एसएमएस का जहरीला पानी जामठी नाले में घुसा, सैकड़ों मछलियों की मौत

विधायक राजेश वानखड़े का तत्काल निरीक्षण

अमरावती /दि.1 – रविवार 31 अगस्त को नांदगांव पेठ एमआईडीसी क्षेत्र में जल शोधन करने वाली एसएमएस कंपनी से छोड़ा गया जहरीला और रासायनिक पानी सीधे जलस्रोत में घुस गया, जिससे जामठी नाले में असंख्य मछलियाँ और जलीय जीव मर गए, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया. चूँकि आस-पास खेती होती है, इसलिए कई जानवर इसी जगह से पानी पीते हैं, इसलिए किसानों ने आशंका जताई है कि भविष्य में जानवरों की जान भी खतरे में पड़ सकती है. यह जहरीला रासायनिक पानी जामठी नाले में घुसने से सैंकडो मछलियों की मृत्यु हो गई. इस घटना की सूचना मिलते ही विधायक राजेश वानखड़े तुरंत जामठी नाले पहुँचे. उन्होंने प्रत्यक्ष निरीक्षण किया और किसानों व ग्रामीणों की पीड़ा जानी.
पता चला कि जामठी नाले से बह रहे पानी में कई मछलियाँ और जलीय जीव मर गए. इस दौरान पानी का रंग भी बदल गया था. चूंकि लाल रंग का दूषित और जहरीला पानी नाले में घुस गया था, इसलिए आशंका है कि इस जहरीले पानी से कई जानवर भी मर जाएंगे. एसएमएस कंपनी के खिलाफ ग्रामीणों ने अब तक कई शिकायतें दर्ज कराई हैं, लेकिन कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. यह पानी मानसून के दौरान नांदगांव पेठ, सावर्डी क्षेत्र के कई जलाशयों में प्रवेश कर रहा है और नागरिकों में संक्रामक रोगों का डर बना हुआ है. वर्तमान में, कई नागरिकों को पीने के पानी में जहरीला पानी मिल रहा है और यह निश्चित है कि इस जहरीले पानी के कारण भविष्य में ग्रामीणों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ेगा. इस गंभीर घटना से प्रभावित किसानों ने विधायक राजेश वानखड़े को शिकायत की और उनसे इस जहरीले और दूषित पानी के प्रवाह को रोकने का अनुरोध किया. विधायक राजेश वानखड़े ने किसानों को आश्वासन दिया कि वे तुरंत जिलाधिकारी आशीष येरेकर से किसानों की शिकायत पर चर्चा करेंगे और इस दूषित और जहरीले पानी के प्रवाह के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करेंगे. स्थानीय किसानों ने पहले भी कई बार शिकायत की थी कि इस कंपनी का रासायनिक पानी फसलों और जल संसाधनों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. हालांकि, रविवार को हुई इस घटना से किसान व नागरिकों में तीव्र असंतोष व्याप्त है. इस अवसर पर विधायक राजेश वानखड़े, प्रदीप गौरखेड़े, राजू चिराडे, विनोद पटेल, उमेश डोईफोड़े, अजय सिंह चव्हाण सहित क्षेत्र के अनेक किसान उपस्थित थे. आक्रोशित किसानों ने सीधे तौर पर चेतावनी दी है कि अगर इस दूषित और जहरीले पानी को तुरंत बंद नहीं किया गया, तो सभी ग्रामीण एसएमएस कंपनी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे और कंपनी को बंद करा देंगे.

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