आज से ट्रक चालकों ने अचानक शुरु की हडताल
निजी यात्री वाहन चालक भी शामिल हुए ‘स्टेरिंग छोडो’ आंदोलन में
* हिट एंड रन कानून को वापिस लिये जाने की मांग पर अडे चालक
* हडताल को लेकर चालक तथा ट्रान्सपोर्ट एसो. में हुई दो फाड, हडताल के घोषित व अघोषित रहने को लेकर संभ्रम
अमरावती /दि.10– केंद्र सरकार द्वारा अमल में लाये जाने हेतु तैयार किये गये हिट एंड रन प्रतिबंधात्मक कानून को अपने लिए अन्यायकारक बताते हुए जिला वाहतूक वाहन चालक कृति समिति की अगुवाई में आज सुबह से शहर सहित जिले के ट्रक चालकों ने ‘स्टेरिंग छोडो’ आंदोलन शुरु करते हुए अकस्मात हडताल करनी शुरु कर दी. जिसमें कई निजी यात्री चालक भी शामिल हुए है. वहीं यद्यपि इस हडताल से ट्रक मालिकों व ट्रान्सपोर्ट से संबंधित अन्य संगठनों ने खुद को अलग रखा है. परंतु ट्रक चालकों द्वारा शुरु की गई इस हडताल के चलते माल ढुलाई का काम आज सुबह से पूरी तरह ठप हो गया है. साथ ही अब निजी यात्री परिवहन सेवा के भी चरमराने के पूरे आसार है. वहीं आज सुबह से ट्रक चालकों ने शहर में जगह-जगह पर प्रदर्शन करते हुए माल ढुलाई व यात्री ढुलाई करने वाले वाहनों को रुकवाने का भी प्रयास किया. साथ ही बस स्थानक चौराहे पर इकठ्ठा होकर जमकर नारेबाजी करते हुए इर्विन चौराहे तक मोर्चा निकाला. जहां से जिलाधीश कार्यालय तक मोर्चा ले जाये जाने की घोषणा की गई. इसके चलते इस पूरे परिसर में पुलिस का काफी तगडा बंदोबस्त लगा दिया गया और इर्विन चौराहा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया.
बता दें कि, विगत 5 जनवरी को लातूर से वास्ता रखने वाले ओनली ड्राइवर भाउ मदद संघ सामाजिक संस्था (महाराष्ट्र राज्य) नामक संगठन द्वारा 10 जनवरी से ट्रक ड्रायवरों की राज्यव्यापी हडताल का आवाहन किया गया था. हालांकि इससे पहले हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रान्सपोर्ट व्यवसाय से संबंधित विविध घटकों द्वारा 1 जनवरी से हडताल करनी शुरु की गई थी. जिसे 3 जनवरी को केेंद्र सरकार द्वारा फिलहाल इस कानून को अमल में नहीं लाये जाने और इस कानून को लागू करने से पहले सभी घटकों के साथ विचार-विमर्श करने के संदर्भ में आश्वासन दिये जाने के बाद पीछे ले लिया गया था. लेकिन इसके बावजूद भी ट्रक चालकों के एक धडे ने इस कानून के खिलाफ आक्रामक रुप अपनाते हुए आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया. साथ ही 10 जनवरी से राज्यव्यापी हडताल पर जाने की घोषणा करने के साथ ही अमरावती में जिला वाहतूक वाहन चालक कृति समिति का गठन करते हुए विगत 3 दिनों से इर्विन चौराहे पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला व स्मारक परिसर में धरना प्रदर्शन करना जारी रखा. इस दौरान ट्रक ओनर्स व ट्रान्सपोर्ट व्यवसायियों ने पूरा समय अपने आप को इस आंदोलन से अलग रखा और अब भी ट्रक ओनर्स व ट्रान्सपोर्ट व्यवसायियों द्वारा खुद को इस हडताल में शामिल नहीं बताया जा रहा है. लेकिन चूंकि ट्रक चालक ही काम पर नहीं आये है, ऐसे में आज सुबह से ट्रान्सपोर्ट नगर में सन्नाटा पसरा हुआ है और जगह-जगह पर ट्रक खडे हुए है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात तक जितने भी ट्रक बाहरगांव से माल लोड करते हुए अमरावती आये थे. उन्हें आज सुबह तक विभिन्न गोदामों में खाली यानि अनलोड कर लिया गया. जिसके बाद ट्रक ड्रायवरों ने अपने-अपने ट्रकों की चाबियां अपने ट्रान्सपोर्टर व ट्रक ओनर को सौंपते हुए ‘स्टेरिंग छोडो’ आंदोलन करना शुरु कर दिया. लगभग यही स्थिति निजी यात्री परिवहन करने वाले कई वाहनों का भी रहा. इसके अलावा बीती रात पुणे से यात्रियों को लेकर रवाना हुई लक्झरी बसों की फेरियां जब आज सुबह वेलकम प्वॉईंट पर पहुंची, तो यात्रियों को बस से उतारने हेतु रुकी लक्झरी बस चालकों को भी जिला वाहतूक वाहन चालक कृति समिति के सदस्यों द्वारा अडाया गया और उन्हें अपनी बसों को ट्रैवल्स कार्यालय के सामने खडी करते हुए ‘स्टेरिंग छोडो’ आंदोलन में हिस्सा लेने हेतु कहा गया.
