* बैठक में कोई मार्ग अब तक नहीं निकला
अमरावती/दि.18– मनपा आयुक्त देवीदास पवार ने अधिकारियों व कर्मचारियों के बेमियादी कामबंद आंदोलन की तरफ अनेदेखी शुरु की है. वह कोई मार्ग निकालने तैयार नहीं है, ऐसा आरोपी कर्मचारी संगठना ने किया है. इस कारण 12 सितंबर से जारी यह हडताल सोमवार 18 सितंबर को भी शुरु है. शनिवार 16 सितंबर को सुबह 11.30 बजे मनपा आयुक्त और आंदोलनकर्ताओं के बीच बैठक हुई. लेकिन यह बैठक भी विफल रही. इस कारण आयुक्त टालमटोल नीति अपनाते हुए परेशान करते रहने का आरोप भी कर्मचारियों ने किया है.
छठवें और सातवें वेतन आयोग समेत महंगाई भत्ते का बकाया तत्काल देने, अंशदान रकम का हिसाब देेने, आश्वासित प्रगति योजना लागू करने, सेवा जेष्ठता सूची तैयार कर उसे घोषित करने समेत विविध मांगों के लिए अधिकारी और कर्मचारी कामगार संगठना व्दारा 12 सितंबर से बेमियादी कामबंद आंदोलन शुरु किया गया है. 1500 कर्मचारियों के हडताल के कारण पूरा सप्ताह कार्यालयीन कामकाज ठप रहा. मनपा आयुक्त कामबंद आंदोलन जारी रहते हुए भी कोई हल नहीं निकाल पाए है. इस कारण सोमवार को भी यह हडताल जारी रही. शुक्रवार को मनपा आयुक्त मुंबई जाने से संगठना की इस हडताल की तरफ किसी ने नहीं देखा. 16 सितंबर को आयुक्त देवीदास पवार और संगठना के महासचिव प्रल्हाद कोतलवा और अन्य हडताल कर्मियों की बैठक हुई. लेकिन इस बैठक में आयुक्त व्दारा कुछ भी लिखित रुप से देने अथवा रकम देने की निश्चित कालावधि देने से इंकार किए जाने के कारण यह चर्चा विफल साबित हुई, ऐसा प्रल्हाद कोतवाल ने कहा. आयुक्त को संगठना की तरफ से विविध पर्याय दिए गए. लेकिन इस चर्चा को मिनिट में लेने से इंकार किए जाने से बैठक से सभी कर्मचारी बाहर निकल गए, ऐसा भी कोतवाल ने कहा. अब तक कर्मचारियों के साथ चार बैठक हुई है. प्रशासन सकारात्मक है. निधि उपलब्ध होने के मुताबिक बकाया देने प्रशासन कटीबद्ध है, ऐसी जानकारी आयुक्त देवीदास पवार ने दी.
* आयुक्त नकारात्मक
हमारी बेमियादी हडताल बाबत आयुक्त की भूमिका संदेहास्पद है. वे लिखित कारण भी देने तैयार नहीं है. हमने कुछ पर्याय भी दिए, लेकिन वे नकारात्मक है. इस कारण कामबंद आंदोलन शुरु ही रहेगा.
– प्रल्हाद कोतवाल,
महासचिव, मनपा अधिकारी-कर्मचारी संगठना