अहंकार व घमंड की कृप्रवृत्ति से लडने हेतु भक्ति की शक्ति बेहद जरुरी
सीएम एकनाथ शिंदे का प्रतिपादन, पहली बार हुआ अमरावती आगमन
* विशेष तौर पर शिवमहापुराण की कथा हेतु अमरावती पहुंचे सीएम शिंदे
अमरावती /दि.16– राज्य में दो साल पहले कुछ लोगों ने सत्ता के मद में चूर होकर हनुमान चालीसा का विरोध किया था. लेकिन आगे चलकर कुछ ही महिनों में ऐसे लोगों का लंका दहन हो गया तथा ऐसे लोगों की सरकार गिर गई. हमे खुशी है कि, खुद हमने ही ऐसे लोगों की सरकार गिराकर उनका तक्ता पलट किया था और राज्य में जनसामान्यों की सरकार बनाई थी. क्योंकि हमारा स्पष्ट मानना है कि, जो राम व हनुमान का नहीं, वह हमारे किसी काम का नहीं. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा किया गया.
समिपस्थ भानखेडा मार्ग स्थित हनुमान गढी में चल रहे शिवमहापुराण कथा में विशेष तौर पर उपस्थित हुए सीएम शिंदे ने इस आयोजन के लिए जिले की सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा सहित हनुमान चालीसा चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों का अभिनंदन करते हुए उनकी सराहना की. साथ ही कथा प्रवक्ता पं. प्रदीप मिश्रा को सनातन के प्रसार हेतु समर्पित व्यक्तित्व बताया. सीएम शिंदे ने कहा कि, पं. प्रदीप मिश्रा द्वारा सनातन धर्म के प्रसार सहित शिवभक्ति की गंगा प्रवाहित करने हेतु किए जा रहे प्रयास अपने आप में सराहनीय है. इसके साथ ही सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे ने अपने जीवनकाल के दौरान अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण का सपना देखा था, जो अब साकार होने जा रहा है. क्योंकि खुद को शिवसेना व बालासाहब ठाकरे का उत्तराधिकारी बताने वाले कुछ लोगों ने सत्ता के लिए बालासाहब ठाकरे के विचारों व सिद्धांतों को हाशिये पर डालने का काम किया था. लेकिन हम बालासाहब ठाकरे के असली व सच्चे शिवसैनिक है तथा हम उनके विचारों और सिद्धांतों से कभी कोई समझौता नहीं करने वाले. यहीं वजह है कि, हमने सत्ता के लिए अपने विचारों और सिद्धांतों को भूला देने वाले लोगों को सत्ता से बेदखल करने का काम किया.
इस समय सीएम शिंदे ने यह भी कहा कि, अयोध्या में रामलला का मंदिर हो, यह पूरे देश की इच्छा थी. जिसे पूरा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में मंदिर भी बनवा लिया है और उसके उद्धाटन की तारीख भी बता दी. जिसके चलते राम मंदिर निर्माण का विरोध करने वाले तमाम रामविरोधी लोग औंधे मूंह गिर गए है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र सहित समूचे देश में राम राज्य लाने का प्रयास किया जा रहा है और समाज के सभी घटकों का सर्वसमावेशक विकास किया जा रहा है, ऐसे में कहा जा सकता है कि, आज महाराष्ट्र सहित देश में जनसामान्यों की आशाओं, अपेक्षाओं व उम्मीदों को पूरी करने वाली सरकारे है, जो किसानों, मजदूरों, युवाओं व महिलाओं के हितों का ध्यान रखती है.
* हनुमान गढी की संकल्पना से अभीभूत हुए सीएम शिंदे
इस समय अपने संबोधन में सीएम शिंदे ने भानखेडा मार्ग परिसर में बनाए जा रहे हनुमान गढी की संकल्पना की प्रशंसा की और कहा कि, इस परिसर में बनाई जा रही हनुमानजी की 111 फीट उंची प्रतिमा निश्चित ही अमरावती शहर के लिहाज से अविस्मरणीय स्थल रहेगी. जिसके जरिए अमरावती शहर की ख्याति दूर-दूर तक फैलेगी.
* पहली बार अमरावती आये सीएम शिंदे
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का आज उनके जीवनकाल में पहली बार अमरावती आगमन हुआ है. साथ ही उनका यह संक्षिप्त दौरा केवल शिवमहापुराण कथा में हाजिरी दर्ज कराने हेतु था. दोपहर पश्चात नागपुर से अमरावती पहुंचे सीएम शिंदे ने शिवमहापुराण कथा में हाजिरी लगाने के बाद तुरंत वापसी हेतु नागपुर का रास्ता पकडा. जहां से उन्हें शाम के वक्त मुंबई रवाना होना था. इस समय सीएम शिंदे के साथ मंत्री संजय राठोड व शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख अरुण पडोले भी उपस्थित थे.