अंबामाई का हुआ प्रतीकात्मक सीमोल्लंघन
अमरावती – प्रतिवर्ष दशहरा पर्व के अवसर पर विदर्भ की कुलस्वामिनी तथा अमरावती की ग्रामदैवत मां अंबादेवी व मां एकवीरादेवी की उत्सव मूर्ति को गाजे-बाजे के साथ पालखी में विराजीत करते हुए सीमोल्लंघन के लिए ले जाया जाता है. जिसमें श्रध्दालुओं की भारी भीड उमडती है. किंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने सभी तरह के धार्मिक आयोजन, जुलुस व शोभायात्रा आदि पर प्रतिबंध लगा रखा है. ऐसे में गत रोज अंबाजी व बडी अंबाजी की उत्सव मूर्तियों को मंदिर संस्थान से बाहर निकालकर उनका प्रतिकात्मक सीमोल्लंघन कराया गया, ताकि सैकडों वर्षों से चली आ रही परंपरा को अबाधित रखा जा सके. इस अवसर पर दोनों मंदिर संस्थानों के पदाधिकारियोें ने सीमोल्लंघन परंपरा का बडे विधिविधान के साथ आरती व पूजन करते हुए निर्वहन किया. इस समय भाविक श्रध्दालुओं की अकस्मात भीडभाड न होने पाये, इस बात के मद्देनजर तमाम आवश्यक इंतजाम किये गये थे.