी द्वारा साफ शब्दों में आरोप लगाया गया था कि, किसी समय भाजपा के शहर कार्यालय को अपनी संपत्ति बताते हुए उस पर जबरन कब्जा करने का प्रयास करने वाले पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव, वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव तथा वर्ष 2017 के विधान परिषद चुनाव में भाजपा व युति के प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार किया था और प्रतिस्पर्धी प्रत्याशियों के साथ मिलीभगत की थी. जिसके चलते जगदीश गुप्ता को पार्टी से निष्कासित भी किया गया था. साथ ही जगदीश गुप्ता द्वारा भाजपा के नितिन गडकरी व देवेंद्र फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेताओं को लेकर अक्सर ही अपशब्दों का प्रयोग भी किया जाता रहा.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी द्वारा पत्रवार्ता में कही गई इन बातों के सामने आते ही भाजपा नेता व पूर्व मंत्री जगदीश गुप्ता ने अपने वकील एड. एन. बी. कलंत्री के मार्फत शिवराय कुलकर्णी के नाम मानहानी की नोटीस भिजवायी है. जिसमें कहा गया है कि, शिवराय कुलकर्णी द्वारा लगाये गये झूठे व बेबुनियाद आरोपों की वजह से जगदीश गुप्ता की पार्टी और समाज में प्रतिमा मलीन हुई है. अत: शिवराय कुलकर्णी ने अपने द्वारा लगाये गये आरोपों का आगामी 3 दिनों के भीतर खंडन करना चाहिए. इसके साथ ही जगदीश गुप्ता की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया कि, वे वर्ष 1980 से भाजयुमो व भाजपा में सक्रिय है तथा उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है. इसके अलावा शहर व जिले में पार्टी को बेहद मजबूती के साथ खडा करने में उनका योगदान काफी महत्वपूर्ण रहा और उन्होंने हजारों कार्यकर्ताओं को भाजपा के साथ जोडा. साथ ही कभी भी किसी चुनाव में पार्टी विरोधी भूमिका भी नहीं अपनाई, बल्कि पार्टी अथवा युति में शामिल घटक दल के प्रत्याशी को चुनकर लाने हेतु हमेशा ही पूरा प्रयास किया. वहीं भाजपा के ही कुछ नेताओं द्वारा आपसी प्रतिस्पर्धा के चलते वरिष्ठों को गलत जानकारी दिये जाने की वजह से उन्हें भाजपा से निष्कासित किया गया था और ऐसे ही वरिष्ठ नेताओं को अपनी गलती का एहसास हुआ, तो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें पार्टी में वापिस भी लिया. इसके अलावा उन्होंने भाजपा के शहर कार्यालय पर कभी भी जबरन कब्जा करने का कोई प्रयास नहीं किया, बल्कि वह कार्यालय तो उनके ही कार्यकाल के दौरान बनाया गया था. जिसमें बैठकर आज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी सहित अन्य पदाधिकारी बेफिजूल की बातें कर रहे है. जिसे वे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.