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इस वर्ष दिसंबर माह तक केवल 16 दिन ही विवाह के मुहूर्त

खरीदारी के लिए बाजार में चहल-पहल

अमरावती/दि. 21– चार माह की शांति के बाद शनिवार से विवाह की शहनाइयां गूंजने लगी है. इस वर्ष दिसंबर माह तक केवल 16 दिन ही हैैं विवाह के मुहूर्त. पंडितों के आकलन के अनुसार इस अवधि में लगभग 7 हजार से अधिक युगल दाम्पत्य बंधन में बंधेंगे. शहर के लगभग सभी मंगल कार्यालय, मैरेज गार्डन आदि विवाह के लिए बुक हो चुके है. इनमें शहर से दूर स्थित कुछ मैरेज गार्डन की अभी से ही दिसंबर के लिए बुकिंग शुरु है. अगहन माह की एकम को शनिवार से पुन: विवाह मुहूर्त शुरु हो चुके ैहै. गत 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर अबूझ मुहूर्त होने के कारण अनेक विवाह हुए. किंतु 16 नवंबर से विवाह के मुहूर्त प्रारंभ हो चुके है. इस दिन को मिलाकर नवंबर माह में एक और दिसंबर में 8 दिन विवाह मुहूर्त रहेंगे. कुल मुहूर्त 17 हैं, पर 16 नवंबर को मुहूर्त हो चुका है. 16 दिसंबर से खरमास प्रारंभ होगा.
अनेक समाजों में अब धीरे-धीरे प्रीवेडिंग शूट व कॉकटेल पार्टी आयोजित करने का विरोध होने लगा है तथा इस प्रकार के आयोजनों का विरोध करते हुए इन पर रोक लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके साथ ही समाज के वरिष्ठ नागरिक यह अपील भी कर रहे की वे भोज में पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक के बर्तनों का उपयोग न करें, इससे सामाजिक सुधार से व्यर्थ के खर्चों पर भी लगाम रखें.

* कम तामझाम करने की पहल
कुछ पंडितों के अनुसार कई समाज अब इस बात को महसूस कर रहा है कि दिखावे के लिए शादी करना बहुत महंगा पड रहा है. इसलिए वर और अन्य पक्ष आपसी समझौते से शादी के खर्चों में कटौती की प्लानिंग बनाकर उस पर अमल करने लगे है. कुछ खास मेहमानों को बुलाने के साथ ही प्रीवेडिंग और कीमती गिफ्ट से भी नागरिक बच रहे है. अब धीरे-धीरे नागरिकों ने सादगी से विवाह करने की योजना पर अमल शुरु कर दिया है. जिसके कारण उन पर व्यर्थ के खर्चों का बोझ ना पडे. व्यर्थ की तामझाम से बचते हुए शादी को पूरे रीति-रिवाज के साथ संपन्न कर सकें, इन विचारों पर अब धीरे-धीरे अमल शुरु हो गया है तथा इसका प्रभाव आगामी कुछ दिनों में देखने को मिलेगा.

* बाजार हुए गुलजार
विवाह शुरु होने पर बाजारों में खरीदारी का दौर शुरु हो गया है. सराफा, कपडा व अन्य दुकानों पर जमकर भीड दिखाई दे रही है. सराफा में इस बार इटालियन, फैन्सी व लाइटवेट ज्वेलरी की मांग बढ रही है.

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