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पहले ही तीन दिन आड पानी, उसमें भी 8 नये गांवों का भार

चांदूर रेल्वे शहर में अतिरिक्त जलापूर्ति करने की मांग प्रलंबित

चांदूर रेल्वे/दि.22– विगत अनेक वर्षों से चांदूर रेल्वे शहर में अतिरक्त जलापूर्ति करने की मांग प्रलंबित रहते समय पहले तहसील के ही पांच और अब दूसरी तहसील के 8 गांवों को मालखेड तालाब से दैनंदीन प्रयोग के लिए पानी दिये जाने की बात सामने आयी है. जिसके चलते पहले ही तीन दिन की आड में पानी प्राप्त करने वाले चांदूर रेल्वे शहरवासियों को अब पानी के लिए पता नहीं कितने दिनों का इंतजार करना पडेगा और कहां-कहां चक्कर काटने पडेंगे. यद्यपि सर्वसामान्यों को यह बात काफी विलंब से समझमें आ रही है. लेकिन सभी जनप्रतिनिधि इससे लेकर चूपचाप क्यों बैठे हुए है. इस पर सवाल उठाने के साथ ही आश्चर्य जताया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि, कुछ वर्ष पहले अतिरिक्त जलापूर्ति योजना के तहत जलजीवन मिशन अंतर्गत मालखेड तालाब से चिरोडी, सावंगी मग्रापुर, कारला, थुगांव व पाथरगांव इन पांच गांवों के लिए प्रादेशिक जलापूर्ति योजना को तकनीकी मान्यता मिलने के बाद जलदगति से प्रशासकीय मान्यता दी गई थी. जिसके लिए चांदूर रेल्वे शहर कांगे्रस द्वारा आंदोलन भी किया गया था. परंतु इसकी कोई दखल प्रशासन द्वारा नहीं ली गई. वहीं अब अमरावती तहसील के 8 गांवों हेतु दैनंदीन प्रयोग के लिए मालखेड तालाब से 0.624 दशलक्ष घनमीटर पानी छोडे जाने की जानकारी पाठबंधारे विभाग से पता चली है. जिसके चलते चांदूर रेल्वे शहरवासियों द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि, चांदूर रेल्वे शहर पर अन्याय की परंपरा को कायम रखते हुए शहर के हक का पानी दूसरे इलाकों को दिया जा रहा है.

बता दें कि, चांदूर रेल्वे शहर को मालखेड तालाब से गुरुत्वाकर्षण के जरिए जलापूर्ति की जाती है और शहर का विस्तार होने के चलते अतिरिक्त जलापूर्ति की मांग नगर परिषद द्वारा की गई थी. परंतु इस मांग को सरकार द्वारा अमान्य कर दिया गया. वहीं अमरावती तहसील के भानखेड बुद्रुक, भानखेड खुर्द, मोगरा, कस्तुरा, अहमदपुर, पार्डी, उदखेड व अर्‍हाड इन गांवों की अतिरिक्त पानी की मांग को पूर्ण किया जा रहा है. जिसके चलते चांदूर रेल्वे शहर के लिए पानी कम पडने की आशंका बनती दिखाई दे रही है.

* चांदूर रेल्वे वासियों का गला सूखा का सूखा
चांदूर रेल्वे तहसील में खोलाड नदी पर मालखेड बांध बनाया गया है. वर्ष 2972 से अस्तित्व में रहने वाले इस बांध की उंचाई 17.05 मीटर व लंबाई 1422 मीटर है. साथ ही यह बांध चांदूर रेल्वे शहर में जलापूर्ति हेतु सबसे महत्वपूर्ण जलस्त्रोत है. परंतु इन दिनों इस बांध से 3 से 4 दिन की आड में चांदूर रेल्वे शहर को जलापूर्ति की जा रही है. जिसके चलते चांदूर रेल्वे शहर में हमेशा ही पानी को लेकर किल्लत बनी रहती है और गर्मियों वाले मौसम में तो त्राहिमामवाली स्थिति बन जाती है.

* पांच गांवों को 0.417 दलघमी पानी
मालखेड तालाब से चांदूर रेल्वे तहसील के चिरोडी, सावंगी मग्रापुर, थुगांव, कारला व पाथरगांव इन पांच गांवों को 0.417 दलघमी जलापूर्ति की जाती है.

* रबी हेतु करना पडा था आंदोलन
इस वर्ष अच्छी खासी बारिश होने के चलते मालखेड तालाब 80 फीसद ही भर पाया था. जिसके चलते रबी की फसलों हेतु पानी मिलने के लिए किसानों को आंदोलन करना पडा था. अब इसी तालाब से दूसरी तहसील के गांवों को पानी दिया जा रहा है. जिसके चलते किसानों के लिए पानी को लेकर संकट बढेगा, ऐसी चर्चा तहसील में चल रही है. साथ ही इस समस्या की ओर समय रहते ध्यान दिये जाने की मांग भी की जा रही है.

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