सॉल्व फॉर टुमारो का तीसरा सीजन लॉन्च
अमरावती/ दि. 11– फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एण्ड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी), आईआईटी दिल्ली, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और यूनाइटेड नेशंस इन इंडिया के सहयोग से सैमसंग ने सीएसआर पहल सॉल्व फॉर टुमॉरो के तीसरे संस्करण की घोषणा कर दी है. सॉल्व फॉर टुमॉरो के साथ सैमसंग का लक्ष्य देश के युवाओं बीच अभिनव चिंतन एवं समस्या हल करने की संस्कृति को बढावा देना है. यह सीएसआर कार्यक्रम अभिनव समाधानों की शक्ति और जीवन बदलने में उनकी योग्यता को पहचान देता है. इसका मजबूत सामाजिक प्रभाव होता है. इस साल सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम ने अनूठे ट्रैक पेश किए हैं. स्कूल ट्रैक और यूथ ट्रैक. हर ट्रैक एक विशेष थीम का समर्थन करता है और अलग-अलग आयु समूहों पर लक्षित है. दोनों ट्रैक साथ- साथ चलेंगे, ताकि सभी विद्यार्थियों को समान अवसर और स्थितियां मिले. स्कूल ट्रेक 14 से 17 साल तक के विद्यार्थियों के लिए है और इसका थीम है ‘कम्युनिटी एण्ड इंक्लूजन’ यह ट्रैक 14 कम सुविधा प्राप्त समूहो के उत्थान के महत्व पर जोर देता है. यह सामाजिक नवाचारो के माध्यम से स्वास्थ्य की सुलभता बढाने और सभी के सामाजिक समावेश के लिए है और इस प्रकार ‘सॉल्विंग फॉर इंडिया’ दूसरी ओर येथू ट्रैक 18 से 22 साल तक के लोगों के लिए है. इसका थीम है एनवायरनमेंट एण्ड सस्टेनेबिलिटी यह ट्रैक कार्बन फुटप्रिंट कम करने, पर्यावरण को बचाने और स्थायित्व को बढावा देने के लिए अभिनव आइडियाज की मांग करता है और इस प्रकार यह सॉल्विंग फॉर द वर्ल्ड है. प्रोटोटाइप को विकसित करने के लिए यूथ टैक की विजेता टीम एनवॉयरमेंट चैंपियन को इनक्यूबेशन के लिए 50 लाख रूपए का अनुदान मिलेगा, स्कूल ट्रैक की विजेता टीम कम्युनिटी चैंपियन को 25 लाख रूपए का अनुदान मिलेगा.
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिरी मंत्रालय (एमईआईटीवाय) के सीनियर डायरेक्टर एवं वैज्ञानिक ‘जी’ डॉ. संदीप चटर्जी ने कहा, पर्यावरण और संवहनीय विकास भारत सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शामिल है. आर्थिक तरक्की को गति देने के लिए टेक्नोलॉजी को मानवीय क्षमताओं से मिलाने का यह एक महत्वपूर्ण मौका है. भारतीय युवाओं के पास नई-नई खोज करनेवाला दिमाग और कौशल हैं और वे पर्यावरण की बहुत फिक्र भी करते हैं. तार्किक नवाचारों से दुनिया में जमीनी स्तर की विभिन्न समस्याओं और चुनौतियो को हल किया जा सकता है. ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ जैसे कार्यक्रम युवाओं की शक्ति से भारत सरकार की सोच को साकार करने का सबूत देते हैं.