पुलिस पकडने गई चोर, हाथ लगा हत्यारा, 10 दिन पुराना मर्डर उजागर
एसआरपीएफ कैम्प के पीछे से बरामद की गई युवक की सडीगली लाश

* पुणे निवासी युवक को मौत के घाट उतारकर गटर में फेका गया था शव
* चेन स्नैचिंग मामले में धरे गए नाबालिग से मिली मर्डर की जानकारी
* नाबालिग ने अपनी तीन साथिदारों के साथ मिलकर अपने ही दोस्त को उतारा मौत के घाट
* पुणे निवासी रिजवान मुलानी के तौर पर हुई मृतक की पहचान, मामला उजागर होते ही मची सनसनी
* गाडगे नगर थाने के डीबी पथक की शानदार कार्रवाई, फ्रेजरपुरा पुलिस को सौंपा गया आरोपी
अमरावती/दि.14 – शहर में आज सुबह एक बेहद अजिबोगरीब मामला घटित हुआ, जब गाडगे नगर पुलिस के डीबी पथक ने चेन स्नैचिंग मामले की जांच के दौरान एक युवक को संदेह के आधार पर पीछा करते हुए पकडा और उस युवक से की गई पूछताछ के दौरान शहर में 10 से 12 दिन पहले घटित हत्या की एक वारदात उजागर हुई. जिसके बारे में किसी को कोई जानकारी भी नहीं थी. ऐसे में इस जानकारी के सामने आते ही पुलिस का दल भी हैरत में पड गया. पश्चात पकडे गए युवक की निशानदेही पर एसआरपीएफ कैम्प परिसर में 500 क्वॉर्टर के पास टेकडी पर एक क्वॉर्टर के पीछे स्थित गटर के टांके से एक युवक का सडागला शव बरामद किया गया. मृतक की शिनाख्त पुणे निवासी रिजवान मुलानी के तौर पर हुई है. जिसे पुलिस द्वारा पकडे गए नाबालिग आरोपी ने अपने तीन अन्य साथिदारों के साथ मिलकर आपसी विवाद के चलते जान से मार दिया था. इस मामले के उजागर होते ही गाडगे नगर पुलिस के दल ने उक्त नाबालिग आरोपी को आगे की जांच व पूछताछ हेतु फ्रेजरपुरा पुलिस के हवाले किया. इस घटना के चलते दोनों पुलिस थाना क्षेत्रों सहित शहर में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गाडगे नगर पुलिस का दल सुबह 6 से 7 बजे के दौरान गाडगे नगर परिसर की पलाश लाइन के निकट हमेशा की तरह गश्त पर था. इस दौरान एक युवक पुलिस की टीम को देखते ही अचानक भागने लगा. जिसके चलते पुलिस को उस युवक के चेन स्नैचर होने का संदेह हुआ और पुलिस के दल ने उसका पीछा करते हुए उसे धर दबोचा. जिसके बाद उसके नाबालिग रहने की बात सामने आई. पश्चात पुलिस ने उसे अपने भरोसे में लेकर उसे पूछताछ करनी शुरु की. इस समय पुलिस को उम्मीद थी कि, वह नाबालिग युवक पुलिस को चोरी व सेंधमारी जैसी वारदातों के बारे में कोई जानकारी देगा. लेकिन खुद पुलिस उस समय भौंचक रह गई, जब उस नाबालिग ने पुलिस को बताया कि, उसने करीब 10 से 12 दिन पहले अपने तीन साथीदारों के साथ मिलकर पुणे से वास्ता रखनेवाले रिजवान मुलानी को आपसी विवाद के चलते शिर पर लोहे की रॉड व पाइप से वार कर मौत के घाट उतार दिया था तथा रिजवान मुलानी की लाश को एसआरपीएफ कैम्प परिसर के 500 क्वॉर्टर के पीछे स्थित टेकडी पर क्वॉर्टर के पास गटर के टाके में फेक दिया था. यह सुनते ही पुलिस के दल ने तुरंत इसकी जानकारी फ्रेजरपुरा पुलिस को दी और फ्रेजरपुरा थाने के डीबी पथक को साथ लेकर उक्त नाबालिग द्वारा बताई गई जगह पर जाकर जांच-पडताल की, तो वहां से एक युवक का बुरी तरह सडागला शव बरामद हुआ. जिसके बारे में अब तक किसी को भी कोई जानकारी नहीं थी. जिसके बाद गाडगे नगर पुलिस ने उक्त नाबालिग आरोपी को आगे की जांच-पडताल व कार्रवाई के लिए फ्रेजरपुरा पुलिस के हवाले कर दिया. ऐसे में कहा जा सकता है कि, फ्रेजरपुरा पुलिस के डीबी पथक की सजगता व तत्परता के चलते एक गुमनाम हत्याकांड उजागर हो पाया अन्यथा इस बारे में किसी को कोई जानकारी ही नहीं मिल पाती. जिसके लिए गाडगे नगर पुलिस के डीबी पथक की सराहना की जा रही है.
यह कार्रवाई शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया, पुलिस उपायुक्त गणेश शिंदे व सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश पुंडकर के मार्गदर्शन तथा गाडगे नगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अतुल वर व पुलिस निरीक्षक (क्राईम) विजया पंधरे के नेतृत्व में डीबी पथक प्रमुख भारत वानखडे, नापोका राजेश बुरेले, पोका, गुलरेज खान, महेश शर्मा, नंदकिशोर करोची व रुपेश हटकर द्वारा की गई.





