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महाराष्ट्र में 30 साल बाद हुई रिकॉर्ड वोटिंग के क्या हैं मायने

महायुति या मविआ में किसको मिलेगा फायदा?

मुंबई/दि.21 –  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर 20 नवंबर 2024 को एक ही चरण में 288 सीटों पर मतदान हुआ था. इसके बाद अब सभी को 23 नवंबर को मतगणना का इंतजार है. राज्य के वोटिंग पैटर्न को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे हैं, क्योंकि महाराष्ट्र की वोटिंग ने इस बार चौंकाया है. इसकी वजह यह है कि राज्य में 30 साल बाद विधानसभा चुनाव में बंपर वोटिंग देखने को मिली है. महाराष्ट्र में वोटिंग के बाद चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों में 65.1 प्रतिशत मतदान हुआ है. यह 1995 के विधानसभा चुनाव के बाद सबसे ज्यादा वोटिंग है. 1995 में 71.69 प्रतिशत वोट पड़े थे. वोटिंग का यह आंकड़ा इस साल हुए लोकसभा चुनावों के महाराष्ट्र 61.39 प्रतिशत रहा था. वहीं 2019 विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 61.4 प्रतिशत था.

* महायुति और मविआ ने चलाया था आक्रामक चुनावी कैंपेन
महाराष्ट्र में वोटिंग में हुए इस बड़े इजाफे को क्रेडिट महायुति और महाविकास अघाड़ी गठबंधन द्वारा चलाए गए आक्रामक कैंपेन को दिया जा सकता है. लोकसभा चुनावों के दौरान महायुति में शामिल तीन दलों यानी बीजेपी-शिवसेना और छउझ, ने 42.71 प्रतिशत वोट हासिल किए थे, जबकि महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी एसपी को 43.91 प्रतिशत वोट मिले थे. माना यह जा रहा है कि मतदान में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि चुनाव नतीजों को प्रभावित कर सकती हैं. राज्य में 2019 में 8.85 करोड़ वोटर थे, उनमें 9.5 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई थी और यह संख्या 9.69 करोड़ हो गई है. इसलिए बढ़े हुए वोट बेस पर ज्यादा मतदान शनिवार को आने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजों का एक अहम कारक हो सकता है.

* देवेंद्र फडणवीस कर रहे महायुति की जीत के दावे
इस मुद्दे को लेकर बीजेपी के नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का दावा है कि वोटिंग बढ़ने का सीधा फायदा महायुति सरकार को मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि जब भी मतदान में बढ़ोतरी होती है, तो बीजेपी को राजनीतिक रूप से लाभ होता है. यह स्पष्ट है कि पिछले चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है. इससे बीजेपी और महायुति दोनों को मदद मिलेगी.

* नाना पटोले बोले- जनता ने बदलाव के लिए डाला है वोट
दूसरी ओर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि मविआ की चुनाव में जीत होने वाली है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में लोगों में काफी उत्साह है और महाराष्ट्र के स्वाभिमानी नागरिक ऐसी सरकार चुनेंगे, जो राज्य के कल्याण को प्राथमिकता दे. जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी और राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार का बनना तय है.

* ग्रामीण इलाकों में हुई सबसे ज्यादा वोटिंग
चुनाव आयोग द्वारा जारी आखिरी आंकड़े के मुताबिक शहरी मतदाताओं की तुलना में ग्रामीण मतदाता अधिक संख्या में घरों से बाहर निकले है. जिलों में सबसे अधिक मतदान पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में दर्ज किया गया, जहां 76.25 प्रतिशत मतदान हुआ. मुंबई शहर में सबसे कम 52.07 प्रतिशत मतदान हुआ. कोल्हापुर जिले की करवीर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 84.79 फीसदी मतदान हुआ. करवीर में मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार राहुल पाटिल और दिवंगत विधायक पीएन पाटिल के बेटे शिंदे सेना के प्रत्याशी चंद्रदीप नारके के बीच है.

* सीएम और डिप्टी सीएम की सीट पर कितना पड़ा वोट
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कोपरी-पचपखड़ी सीट पर रात 11.45 बजे तक 59.85 प्रतिशत मतदान हुआ. उपमुख्यमंत्री फडणवीस की नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट पर 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ.

* अजित पवार की सीट पर हुआ 71 फीसदी मतदान
दक्षिण मुंबई के कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 44.49 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां बीजेपी के राहुल नार्वेकर का मुकाबला कांग्रेस के हीरा देवासी से है. सबसे हाई-प्रोफाइल मानी जा रही बारामती विधानसभा सीट की बात करें तो यहां मुकाबला अजीत पवार और एनसीपी(एसपी) प्रत्याशी युगेंद्र पवार से मुकाबला कर रहे हैं. यहां 71 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ, जहां पिछली बार 68.82 प्रतिशत वोट पड़ा था.

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