सोशल मीडिया ने घटाई प्रचार साहित्य की बिक्री
सभी राजनीतिक दलों ने किया सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल
नागपुर/दि.19– कल 20 नवंबर को होनेवाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन तक सभी राजनीतिक दलों ने सोशल मीडिया का जमकर इस्तेमाल किया. जिसकी वजह से चुनाव प्रचार में लगनेवाले साहित्य की बिक्री घटी. अब प्रचार समाप्त हो चुका है. सभी को मतदान और उसके परिणाम की प्रतिक्षा है. पिछले 15 दिनों में प्रचार के दौरान झंडे, टोपी, दुपट्टा, बिल्ले आदि की बिक्री पिछले चुनाव की तुलना में कम हुई.
नागपुर के ईतवारी और चिटनीस पार्क के पास गांधी एसोसिट्स परिसर में प्रचार साहित्य बिक्री की दुकानें लगी थी. इन दुकानों पर झंडे, दुपट्टे, बाइक झंडे, चाबी के किचन, मोबाइल स्टीकर, टोपी, लेडिज पर्स आदि प्रचार साहित्य उपलब्ध था. किंतु पिछले चुनाव की तुलना में प्रचार के दौरान सोशल मीडिया का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किए जाने पर प्रचार साहित्य की दुकानों पर प्रभाव पडा है, ऐसा दुकानदारों द्बारा कहा गया.
सोशल मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर उम्मीदवारों ने खुद का प्रचार किया. वहीं मतदाताओं ने भी अपने प्रिय उम्मीदवार के प्रचार का फोटो, वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया. अनेको ने वॉट्सअप पर स्टेटस, इस्टाग्राम पर स्टोरी रखकर प्रतिसाद दिया. पिछले कुछ चुनाव में शहर में प्रचार साहित्य का व्यापार अंदाजन 3 से 5 करोड हुआ था. किंतु इस साल आंकडा घट गया है, ऐसी जानकारी विक्रेताओं द्बारा दी गई.
* प्रचार साहित्य विक्रेताओं को आर्थिक नुकसान
जीएसटी की वजह से पहले ही प्रचार सामग्री के दाम बढे. इसके अलावा मुंबई गुजरात से प्रचार साहित्य की खरीदी करने पर यातायात का खर्च भी अधिक आया. उम्मीदवारों द्बारा सोशल मीडिया का इस्तेमाल किए जाने पर प्रचार सामग्री की बिक्री भी घटी. परिणामस्वरूप विक्रेताओं का यातायात खर्च भी नहीं निकल पाया, ऐसी जानकारी विक्रेताओं द्बारा दी गई.
‘’