शांति विद्या सदभावना पदयात्रा का अंबानगरी में भव्य स्वागत
शिरपुर जैन से जबलपुर 650 किमी की पैदल यात्रा

अमरावती/ दि. 24 – परम पूज्य दिगंबर जैनाचार्य संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के चरण स्पर्श से पावन भूमि एवं विद्या शिरोमणि आचार्य श्री 108 समय सागर जी महाराज एवं अनेक दिगंबर जैन आचार्य भगवंतो के आशीर्वाद पल्लवीत परम पावन अमरावती की भूमि, आज पुन: अपने गौरवान्वित कर रही थी, जब शांति विद्या सदभावना पदयात्रा जो की शिरपुर जैन (मालेगांव) से संस्कारधानी जबलपुर (मध्यप्रदेश) लगभग 650 किमी की पैदल यात्रा पार करके जबलपुर से विराजमान आचार्य श्री समयसागर जी महाराज संसंघ के चरण वंदना एवं महाराष्ट्र की ओर विहार करने आवेदन करने जा रही है, ऐसी अदभुत पदयात्रा का आज मंगलवार की सुबह लगभग 8 बजे भातकुली मार्ग से अमरावती में प्रवेश हुआ., अमरावती प्रवेश के दौरान पार्वती नगर स्थित आदिनाथ किराणा स्टोर परिवार की ओर से सभी पदयात्रियों के लिए प्रसाद स्वरूप पंचमेवा का वितरण किया गया, साथ ही आयोजक / निवेदक समिति के द्बारा नाश्ते की व्यवस्था भी की गई थी. जिसका आस्वाद सभी पदयात्रियों द्बारा लिया गया.
पश्चात इस महापद यात्रा का प्रवेश बुधवारा स्थित श्री सैतवाल दिगंबर जैन मंदिर में हुआ जहां पर विराजमान आर्यिका मां श्री 105 पुण्यश्री माताजी के दर्शन सभी पदयात्रियों ने किए एवं गुरू मां के द्बारा सभी भक्तों के भक्ति की खूब प्रशंसा एवं उपस्थित श्रध्दालुओं द्बारा अनुमोदना की गई. बा ब्र अजय भैया जी (दमोहवाले) के द्बारा सभी के परिश्रम की तारीफ करते हुए अपनी भावना व्यक्त की. पश्चात इस पदयात्रा के मार्गदर्शक आदरणीय बाल ब्रम्हचारी तात्या भैया जी के द्बारा सभा को संबोधित किया गया. तत्पश्चात श्री सैतवाल जैन मंदिर विश्वस्त कार्यकारिणी द्बारा सभी पदयात्रियों का पटका और माला अर्पण कार स्वागत किया गया. इसके बाद पदयात्रा अपने विश्राम स्थल श्री आदिनाथ दिगंबर जैन परवार, मंदिर, रतन भवन दहीसाथ स्थित षटखंडागम भवन में पहुंची. जहां सभी का विश्राम एवं भोजन हुआ. जिसके पश्चात दोपहर 2 बजे पदयात्रा अपने अगले गणतव्य श्री पद्मप्रभु दिगंबर जैन मंदिर नांदगांव पेठ के लिए रवाना हुई. साथ ही सभी भक्तों के अमरावती में भोजन सहयोग दातार में दिनेश जैन, संजय कान्हेड, धीरेंद्र जैन, उल्हास क्षीरसागर, अंकित चुंबले, प्रकाश कस्तुरे, सचिन संगई, कीर्ति देवलसी, प्रवीण आगरकर, सुदर्शन गुलालकरी, विजय चवरे, डॉ. निखिल जैन, स्नेहल प्रवीण आहाले, सागर सवालाखे, अपूर्व जैन, सुखानंद जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, सुखदा स्वप्निल देशमुख, संध्या रोकडे, दिगंबर जैन बन्नोरे समाज, चि संयम मिटकरी, मंजूषा राजेश गुलालकरी, सुधीर गांधी, गुप्तदान स्वरूप आदि सभी सहयोग प्राप्त हुआ. साथ ही इस संपूर्ण पदयात्रा के अमरावती आगमन से आगे अगले गणतव्य तक की जिम्मेदारी का बीडा राजेन्द्र बन्नोरे, सजल जैन, नीलेश कलमकर, कुशल दर्यापुरकर, सचिन जैन, संदीप फुकटे,पीयूष सिंघई, स्वप्निल सिंघई एवं वात्सल्य फाउंडेशन के सभी सदस्यों का उत्साहपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ.