* जगह-जगह हुआ वाहनों को रुकवाने का प्रयास
‘स्टेरिंग छोडो’ आंदोलन शुरु करने के साथ ही वाहन चालकों ने आज सुबह 5 बजे के आसपास स्थानीय मध्यवर्ती बस स्थानक के सामने इकठ्ठा होना शुरु कर दिया. जिसके बाद वाहन चालकों के जत्थे वेलकम प्वॉईंट व नवसारी टी-प्वॉईंट पर पहुंचे. जहां से गुजरने वाले बस व ट्रक जैसे वाहनों को रुकाने का भी प्रयास इन वाहन चालकों द्वारा किया गया. इसके तहत शहर के अलग-अलग इलाकों से कचरा संकलित कर कंटेेनरों को कंपोस्ट डिपो पर पहुंचाने का काम करने वाले कचरा संकलन ट्रकों सहित राज्य परिवहन निगम की बसों और यात्री ढुलाई कर रहे ऑटो जैसे वाहनों को भी रुकवाने का प्रयास किया गया. साथ ही ऐसे वाहनों के चालकों को चप्पल की मालाएं पहनाने का भी प्रयास होने संबंधित जानकारियां सामने आयी है.
* ट्रक ओनर्स व ट्रान्सपोर्ट एसो. ने खुद को बताया हडताल से अलग
ट्रक ओनर्स व ट्रान्सपोर्ट एसो. सहित ट्रान्सपोर्ट गुड्स एसो. जैसे संगठनों से वास्ता रखने वाले नजीर खान (बीके), हाजी मेराज खान पठान व इमरान खान जैसे पदाधिकारियों ने इस हडताल से अपना कोई भी वास्ता नहीं रहने की बात कही. साथ ही यह भी कहा कि, उन्होंने अपनी भावनाओं से पिछली हडताल के समय ही ऑल इंडिया मोटर ट्रान्सपोर्ट कांग्रेस के जरिए सरकार को अवगत करा दिया था तथा सरकार द्वारा दिये गये आश्वासन के बाद उस हडताल को पीछे ले लिया गया था. परंतु संभवत: ट्रक चालकों को केंद्र सरकार के उस आश्वासन पर भरोसा नहीं है. यही वजह है कि, वे हिट एंड रन कानून को अपने लिए अन्यायकारक मानते हुए इस कानून को पूरी तरह से वापिस लिये जाने की मांग को लेकर हडताल कर रहे है. ऐसे में सरकार ने इन वाहन चालकों की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए. इसके साथ ही ट्रक ओनर्स व ट्रान्सपोर्ट एसो. की ओर से नजीर खान (बीके) ने यह भी स्पष्ट किया कि, चूंकि इस समय सभी ट्रक चालक कामबंद आंदोलन करते हुए हडताल पर है. अत: उनके सामने भी अपने ट्रकों को खडा रखने के अलावा अन्य कोई पर्याय नहीं है. जब ट्रक चालक अपनी हडताल खत्म कर काम पर वापिस लौटेंगे, तभी माल ढुलाई का काम दोबारा शुरु हो पाएगा.
