पोस्ट की ‘रजिस्टर्ड’ सेवा अब ‘स्पीड’ में विलीन!
भारतीय डाक विभाग का निर्णय

* अगले माह से होगा अमल
अमरावती /दि.2 – आगामी 1 अक्तूबर से पोस्टमैन द्वारा कहा जानेवाला यह वाक्य कभी सुनाई नहीं देगा कि, आपकी रजिस्टर्ड डाक आई है. गुजरते वक्त के साथ सुसंगत सेवा देनेवाली डाक विभाग की रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा ने लंबे समय तक ग्राहकों का विश्वास संपादित किया. परंतु अब यह सेवा स्पीड पोस्ट में विलीन होने जा रही है. जिसे लेकर भारतीय डाक विभाग ने अधिकृत घोषणा भी की है. साथ ही बताया है कि, सूचना व तकनीक के मौजूदा दौर में संवाद के साधन बडी तेजी के साथ काम कर रहे है. ऐसे में डाक विभाग इस स्पर्धा में कहीं पीछे न रह जाए, इस बात के मद्देनजर यह निर्णय केंद्रीय स्तर पर लिया गया है.
जानकारी के मुताबिक रजिस्टर्ड डाक सेवा को स्पीड पोस्ट सेवा में विलिन करने से पहले डाक विभाग द्वारा सरकार के विभिन्न महकमों, सरकारी व अर्ध सरकारी आस्थापनाओं एवं न्यायालयों सहित सभी संबंधित संस्थाओं को अपनी सेवा रजिस्टर्ड पोस्ट से स्पीड पोस्ट पर हस्तांतरित करने के निर्देश जारी किए है. डाक वितरण के मामले में कुरिअर जैसी समांतर सेवा की तुलना में रजिस्टर्ड डाक सेवा का खर्च काफी अत्यल्प था. जिसकी तुलना में स्पीड पोस्ट का खर्च लगभग 20 फीसद से अधिक है. जिसके चलते नागरिक, व्यापारी, किसान एवं अन्य आस्थापनाएं विगत कई वर्षों से रजिस्टर्ड डाक सेवा के लाभार्थी थे. परंतु विगत कुछ वर्षों से आधुनिक संवाद माध्यमों के लगातार बढते प्रयोग के परिणामस्वरुप रजिस्टर्ड डाक सेवा का प्रयोग काफी हद तक घट गया है. जिसके चलते डाक विभाग ने इस सेवा को विलीन करने का निर्णय लिया है, ऐसी जानकारी अधिकारियों द्वारा दी गई है. साथ ही बताया गया है कि, वरिष्ठ स्तर से प्राप्त निर्देशों के आधार पर आगामी 1 अक्तूबर से इस निर्णय पर अमल किया जाएगा.
* रजिस्टर्ड पोस्ट से होते थे अनेकों पत्रव्यवहार
डाक विभाग की रजिस्टर्ड सेवा का भावबंध देश के करोडों ग्राहकों के साथ जुडा हुआ था. रजिस्टर्ड पोस्ट के जरिए युवाओं को मिलनेवाले नौकरी के आदेश से लेकर व्यापार व उद्योग क्षेत्र में होनेवाले व्यवहारों की रसीद, कोर्ट-कचहरी से जारी होनेवाली नोटिस तथा महत्वपूर्ण पत्रव्यवहार जैसे अनेकों व्यवहार रजिस्टर्ड पोस्ट द्वारा किए जाते थे. जिसके चलते तीन पीढियों रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा का ग्राहकों के साथ भावनात्मक संबंध रहा. वहीं अब इस सेवा के स्थान पर स्पीड पोस्ट सेवा का पर्याय डाक विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है. जिसके चलते भले ही ग्राहकों को होनेवाली असुविधा कुछ हद तक टलेगी, परंतु स्पीड पोस्ट की अधिक दरों के चलते ग्राहकों को पहले की तुलना में कुछ हद तक ज्यादा भुगतान करना पडेगा.





