अमरावती में काम करना चैलेंजिंग
नये कलेक्टर आशीष येरेकर ने कहा

* अमरावती मंडल से खास बातचीत
* सभी को साथ लेकर करना है विकास कार्य
अमरावती/दि.30 – जिले के नये जिलाधीश आशीष येरेकर ने कहा कि, अमरावती संभाग मुख्यालय रहने के साथ विस्तृत जिला है. यहां 14 तहसीलें है. धारणी-चिखलदरा जैसा मेलघाट एरिया है. डायवर्सिटी से भरपूर है. शहरी एरिया है, तो उतना ही देहाती भाग भी समाहित है. ऐसे में यहां काम करना निश्चित ही चुनौतिपूर्ण लग रहा है. आज दोपहर जिलाधीश का पद ग्रहण करने पश्चात येरेकर ने अमरावती मंडल के संपादकीय सहयोगी लक्ष्मीकांत खंडेलवाल से संक्षिप्त वार्तालाप किया. उन्होंने बताया कि, वे आईएएस अधिकारी श्रीकर परदेशी से प्रेरित होकर प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते थे. उनका स्वप्न साकार हुआ, जब आईआईटी मुंबई से डिग्री लेने के बाद उन्होंने 2018 में आईएएस क्रैक किया.
* नवोदय विद्यालय में शिक्षा
मूल रुप से नांदेड जिले के कामली ग्राम निवासी आशीष येरेकर के परिवार में माता-पिता मुकुंदराव और नंदा येरेकर तथा दो बहनें हैं. उनकी पत्नी दीपाली येरेकर और तीन वर्ष की बेटी है. येरेकर ने बताया कि, उन्होंने कक्षा 6 वीं से लेकर 10 वीं तक शिक्षा नवोदय विद्यालय से की. इसी दौरान नांदेड के जिलाधीश श्रीकर परदेशी विद्यालय के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पधारे.
* परदेशी को देख अधिकारी बनने की आस
आशीष येरेकर ने बताया कि, उन्होंने परदेशी को कलेक्टर के रुप में देखने के बाद शाला के समय ही शासकीय अधिकारी बनने की बात सोच ली थी. कुशाग्र तो वे थे ही. उन्हें कक्षा 12 वीं के बाद आईआईटी बॉम्बे में प्रवेश मिला. वहां से डिग्री प्राप्त कर उन्होंने प्रशासकीय सेवा के लिए आईएएस की परीक्षा दी और उत्तीर्ण हुए.
* पहली पोस्टिंग सांगली में
आशीष येरेकर के आईएएस बनने पश्चात उन्हें पहली जिम्मेदारी सांगली जिले में दी गई. वहां वे अधिनस्थ अधिकारी के रुप में कार्यरत थे. फिर गढचिरोली जिले में भेजा गया. यहां उनके पास एसडीएम और प्रोजेक्ट अधिकारी के रुप में दोहरा दायित्व था. जिसे बखूबी पूर्ण किया. उन्होंने बताया कि, गढचिरोली के कामकाज से प्रभावित होकर शासन ने उन्हें पदोन्नत कर अहिल्यानगर जिला परिषद का मुख्य कार्यपालन अधिकारी नियुक्त किया. वहां उन्होंने तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण किया है. अनेक शासकीय राज्य और केंद्र की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन नगर जिले में करने की बात उन्होंने बतायी. आज सबेरे वे नगर जिले से बायरोड अमरावती पधारे. आते ही उन्होंने अपनी जिम्मेदारी ग्रहण की.
* अमरावती महत्वपूर्ण जिला
युवा आईएएस अधिकारी ने बताया कि, अमरावती जिला महत्वपूर्ण है. यहां डायवर्सिटी के कारण काम करना निश्चित ही चैलेंजिंग है. शासन के कई बडे प्रोजेक्ट यहां चल रहे है. एयरपोर्ट भी ऑपरेटीव हो गया है. उसी प्रकार शीघ्र औद्योगिक विकास की बडी योजनाएं यहां आने वाली है. वे सभी को साथ लेकर कार्य करने में यकीन रखते हैं. अमरावती में भी ऐसा ही होगा. उन्होंने कहा कि, केंद्र और राज्य सरकार की अनेक योजनाओं का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाना उनके लक्ष्य है. साथ ही नये कलेक्टर ने कहा कि, वे अगले 8-10 दिनों तक अमरावती को जानने-समझने और अपना कामकाज पर ध्यान केंद्रीत करना चाहेंगे.
* पालकमंत्री के मार्गदर्शन में विकास कार्य
अमरावती के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले हैं. बीजेपी के बडे नेता है. राज्य में राजस्व महकमा संभाल रहे हैं. ऐसे में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में आशीष येरेकर ने तत्काल कहा कि, राजनेताओं से तालमेल रखकर कार्य होगा. बावनकुले के मार्गदर्शन में अमरावती की विकास परियोजनाएं क्रियान्वित और साकार करेंगे. येरेकर से बातचीत दौरान उन्हें कई राजनेताओं तथा विधायकों के भी कॉल आ रहे थे. उसी प्रकार जिलाधिकारी कार्यालय में उनके कक्ष के बाहर उनसे मिलने के लिए काफी संख्या में अधिकारी और लोग आये थे. येरेकर ने सभी से बात की. सभी के गुलदस्ते और शुभकामनाएं स्वीकार की.