अमरावती में त्रिकोणी तथा वर्धा और यवतमाल में सीधी टक्कर
मतो का विभाजन निर्णायक, प्रहार भी मैदान में
* जातीय समीकरण पर दिया जा रहा जोर
अमरावती/दि.09– आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण के मतदान को लेकर अमरावती, वर्धा और यवतमाल निर्वाचन क्षेत्र का चित्र सोमवार को स्पष्ट हुआ है. अमरावती में त्रिकोणी मुकाबला होनेवाला है. जबकि वर्धा और यवतमाल में सीधी टक्कर होने की संभावना है. रिपब्लिकन सेना, वंचित बहुजन आघाडी और बसपा के उम्मीदवारों के कारण भी यह चुनाव रोमांचक हो सकते है. अमरावती में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला रहा तो भी बच्चू कडू द्वारा प्रहार का उम्मीदवार मैदान में उतारने से यहां त्रिकोणी मुकाबले के संकेत है. वर्धा निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) तथा यवतमाल-वाशिम में दोनों सेना में सीधा मुकाबला होनेवाला है.
* अमरावती में होगी कडी टक्कर
भाजपा पहली बार कमल चिन्ह पर अमरावती संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड रही है. स्थानीय नेताओ के विरोध को नजरअंदाज कर भाजपा ने सांसद नवनीत राणा को उम्मीदवारी दी है. कांग्रेस ने भी 28 साल बाद अपना उम्मीदवार मैदान में उतारा है. इस कारण इन दोनों राष्ट्रीय दलो के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का रहनेवाला है. दूसरी तरफ राणा की उम्मीदवारी का विरोध करते हुए विधायक बच्चू कडू ने प्रहार की तरफ से दिनेश बूब को उम्मीदवारी दी. शिवसेना उबाठा को छोडकर दिनेश बूब ने प्रहार का दामन थामा. रिपब्लिकन सेना के अध्यक्ष आनंदराज आंबेडकर यह वंचित बहुजन आघाडी के समर्थन पर भाग्य आजमा रहे है. उसकी उम्मीदवारी के कारण मत विभाजन न होने के लिए भाजपा और कांग्रेस सतर्क रही तो भी बच्चू कडू की चुनौति दोनों के सामने है.
* यवतमाल-वाशिम में दो सेना में सीधी टक्कर
यवतमाल-वाशिम लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 17 उम्मीदवार मैदान में है. महाविकास आघाडी की तरफ से उद्धव सेना से संजय देशमुख और महायुती की तरफ से शिंदे सेना की उम्मीदवार राजश्री पाटिल के बीच सीधा मुकाबला रहनेवाला है. वंचित बहुजन आघाडी के उम्मीदवार का नामांकन रद्द होने से महाविकास आघाडी को बडी राहत मिली है. अब बसपा के हरिसिंग राठोड, समनक जनता पार्टी के अनिल जयराम राठोड, सन्मान राजनीतिक दल के धरम दिलीपसिंग ठाकुर, हिंदू राष्ट्र संघ के अमोल कोमावार, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के उत्तम ओंकार इंगोले सहित 10 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में है.
* वर्धा में आमने-सामने
महायुती और महाविकास आघाडी के उम्मीदवारो के बीच वर्धा संसदीय क्षेत्र में सीधा मुकाबला होनेवाला है. वंचित बहुजन आघाडी और बसपा के उम्मीदवार कितने वोट लेते है, इस पर भी सभी का ध्यान केंद्रीत रहनेवाला है. महाविकास आघाडी की तरफ से एनसीपी (शरद पवार गुट) ने अमर काले और महायुती की तरफ से भाजपा के रामदास तडस मुख्य उम्मीदवार है. इसके अलावा बसपा के डॉ. मोहन राईकवार और वंचित बहुजन आघाडी के प्रा. राजेंद्र सालुंखे भी मैदान में है. वर्धा, देवली, आर्वी, हिंगणघाट और अमरावती जिले के मोर्शी और धामणगांव रेलवे विधानसभा क्षेत्र का समावेश रहे वर्धा संसदीय क्षेत्र में प्रमुख रुप से कुणबी और तेली समाज बंधुओं का वर्चस्व है.
* पूजा पंकज तडस भी मैदान में
भाजपा उम्मीदवार रामदास तडस के खिलाफ उनकी बहू वर्धा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में है. इस कारण राजनीतिक क्षेत्र में खलबली मच गई है. रामदास तडस की बहू का नाम पूजा पंकज तडस है. वह रामदास तडस के बेटे पंकज की पत्नी है. लेकिन वर्तमान में पंकज और पूजा के बीच का विवाद न्यायालय में पहुंचा है. प्रकरण न्यायप्रविष्ठ है.