अमरावती-मुंबई फ्लाईट के तकनीकी पेंच में फंसने से यात्री त्रस्त
छोटी-मोटी वजहों के चलते फ्लाईट हो रही रद्द

* सीट चार्ट के नाम पर रिटर्न भी मिल रहा कम
अमरावती/दि.2 – इस समय अमरावती-मुंबई विमान सेवा तकनीकी पेंच में फंसी नजर आ रही है. इसके चलते आम हवाई यात्री काफी त्रस्त व परेशान हो चले है. वहीं दूसरी ओर विमान सेवा व फ्लाईट के बारे में जानकारी देने के लिए एमएडीसी व अलायंस एअर में से किसी ने भी कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं किया है. जिसके चलते किसी से भी पूछताछ करने पर टालमटोल वाले जवाब मिलते है. ऐसे में तकनीकी कारणों के चलते फ्लाईट के अक्सर ही रद्द हो जाने और फिर सीट चार्ज के नाम पर अच्छी-खासी रकम की कटौती करते हुए बेहद कम रकम का रिटर्न मिलने के चलते यात्रियों में अच्छा-खासा रोष व संताप है.
उल्लेखनीय है कि, काफी गाजाबाजा करते हुए विगत अप्रैल माह के दौरान बेलोरा स्थित अमरावती विमानतल का उद्घाटन हुआ था. यहां से शुरुआती दौर में कुछ समय तक तय दिनों पर नियमित रुप से हवाई उडानों का सिलसिला चला. लेकिन इसके उपरांत अलायंस एअर ने अपना मनमाना काम करना शुरु किया और अलग-अलग तकनीकी कारण देते हुए विमान की फेरीयों को अचानक ही रद्द करना भी शुरु किया. जिसके चलते अमरावती शहर सहित जिले के नागरिकों को मुंबई आने-जाने हेतु हवाई यात्रा करने के लिहाज से काफी असुविधा होने लगी. ऐसे में अब मांग जोर पकड रही है कि, या तो अलायंस एअर की बजाए किसी अन्य कंपनी को अमरावती-मुंबई हवाई सेवा की जिम्मेदारी सौंपी जाए, या फिर अमरावती एअरपोर्ट से कमर्शियल फ्लाईट को ही बंद कर दिया जाए.
संतप्त यात्रियों के मुताबिक या तो अलायंस एअर अमरावती से विमान सेवा चलाने की इच्छुक नहीं है, या फिर अलायंस एअर को अमरावती से अपेक्षित यात्री नहीं मिल रहे है. जिसके चलते तकनीकी वजहों को आगे करते हुए अलायंस एअर द्वारा आए दिन अपने विमान फेरीयों को रद्द किया जा रहा है. परंतु इसका खामियाजा उन लोगों को भुगतना पडता है, जिन्होंने पहले से अमरावती-मुंबई फ्लाईट के लिए टिकट निकालकर रखी होती है और उन्हें फ्लाईट कैन्सल होने पर अपनी यात्रा का नियोजन रद्द करना पडता है या फिर यात्रा हेतु किसी अन्य पर्याय का प्रबंध करना पडता है. साथ ही फ्लाईट रद्द होने पर उनके द्वारा अदा की गई रकम में से सीट चार्ज के नाम पर करीब एक हजार रुपए की कटौती करते हुए बची हुई रकम वापिस लौटाई जाती है. यह सीधे-सीधे हवाई यात्रियों का आर्थिक नुकसान है.
* जब सीट पर बैठे ही नहीं, तो सीट चार्ज कैसा?
जानकारी के मुताबिक विगत 16 जून को मुंबई-अमरावती-मुंबई फ्लाईट रद्द हुई थी. जिसके लिए अमरावती मुंबई यात्रा हेतु कुछ यात्रियों ने यात्रा ऑफीसियल के जरिए 12 हजार 853 रुपए का शुल्क अदा कर टिकट खरीदी थी. परंतु तकनीकी कारणों को सामने करते हुए अलायंस एअर द्वारा खुद होकर फ्लाईट रद्द करने के बाद यात्रियों को एक हजार रुपए के सीट चार्ज की कटौती कर 11 हजार 973 रुपए वापिस लौटाए गए. ऐसे में सवाल उठाया जा रहा है कि, जब यात्री हवाई जहाज की सीट पर बैठा ही नहीं तो उससे सीट चार्ज किस बात का लिया जा रहा है.
* दिक्कतों के चलते उडाने अनियमित
अलायंस एअर लाईन्स की हवाई उडान को लेकर कोई तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है. उसकी वजह से फिलहाल फ्लाईट अनियमित है. परंतु कोई फ्लाईट रद्द नहीं हुई है, बल्कि आनेवाले दिनों में फ्लाईट की संख्या को बढाया भी जाएगा. फ्लाईट शुरु करने की तरह किसी भी फ्लाईट को रद्द करने के लिए भी डीजीसीए की अनुमति लेनी पडती है.
– अमरदीप सेहरा
व्यवस्थापक, अमरावती विमानतल.
* लगातार दो सप्ताह विमान फेरी बंद रहने की अफवाह
यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, अमरावती-मुंबई विमान सेवा लगातार दो सप्ताह बंद रहने की कथित खबर इस समय बडी तेजी से फैल रही है. जिसे पूरी तरह से गलत बताते हुए अमरावती विमानतल व्यवस्थापन द्वारा कहा गया कि, कुछ तकनीकी दिक्कतों के चलते विमान की दो फेरीयों को रद्द करना पडा, इसका यह मतलब नहीं है कि, विमान सेवा ही बंद कर दी गई. साथ ही विमानतल व्यवस्थापन ने यह भी कहा कि, हवाई उडाने व्यवस्थित हो, यात्रियों को बेहतरिन सुविधाएं मिले और फ्लाईट की संख्या में वृद्धि हो, इस हेतु तमाम आवश्यक प्रयास किए जा रहे है.





