अमरावती/दि.3– माहे रमजान में महिलाओं की जिम्मेदारियां दोगुनी हो जाती है. सहरी से लेकर इफ्तार तक खान-पान की तैयारी करनी होती है. यदि रोजेदार महिला कामकाजी हो तो उसकी जिम्मेदारी तिगुनी हो जाती है. ऐसी ही तिगुनी जिम्मेदारी का निर्वाह डॉ. सीमा अबरार कर रही है. अमरावती के जाने-माने डेंटिस्ट डॉ. अबरार की सुविज्ञ पत्नी डॉ. सीमा के हर साल पूरे रोज होते है. डॉ. अबरार के अनुसार घर-परिवार की जिम्मेदारी के साथ ही डॉ. सीमा हॉस्पिटल का भी काम बडी ही प्रामाणिकता के साथ निभाती है. तडके 3 बजे सहरी की तैयारी के लिए जाग जाती है. सहरी की तैयारी के बाद प्रात: 5 बजे नमाज पढती हैं. 5.30 से 10 बजे तक आराम करती हैं. सुबह 11 बजे नागपुरी गेट स्थित अबरार हॉस्पिटल में रोगियों की सेवा के लिए हाजिर हो जाती है. जानी-मानी महिला डेंटिस्ट डॉ. सीमा अबरार 4 बजे तक अस्पताल की जिम्मेदारी संभालती है. उसके बाद इफ्तार की तैयारी के लिए घर पहुंचती है. शाम 5 बजे और शाम 6.30 बजे नमाज पढती हैं. उसके बाद परिवार को इफ्तारी कराती है. रात 9 बजे रमजान में रोजे के साथ डॉ. सीमा घर-परिवार और अपने हॉस्पिटल का फर्ज निभा रही हैं.