मनपा चुनाव को लेकर मुस्लिम बहुल प्रभागों में राजनीतिक सरगर्मियां तेज
क्या एमआईएम फिर मारेगी बाजी या कांग्रेस का होगा बोलबाला

* क्या एमआईएम फिर मारेगी बाजी या कांग्रेस का होगा बोलबाला
* विधायक खोड़के अथवा अलीम पटेल में से किसका चलेगा जादू
* शहर के पश्चिम क्षेत्र में सियासी मुकाबले को लेकर बन रहे नए समीकरण
अमरावती/दि.11- अमरावती महानगरपालिका के आगामी चुनाव से ठीक पहले समूचे शहर में राजनीतिक माहौल तेजी के साथ गरमाना शुरु हो गया है. जिसमें विशेष तौर पर शहर के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित मुस्लिम बहुल प्रभागों सहित जुनीबस्ती बडनेरा प्रभाग में अभी से ही राजनीतिक गहमागहमी तेज हो गई है. साथ ही साथ इन प्रभागों में राजनीतिक समिकरणों में भी बडे उलटफेर की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में शहर के मुस्लिम बहुल प्रभागों में लगातार बनते-बिगडते राजनीतिक समिकरणों की ओर पूरे शहर की निगाहें लगी हुई है.
बता दें कि, इससे पहले वर्ष 2017 में हुए अमरावती मनपा के चुनाव में सांसद असदउद्दीन ओवैसी की पार्टी मजलिसे इत्तेहादूल मुस्लिमीन यानि एमआईएम ने पहली बार रिकॉर्ड 11 सीटें जीत कर शहर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी. वहीं प्रभाग क्रमांक-15 छायानगर-गवलीपुरा से कांग्रेस का पूरा पैनल यानि चारों प्रत्याशी चुनाव जीते थे. जिसके जरिए कांग्रेस ने इस मुस्लिम बहुल प्रभाग पर अपनी मजबूत पकड दिखाई थी. परंतु इस बार राजनीतिक समीकरण पूरी तरह से बदले हुए दिखाई दे रहे है.
ज्ञात रहे कि, छायानगर प्रभाग से इससे पहले पूर्व उपमहापौर शेख जफर ने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता था. लेकिन पूर्व उपमहापौर शेख जफर अब कांग्रेस छोडकर विधायक खोडके दंपति के नेतृत्वतले अजीत पवार गुट वाली राकांपा में शामिल है और जाहीर तौर पर वे इस बार मुस्लिम बहुल प्रभागों में कांग्रेस के खिलाफ जमकर मोर्चा खोलनेवाले है, जिससेे कांग्रेस की स्थिति पश्चिम क्षेत्र में कमजोर होती दिखाई दे रही है. हालांकि, मुस्लिम बहुल प्रभागों में कांग्रेस के पास बड़े चेहरे महाराष्ट्र प्रदेश महासचिव आसिफ तवाक्कल और फिरोज शाह उर्फ भुरू हैं, जो चुनावी मैदान में नेतृत्व की भूमिका निभा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर एमआईएम इस बार हाजी इरफान खान के नेतृत्व में पूरी ताकत के साथ चुनाव में उतरने को तैयार है. इसके अलावा विगत विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन कर चुके पूर्व सैन्य अधिकारी डॉ. अलीम पटेल भी अपनी टीम के साथ मनपा चुनाव को लेकर जोरदार तैयारी में है. उल्लेखनीय है कि, डॉ. अलीम पटेल ने विगत विधानसभा चुनाव में अच्छा-खासा उलटफेर कर दिया था और वे लगभग जीत के मुहाने पर भी पहुंच चुके थे. हालांकि डॉ. अलीम पटेल को वोटों के थोडे से अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.
ऐसे में अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि, पश्चिम क्षेत्र सहित शहर के मुस्लिम बहुल प्रभागों में आखिरकार कांग्रेस, एमआईएम या अलीम पटेल के दल में से कौन बाजी मारेगा. यद्यपि अभी तक किसी भी पार्टी ने मनपा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की अधिकारिक सूची जारी नहीं की है. परंतु सक्रियता से नेताओं के चेहरे खोजे जा रहे हैं. साथ ही साथ कुछ इच्छुकों द्वारा संभावित हालात का जायजा लेते हुए निर्दलिय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरने की तैयारी भी की जा रही है.
मुस्लिम बहुल प्रभागों में दिलचस्प मुकाबला प्रभाग क्रमांक-15 छाया नगर-गवलीपुरा में देखने को मिलेगा, जहां पर पूर्व उपमहापौर शेख जफर शेख जब्बार अब कांग्रेस के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. ऐसे में यह देखना रोचक रहेगा कि शेख जफर के खिलाफ कांग्रेस किस प्रत्याशी को मैदान में उतारती है. साथ ही अब सबकी नजरें इस तरफ हैं कि पश्चिम क्षेत्र का सियासी पटल किस पार्टी के झंडे तले लहराएगा.





