मजीप्रा की लापरवाह कार्यप्रणाली को लेकर शिवसेना आक्रामक
ज्ञापन सौंपकर दी तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी
अमरावती/दि. 13 – महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण की लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण आम नागरिक त्रस्त हो गए है. शहर में बडी संख्या में अवैध नल कनेक्शन रहने के बावजूद मजीप्रा की अनदेखी है और आम नागरिकों को मनमाने तरीके से पानी का बिल दिया जा रहा है. इसके विरोध में आक्रामक हुई शिंदे सेना के पदाधिकारियों ने आज अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मजीप्रा के खिलाफ तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी दी है.
शुक्रवार 13 दिसंबर को शिवसेना शहर प्रमुख आशीष ठाकरे के नेतृत्व में नागरिकों ने मजीप्रा के अधिकारियों को शिकायत का ज्ञापन सौंपा. इसमें ग्राहकों को समय पर बिल न देने, रिडर द्वारा समय पर मीटर रिडिंग न लेते हुए लॉक बिल अथवा फॉल्टी मीटर दिखाकर मनमाना एव्हरेज बिल देने का आरोप किया. इससे ग्राहकों को बेवजह अधिभार भरना पडता है और मानसिक रुप से परेशान भी होना पडता है, ऐसा आरोप इस अवसर पर किया गया. समय पर बिल ग्राहकों को अदा किया गया तो ग्राहक वह बिल भरने के लिए समय पर पहुंच सकते है. लेकिन देरी से बिल मिलने पर गरीब, मध्यमवर्गीय, पेन्शनधारकों द्वारा यह बिल कैसे अदा करना, ऐसा सवाल भी खडा किया गया. इस कारण बकायदारों की संख्या बढती जाती है. नल के पानी की चोरी करनेवाले, टिल्लू मशीन लगाकर पानी भरनेवाले, खुलेआम अवैध नल कनेक्शन लेनेवालों पर किसी भी तरह की कार्रवाई होती हुई नहीं दिखाई देती. केवल आम नागरिकों को परेशान किया जाता है. शिकायतकर्ता ग्राहकों को अधिकारी नहीं मिलते. इस कारण ग्राहकों ने कहां जाना इन सभी बातों की तरफ शिंदे सेना के पदाधिकारियों ने अधिकारियों का ध्यान केंद्रीत किया. समय पर बिल न देने, मीटर रिडिंग न लेते हुए मनमाने तरीके से बिल देनेवाले ठेकेदार का ठेका रद्द कर कार्रवाई करने की मांग इस अवसर पर की गई. कोई कार्रवाई न होने पर नागरिकों के साथ तीव्र आंदोलन छेडने की चेतावनी भी अधिकारियों को दी गई. ज्ञापन सौंपनेवालों में शिवसेना शहर प्रमुख आशीष ठाकरे, डॉ. तारकेश्वर घोडेकार, सुरेश गढवाल, भास्कर फोफारे, मोहनलाल शर्मा, वामनराव वानखडे, सुभाष बांगडे, मुकुंद जोशी, विलास रघुवंशी, राजनारायण राईकवार, संजय चौधरी, आशीष पाटिल, आनंद डहाके, सुरेंद्र शेकोकार, अमोल इंगोले, मंगेश वानखडे, अक्षय उमक, अतुल परतेकी, गणेश देशमुख, संकेत गढवाल, सचिन बांगडे, शंकर पेडेकर, शुभम फोफारे, शुभम तायडे, धीरज मिश्रा, राज गिरासे, धीरज तायडे, नीलेश भोयर, सूरज गायकवाड, सूरज राईकवार, आकाश गाडे, रुपेश पांडे आदि सहित बडी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता व नागरिकों का समावेश था.