* विविध राजनीतिक दलों व संगठनों का मिल रहा समर्थन
विशेष उल्लेखनीय है कि, जिला वाहतूक वाहन चालक कृति समिति द्वारा विगत तीन दिनों से किये जा रहे धरना प्रदर्शन सहित आज सुबह से शुरु की गई हडताल को कांग्रेस, शिवसेना उबाठा, प्रहार जनशक्ति पार्टी, रिपाई (गवई गुट), आजाद समाजवादी पार्टी, समाजवादी पार्टी ैजैसे विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ ही ऑटो संगठन के नितिन मोहोड एवं अन्य कई सामाजिक संगठनों का भी समर्थन प्राप्त हो रहा है. जिसके चलते धरना प्रदर्शन व हडताल कर रहे वाहन चालकों के हौसले इस समय काफी बुलंद दिखाई दे रहे है और वे हिट एंड रन कानून को पूरी तरह से वापिस लिये जाने तक हडताल करने की बात कह रहे है. लेकिन यदि ऐसा होता है और यह हडताल लंबी चलती है, तो सार्वजनिक परिवहन एवं माल ढुलाई को लेकर व्यवस्था चरमरा सकती है.
* ऑल इंडिया ट्रान्सपोर्ट कांग्रेस ने हडताल से किया इंकार
वहीं दूसरी ओर विगत 1 जनवरी से शुरु हुई 3 दिवसीय हडताल का नेतृत्व कर चुकी ऑल इंडिया ट्रान्सपोर्ट कांग्रेस ने फिलहाल कोई भी हडताल नहीं रहने की बात गत रोज ही स्पष्ट कर दी थी. ऐसे में आज सुबह से ट्रक चालकों द्वारा अपने स्तर पर शुरु की गई हडताल के वैध रहने अथवा नहीं रहने को लेकर अच्छा खासा संभ्रम भी देखा जा रहा है. वहीं दूसरी ओर इस हडताल के चलते उपजने वाली किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस महकमें द्वारा तमाम आवश्यक प्रबंध किये गये है. जिसके तहत जहां एक ओर प्रशासन द्वारा हडतालियों से बातचीत करने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर पुलिस महकमें द्वारा सभी संभावित स्थानों पर कडा बंदोबस्त लगाते हुए शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने हेतु तमाम आवश्यक कदम उठाये जा रहे है.
* कानून हाथ में लेने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
शहर में ट्रक व निजी वाहन चालकों द्वारा अकस्मात शुरु की गई इस हडताल के चलते उपजे हालात से निपटने हेतु पुलिस द्वारा उठाए जा रहे कदमों के संदर्भ में जानकारी के लिए संपर्क किये जाने पर शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने बताया कि, केंद्र सरकार द्वारा पहले ही यह स्पष्ट किया जा चुका है कि, ट्रान्सपोर्ट व्यवसाय से जुडे सभी घटकों के प्रतिनिधि से बातचीत होने पर इस कानून को अमल में नहीं लाया जाएगा, ऐसे में इस हडताल का कोई औचित्य नहीं बनता. साथ ही इस हडताल को लेकर कोई पूर्व सूचना भी नहीं दी गई थी. अत: कानून व व्यवस्था सहित शांति भंग करने वाले और कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी. सीपी रेड्डी ने यह भी बताया कि, आज सुबह पंचवटी चौक, व वेलकम टी-प्वॉईंट पर कुछ वाहन चालकों द्वारा अन्य वाहन चालकों से बंद में शामिल होने को लेकर जोरजबर्दस्ती किये जाने के मामले सामने आये है. पुलिस ने इन दोनों मामलों में स्वसंज्ञान लिया है तथा कानून हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ गाडगे नगर पुलिस थाने में अपराध दर्ज करने की कार्रवाई शुरु की गई है.
* सुबह से लेकर दोपहर तक शहर में रहा अफरा-तफरीवाला माहौल
आज सुबह 9 बजे से शहर के कई प्रमुख चौक-चौराहों तथा सीमावर्ती क्षेत्रों के मार्गों पर ट्रक एवं निजी वाहन चालकों के जत्थे दिखाई देने लगे थे. जिनके दौरान जबर्दस्त ढंग से सरकार विरोधी नारेबाजी की जा रही थी. ऐसे में सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे के आसपास तक शहर में हर ओर अफरा-तफरी वाला माहौल दिखाई दिया. इस दौरान हडताल कर रहे कई ट्रक चालकों ने शहर के राजकमल चौक व जयस्तंभ चौक परिसर से चलने वाले ऑटो चालकों को भी रुकवाने का प्रयास किया. शहर की सडकों पर नारेबाजी करते हुए घुम रहे ट्रक चालकों के जत्थों की वजह से भी काफी हद तक हडकंपवाली स्थिति बनी.
