राजकमल रेलवे ब्रिज गिराकर सीधी सडक बनाने का प्रस्ताव
मॉडल स्टेशन बंद नहीं होगा, सांसद डॉ. बोंडे का दावा

* राजापेठ थाने के पीछे नया स्टेशन रहेगा
* यातायात सुचारू होगा, भविष्य की सोचकर निर्णय
* रेलवे मंत्री को दिया गया है प्रस्ताव, इसी माह मीटिंग
* शहर की विधायक सुलभा खोडके समेत अनेक नेताओं ने किया है प्रखर विरोध
अमरावती/ दि. 1- राजकमल रेलवे ब्रिज पुराना और खस्ताहाल होने से उसे तोडकर वहां समतल सडक बना देने और रेलवे मॉडल स्टेशन को कायम रखते हुए 550 मीटर दूर राजापेठ थाने के ठीक पीछे अमरावती आनेवाली ट्रेनों के ठहराव के प्रस्ताव पर इसी माह देश के रेल मंत्री डॉ. अश्विनी वैष्णव के साथ मीटिंग में चर्चा हो सकती है. यह जानकारी राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल बोंडे ने दी. उन्होंने स्पष्ट किया कि रेलवे का मॉडल स्टेशन बंद नहीं होगा. उसी प्रकार भविष्य का यातायात ध्यान में रखकर विस्तृत सडकें प्रदान की जायेगी. उधर शहर की विधायक सुलभा खोडके सहित तमाम प्रतिपक्ष नेताओं बबलू शेखावत, पराग गुडधे, रेल यात्री संघ के अनिल तरडेजा सहित सभी ने नये प्रस्ताव का पुरजोर विरोध किया है. विधायक सुलभा खोडके ने स्पष्ट कहा कि किसी भी परिस्थिति में स्टेशन बंद या हटाया नहीं जायेगा. अमरावती जनभावना से वे पूर्णत: सहमत है. पुराने रेलवे ब्रिज के जर्जर हो जाने से उसके नवनिर्माण या समस्या का निराकरण विभाग स्तर पर आगे बढाया जा चुका है. नया रेलवे ब्रिज यही बनेगा. मॉडल स्टेशन जहां है. वही पर रहेगा.

एक इंच भी जमीन निजी हाथों को नहीं
सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने अमरावती मंडल से बोलते हुए स्पष्ट किया कि रेलवे अथवा सरकार की एक इंच भूमि भी निजी कंपनी अथवा निजी हाथों को नहीं दी जायेगी. रेलवे का मॉडल स्टेशन जस की तस कार्यरत रहेगा. केवल रेलवे नये प्रस्तावित स्थानक जो अभी की रेलवे ब्रिज की जगह से 550 मीटर दूर स्थित है, वहां रूकेगी. वहां भरपूर जगह होने के साथ रेलवे के 5 एन्ट्री पाइंट हो जायेंगे. नये रेलवे ब्रिज निर्माण की तुलना में लागत आधी हो जायेगी. उसी प्रकार सडक अधिक चौडी होने से भविष्य में बढनेवाले यातायात की समस्या दूर हो जायगी. काम जल्दी होगा. शासन का पैसा बचेगा. लोगों की सुविधा बढेगी. इस बारे में निश्चित रहे कि एक इंच भी भूमि निजी हाथों में नहीं जायेगी. सांंसद बोंडे ने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्बारा प्रस्ताव का समर्थन किए जाने का दावा किया. उसी प्रकार प्रस्ताव से नेहरू मैदान के टूरिस्ट हब बनने की राह खुलेगी. वहां की इमारत में विज्ञान म्यूजियम बनाए जाने का प्रस्ताव है. उसी प्रकार मल्टीलेवल पार्किंग भी होने से पार्किंग का विकराल प्रश्न हल होगा.

