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महामानव का जीवन हमेशा ही प्रेरणादायी होता है

कीर्ति अर्जुन का प्रतिपादन

अमरावती/ दि. 11– महामानव का जीवन अपने लिए हमेशा ही प्रेरणादायी होता है. इसलिए अपन उनकी जयंती और स्मृति दिन प्रेरणा दिन के रूप में उत्साह से मनाते है. उनके कार्य कर्तव्य का स्मरण के रूप में ये महामानव पर्व आयोजित किया है. डॉ. बाबासाहब आंबेडकर, महात्मा ज्योतिराव फुले, भाउसाहब पंजाबराव देशमुख इस महामानव में एक समान धागा है. सभी को शिक्षा मिले इसके लिए उन्होंने परिश्रम किया इसलिए आज हम शिक्षा ले सकते है. उनकी प्रेरणा लेकर अपन जरूरतमंद को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है. इसके लिए दादासाहब गवई चैरिटेबल ट्रस्ट प्रतिज्ञाबध्द है. जरूरतमंदों को शिक्षा देकर अपन सच्चे अर्थो में इस महामानव को अभिवादन करे, ऐसा प्रतिपादन दादासाहब गवई चैरिटेबल ट्रस्ट द्बारा संचालित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर महाविद्यालय, तक्षशिक्षा महाविद्यालय अमरावती ओर तक्षशिला महाविद्यालय द्बारा संयुक्त रूप से आयोजित महामानव पर्व का उद्घाटन अवसर पर श्री दादासाहेब गवई ट्रस्ट के अध्यक्ष कीर्ति ताई राजेश अर्जुन ने किया.
भाउसाहब देशमुख की स्मृति दिन पर भाउसाहब पंचाबराव देशमुख के विचारों की आवश्यकता क्यों ? इस विषय पर साहित्यिक व्याख्याता प्रेम कुमार बोके के व्याख्यान हुए. इस व्याख्यान में उन्होंने बहुजन समाज की प्रेरणा नायको का आदर्श अपन जीवन में उतारे तथा बहुजन के प्रेरणा नायक है ये एक दूसरे के पूरक है. ऐसा प्रतिपादन उन्होंने किया.
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रा. पी आर एस राव ने भाउसाहब पंजाबराव देशमुख डॉ. बाबसाहब आंबेडकर राष्ट्रपिता ज्योतिराव फुले के जीवन के कार्यो की समीक्षा लेकर उनके कार्य आज भी अपने लिए प्रेरक है ऐसा प्रतिपादन श्री दादासाहब गवई चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रशासकीय अधिकरी प्रा. सचिन पंडित ने किया. इस अवसर पर डॉ. बाबासाहब आंबेडकर तक्षशिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. कमलाकर पायस तक्षशिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. मल्लू पडवाल, डॉ. वर्षा गावंडे, डॉ. कमलताई गवई, डॉ. रेखा पर्वतकर, डॉ. रविद्र तायडे, डॉ. आर. एम. देशमुख, डॉ. प्रवीण वानखडे, डॉ. नवल पाटील, डॉ. प्रणाली पेठे, प्रा. सुनीता श्रीखंडे, प्रा. अंजली वाट, डॉ. आनंद देशमुख, प्रा. ममता कलमकर, प्रा. नीलेश गणगणे, डॉ. रजनी गेडाम, प्रा. दिपाली पडोले प्राध्यापक ओम प्रकाश बोबडे, डॉ. शुध्दो धन कांबले, डॉ. प्रदीप अंभोरे, डॉ. एस. के. तंत्रपाले, डॉ. सुनी कुमार, डॉ. ज्ञानेश्वर भगत, प्रा. पीपी विधाते, प्रा. बोराडे, डॉ.एस. पी. सांगोले, डॉ. ज्योती गावंडे, प्रा. निरूपमा भेारे, प्रा. पाटील, प्रा. सचिन कुमरे, डॉ. रूपेश बेलसरे सहित शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे.

 

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