* किसके आवाहन पर शुरु हुई शहर में हडताल?
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक अमरावती शहर में स्टेरिंग छोडो आंदोलन का नेतृत्व भीम ब्रिगेड के राजेश वानखडे, प्रहार वाहतुक के अमित वानखडे, विशाल सुरोसे, मंगेश कविटकर व सागर बुरघाटे, शिवसेना उबाठा के नंदकिशोर काले, संघर्ष वाहन संगठन के मनोज घारोडकर, प्रशांत दंडाले व दीपक वानखडे, भगवे वादल के अतुल खोंड, भीम आर्मी के रितेश तेलमोरे, पंचवटी वाहतुक के अण्णा जठाले, ट्रक एसो. के मो. अफसर, शकील भाई, जीवा कालबांडे, राज ठाकरे, राजकुमार सगने, इमरान खान, नजीर खान, मो. सलीम, मुमताज फौजी आदि द्वारा किया जा रहा है.
* दो स्थानों पर रापनि बस चालक व कचरा संकलन गाडी के चालक को पहनाया गया चप्पलों का हार
हडताल कर रहे ट्रक एवं निजी वाहन चालकों ने आज सुबह नवसारी रिंग रोड पर एक एसटी बस चालक तथा पंचवटी चौक पर मनपा के कचरा संकलन करने वाले ट्रक के चालक को बीच रास्ते में रुकवाते हुए उन्हें चप्पलों का हार पहनाया. जिससे संबंधित फोटो व वीडियो भी सामने आये है. इन्हीं दो घटनाओं को अमरावती शहर पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है तथा संबंधितों के खिलाफ अपराध दर्ज करने की कार्रवाई शुरु करते हुए आंदोलन व धरना प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों से अपनी हडताल शांतिपूर्ण तरीके से करने का आवाहन भी किया है.
* हडताल लंबी चलने पर हो सकती है मुश्किलें
ट्रक एवं निजी वाहन चालकों द्वारा हिट एंड रन कानून को पूरी तरह से वापिस लिये जाने तक अपनी हडताल जारी रखने का ऐलान किया गया है. वहीं ट्रक चालकों की इस हडताल के चलते माल ढुलाई का काम पूरी तरह से ठप्प हो गया है. पिछली बार ट्रान्सपोर्ट व्यवसायियों द्वारा शुरु की गई हडताल महज तीन दिन चली थी, तो पेट्रोल व डिझल जैसे इंधनों सहित अन्य जीवनावश्यक वस्तूओं की आपूर्ति का समीकरण बुरी तरह से गडबडा गया था और पेट्रोल पंपों पर इंधन भरवाने हेतु लोगों की लंबी-लंबी कतारे भी दिखाई देने लगी थी. वहीं अब ट्रक चालकों द्वारा अनिश्चितकालीन हडताल करनी शुरु कर दी गई है. जिसके लंबा खिंचने के अभी से आसार दिखाई दे रहे है, यदि ऐसा होता है, तो जीवनावश्यक वस्तुओं व इंधन सहित अन्य सभी वस्तूओं की आपूर्ति का काम एक बार फिर गडबडाएगा. साथ ही कई वस्तूओं की किल्लत भी पैदा हो सकती है.
* स्कूल वैन व बस भी रहे बंद
इस हडताल में शालेय विद्यार्थियों को लाने-ले जाने का काम करने वाले निजी स्कूल वैन व बस के चालकों सहित स्कूलों द्वारा चलाये जाने वाले शालेय वाहनों के चालक भी शामिल हुए. जिसके चलते आज सुबह कई शालाओं में विद्यार्थी पहुंच ही नहीं पाये. ऐसे में कल से शालेय विद्यार्थियों की आवाजाही को सुचारु रखने हेतु कुछ अलग पर्याय करने पर स्कूल प्रबंधनों के साथ ही अभिभावकों द्वारा विचार किया जा रहा है.