किसी भी हालत में नहीं हटेगा स्टेशन
शहर की विधायक सुलभा संजय खोडके ने स्पष्ट कर दिया कि मॉडल रेलवे स्टेशन कायम रहेगा. सुचारू रहेगा. हमेशा की तरह सेवा देता रहेगा. स्टेशन को राजापेठ की दिशा मेें आगे बढाए जाने का प्रस्ताव नामंजूर है. विधायक खोडके ने कहा कि अमरावती की जनता की भावना से वे सहमत है. उन्होंने यह भी कहा कि दो दिनों से उन्हें लगातार अमरावती के सामान्य लोगों के इस बारे में फोन कॉल आ रही है. लोग वस्तुस्थिति जानना चाहते हैं. विधायक सुलभा खोडके ने बताया कि रेलवे ब्रिज उसी जगह पर बनाया जायेगा. इस संबंध में रेलवे और लोकनिर्माण विभाग में बराबर कार्यवाही चल रही है. रेलवे ब्रिज नवनिर्माण का प्रस्ताव आगे बढाया जा चुका है. इस्टीमेट हो गया है. शीघ्र ही फंड आवंटित होकर कार्य प्रांरंभ होगा. सुलभा खोडके ने यह भी कहा कि नेहरू मैदान का डेवलपमेंट होना चाहिए. उसके लिए प्रयास होने चाहिए.

स्टेशन गायब करने का षडयंत्र
कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष बबलू शेखावत ने मॉडल रेलवे स्टेशन बंद किए जाने के प्रस्ताव का पुरजोर विरोध कर आरोप लगाया कि स्टेशन गायब करने का षडयंत्र रचा जा रहा है. एक बार स्टेशन बंद हो गया तो दोबारा शुरू नहीं होगा. भूमि पर नजरे गढाए मॉडल रेलवे स्टेशन बडनेरा ले जाने का दांव लग रहा है. कांग्रेस ऐसे मनसूबे पूरे नहीं होने देगी.
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शिवसेना उबाठा का कडा विरोध
शिवसेना उबाठा के जिला प्रमुख पराग गुडधे ने मॉडल रेलवे स्टेशन के गाडियों के स्टॉपेज 550 मीटर राजापेठ की ओर बढाए जाने के प्रस्ताव का जोरदार विरोध करते हुए कहा कि उक्त भूमि किसी को देने की कोशिशे हो रही है. शिवसेना ऐसे किसी भी प्रस्ताव या प्रयास का जोरदार विरोध करेगी. कतई नहीं होने देगी.

जिले के विकास का केन्द्र बिंदु
महानगर यात्री संघ के अध्यक्ष और अनेक रेल आंदोलनों में सहभागी रहे अनिल तरडेजा ने कहा कि अमरावती मॉडल स्टेशन जिले के विकास का केन्द्र बिंदु है. अमरावतीवासियों के लिए सुविधापूर्ण है. वहां सामान्य जन सुविधाए ंलगातार बढ रही है. ऐसे में रेलवे संबंधी विकास करना हो तो बडनेरा औार अकोली अर्थात नया अमरावती स्टेशन परिसर में किया जाना चाहिए. वहां भरपूर जगह उपलब्ध होने का दावा यात्री संघ के अध्यक्ष अनिल तरडेजा ने किया. मॉडल स्टेशन पर अंडर पास
राजकमल रेलवे ब्रिज तोडकर वहां सीधी सडक बना देने और मॉडल स्टेशन से भूमिगत मार्ग निकालकर राजापेठ की ओर 550 मीटर दूर रेलवे स्टापेज की सुविधा करने का प्रस्ताव देनेवाले वेदांश खंडेलवाल ने स्पष्ट किया कि इससे केवल 110 करोड में सारा कार्य हो जायेगा. भविष्य में शहर मेें बढनेवाले ट्रैफिक को भी सुचारू किया जा सकेगा. रेलवे ब्रिज की मौैजूदा 10 मीटर की जगह बढकर 22 मीटर अर्थात अधिक चौडी हो जायेगी. रेलवे स्टेशन के 5 एन्ट्री पाइंट हो जायेगे. खंडेलवाल ने दावा किया कि अंडर पास में आधुनिक एक्सलेटर का उपयोग किया जायेगा. जिससे यात्री आराम से नये स्थानक की ओर जा सकेंगे. उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने का दावा कर खंडेलवाल ने नेहरू मैदान के विकास और वहां की हैरीटेज इमारत में साइंस म्यूजियम के साथ मॉडल स्टेशन के पास मल्टीलेवल पार्किंग की सुविधा हो जायेगी. यातायात सुचारू करने की दृष्टि से यह प्रस्ताव कारगर होने का दावा वेदांश खंडेलवाल ने किया.





