महिलाएं असुरक्षित, नाबालिग लडकियों पर भी खतरा
148 विवाहिताओं की पारिवारिक प्रताडना, 116 युवतियां भगाई गई
अमरावती /दि.4– सन 2023 में महिलाओं के खिलाफ घटित हुए अपराधों की आंकडेवारी को देखने पर पता चलता है कि, अमरावती शहर में महिलाएं, युवतियां व नाबालिग लडकियां काफी हद तक असुरक्षित है तथा महिलाओं व युवतियों के साथ ही नाबालिग लडकियों के लिए भी काफी खतरा है. क्योंकि नराधमों द्वारा नाबालिग लडकियों को ही अपना निशाना बनाया जा रहा है.
शहर पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थानों में गत वर्ष बलात्कार के 46, विनयभंग के 264 तथा भगा ले जाने के 116 अपराधिक मामले दर्ज किये गये है. सन 2022 की तुलना में यद्यपि बलात्कार के 9 मामले कम दर्ज हुए, लेकिन विनयभंग में 2 व भगा ले जाने में 5 मामलों की वृद्धि हुई.
* 46 महिलाओं पर जोरजबर्दस्ती
शहर पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थानों में गत वर्ष महिलाओं के साथ दुराचार के 46 मामले दर्ज किये गये. जिसमें से प्रत्येक मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी करते हुए मामलों का पर्दाफाश किया गया. वहीं वर्ष 2022 में दुराचार से संबंधित 55 एफआईआर दर्ज की गई थी और उन सभी मामलों मेें भी कानूनी कार्रवाई हुई थी.
* 148 पारिवारिक प्रताडना के मामले
सन 2023 में महिला सेल में समझौता नहीं होने के चलते पति व ससुरालियों के खिलाफ 148 महिलाओं की शिकायत पर पारिवारिक प्रताडना के मामले दर्ज किये गये. यह संख्या वर्ष 2022 में 121 थी. जिसकी तुलना में सन 2023 में 27 मामले अधिक रहे.
* 116 नाबालिगों को भगाया
नाबालिग लडके-लडकियों को भगा ले जाने को लेकर शहर पुलिस आयुक्तालय के 10 पुलिस थानों में कुल 116 मामले दर्ज किये गये, जिसमें से 103 मामलों का पर्दाफाश करने मेें शहर पुलिस को सफलता प्राप्त हुई. वहीं सन 2022 मेें 111 नाबालिग लडके-लडकियों को भगा लिया गया था. जिसमें से 110 लडके-लडकियों को पुलिस ने वापिस खोज निकाला था.
* 225 महिलाओं का विनयभंग
जनवरी से दिसंबर माह के दौरान महिलाओं के विनयभंग को लेकर कुल 264 मामले दर्ज किये गये और 255 मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. वर्ष 2022 में विनयभंग के 262 मामले दर्ज किये गये थे. जिसमें से 256 मामलों में आरोपी गिरफ्तार हुए थे.
* पोक्सो अंतर्गत अपराधों में वृद्धि
नाबालिगों के खिलाफ होने वाले अपराधों मेें गत वर्ष वृद्धि देखी गई. सन 2022 में पोक्सो कानून अंतर्गत 160 अपराध दर्ज हुए थे. वहीं इस वर्ष पोक्सो कानून के तहत 177 मामले दर्ज हुए. जिसके तहत बलात्कार व पोक्सो कानून अंतर्गत 73, विनयभंग व पोक्सो कानून अंतर्गत 94 तथा अन्य भादंवि धाराओं व पोक्सो कानून अंतर्गत 10 मामले दर्ज हुए.