* 13 हजार बडे व 7 हजार छोटे वाहनों के पहिये थमे
इस हडताल के चलते आज शहर सहित जिले में माल ढुलाई करने वाले 13 हजार बडे व 7 हजार छोटे वाहनों के पहिये थमे रहे. इसके अलावा निजी यात्री परिवहन का काम करने वाले टेम्पो ट्रैक्स, क्रूझर व मारोती वैन जैसे सैकडों वाहन भी आज सडकों पर नहीं उतरे.
* बडनेरा में कुछ ऑटो चालकों ने भी लिया बंद में हिस्सा
उधर बडनेरा में वाहन चालक कृति समिति के आवाहन पर कुछ ऑटो चालकों ने भी इस हडताल में हिस्सा लिया तथा बडनेरा से अमरावती तक ऑटो की आवाजाही को रुकवाने का प्रयास किया गया. जिसके तहत बडनेरा रेल्वे स्टेशन व जय हिंद चौक पर कुछ देर के लिए हंगामें व हडकंप वाली स्थिति बनी.
* इतवारा में भी कुछ ड्राइवरों को चप्पल का हार पहनाने का प्रयास
– हडताल के समर्थन में इतवारा बाजार की कई दुकानें रही बंद
आज दोपहर बाद स्थानीय इतवारा बाजार परिसर में सडक से अपने माल वाहक वाहन लेकर जा रहे वाहन चालकों को कृति समिति के हडताली सदस्यों ने रुकवाकर उन्हें भी चप्पलों का हार पहनाने का प्रयास किया. जिसके चलते स्थिति काफी हद तक तनावपूर्ण भी बनी. वहीं ट्रक चालकों द्वारा की जा रही हडताल के समर्थन में इतवारा बाजार परिसर के कई व्यापारिक प्रतिष्ठान आज दिन भर बंद भी रहे.
* फ्रेजरपुरा में पुलिस को करना पडा हल्का बल प्रयोग
आज सुबह 9.30 बजे के आसपास फ्रेजरपुरा में वाहन चालक कृति समिति के कुछ सदस्यों ने कई छोटे-बडे वाहन चालकों को रोकने और वापिस लौटाने का प्रयास किया. जिसके चलते वहां पर तनातनी वाली स्थिति बन गई. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हल्का बल प्रयोग किया और हडतालियों की भीड को तितर-बितर किया. विदर्भ सहित समूचे राज्य में शुरु हुई ट्रक चालकों की हडताल
* कई स्थानों पर लगा चक्काजाम, जगह-जगह पर हो रहे उग्र प्रदर्शन
अमरावती शहर व जिले सहित आज सुबह से विदर्भ एवं राज्य के अन्य कई हिस्सों में भी ट्रक चालकों की अनिश्चितकालीन हडताल शुरु हो गई. जिसके तहत हिट एंड रन कानून को वापिस लिये जाने की मांग को लेकर हडताल पर जाने के साथ ही ट्रक चालकों के साथ-साथ अन्य निजी वाहन चालकों ने जगह-जगह पर उग्र प्रदर्शन करने शुरु कर दिया है. साथ ही कई स्थानों पर हडताली वाहन चालकों ने चक्का जाम आंदोलन भी शुरु किया है. ऐसे में कई महामार्गों पर ट्रैफिक जाम होकर वाहनों की काफी लंबी-लंबी कतारे लग गई है. इसके अलावा कई शहरों में भी इस हडताल व आंदोलन की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त होता दिखाई दे रहा है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक विदर्भ क्षेत्र में 15 हजार से अधिक ट्रकों का परिचालन इस हडताल की वजह से रुक गया है तथा ट्रक चालकों के हडताल पर चले जाने की वजह से माल ढुलाई का काम ठप पड गया है. साथ ही नागपुर-तुलजापुर राष्ट्रीय महामार्ग पर यवतमाल जिलांतर्गत चक्का जाम आंदोलन करना शुरु किया गया. जिसके चलते नागपुर से यवतमाल की ओर आने-जाने रास्ते की ओर आवाजाही बुरी तरह से प्रभावित हुई है. उधर मुंबई अहमदाबाद राष्ट्रीय महामार्ग पर सगनाई नाके के पास ट्रक चालकों द्वारा आंदोलन किये जाने के चलते पूरे महामार्ग पर जबर्दस्त ट्रैफिक जाम लग गया है. इस आंदोलन में पहली बार रिक्षा चालकों ने भी सहभाग लिया है. वहीं पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचते ही आंदोलनकारी भाग निकले.