गर्भ में ही मुरझा गई हजारो मासूम कलियां
राज्य के 22 जिलो में गर्भलिंग निदान व गर्भपात का प्रमाण चिंताजनक
अमरावती /दि. 3– राज्य के 22 जिलो में लिंगानुपात का प्रमाण यानि प्रति एक हजार लडको के अनुपात में लडकियों का प्रमाण चिंताजनक तरीके से घटने की स्थिति सामने आई है. इन जिलो में बडे पैमाने पर गर्भलिंग निदान होने के साथ ही कन्या भ्रूण रहनेपर गर्भपात कराए जाने की बात को सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक पत्र में दर्ज किया है. जिसके चलते इन 22 जिलो में सैंकडो मासूम कलियों को उनकी मां के गर्भ मेें ही मसल दिए जाने की आशंका जताई जा रही है. जिसकी वजह से राज्य में लिंगानुपात घटने की स्थिति सामने है. इसके चलते किसी भी गर्भवती महिला की सोनोग्राफी करते समय संबंधित महिला के पास पंजीयन यानि एएनसी कार्ड रहे बिना उसकी सोनोग्राफी न की जाए, ऐसे निर्देश राज्य के तमाम रेडियोलॉजिस्ट के नाम जारी किए गए.
* सरकार के प्रयास असफल
पीसीपीएनडीटी कानून पर सख्त अमल करने के बावजूद भी इस संदर्भ में सरकार के प्रयास काफी हद तक असफल साबित हुए है. ऐसे में प्रत्येक गर्भवती महिला के पंजीयन और 14 सप्ताह के गर्भाधान काल के बाद गर्भलिंग की जानकारी उजागर करना अनिवार्य किया जाना चाहिए. साथ ही इसके बाद गर्भ में रहनेवाले कन्याभ्रूण को लेकर पूरा फालोअप रखते हुए गर्भ में रहनेवाली बच्ची के जन्म और आगे चलकर उसे नहीं मारे जाने की ओर भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए. यह काम सरकारी अधिकारियों के लिए ज्यादा आसान है.
– डॉ. अनिरुद्ध कुलकर्णी
राष्ट्रीय प्रतिनिधि, इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग असो.
* राज्य के स्वास्थ संचालक एवं संभाग के स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय द्वारा सभी जिला शल्य चिकित्सको व जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने-अपने जिलो में स्थित सभी सोनोग्राफी केंद्रो की जांच करने के निर्देश दिए गए है. साथ ही इस संदर्भ में कार्यशालाएं आयोजित करते हुए विविध उपाययोजना पर अमल किया जा रहा है.
* लिंगानुपात के प्रमाण की स्थिति
जिला वर्ष 2019 वर्ष 2022 फर्क
सिंधुदुर्ग 961 950 11
लातूर 930 918 12
सोलापुर 923 911 12
नाशिक 910 817 13
गढचिरोली 954 940 14
अहमदनगर 893 879 14
नागपुर 942 923 19
धुलिया 903 883 20
परभणी 930 910 20
अमरावती 952 930 22
छ. संभाजीनगर 909 886 23
रायगढ 955 924 39
यवतमाल 932 893 39
धाराशिव 913 874 39
भंडारा 945 905 40
रत्नागिरी 953 911 42
गोंदिया 989 947 42
नंदुरबार 963 916 47
सांगली 906 857 49
नांदेड 956 907 49
अकोला 952 902 50
जालना 1022 854 168