पं. पणशीकर, रागेश्री दास, पुर्बायन चॅटर्जी, कुमार मरडूर देंगे प्रस्तुति

अंबादेवी संगीत समारोह 21 नवंबर से

* आयोजन का सहर्ष व सगर्व 19 वां वर्ष
अमरावती/दि.18 – श्री अंबादेवी संस्थान द्बारा लागातार 19 वें वर्ष भारतीय शास्त्रीय संगीत को समर्पित अंबादेवी संगीत सेवा समारोह आगामी 21 नवंबर से प्रारंभ होने जा रहा है. इस बार पहले सत्र में शुक्रवार 21 नवंबर की शाम पुणे के प्रसिध्द गायक प. रघुनंदन पणशीकर और दूसरे सत्र में रात 8.30 बजे कोलकाता की रागेश्री दास टप्पा, कजरी, ठुमरी, दादरा जैसी लुप्त हो चली गायन कला की प्रस्तुति देगी, ऐसी जानकारी आज दोपहर आयोजित प्रेसवार्ता में संस्थान पदाधिकारियों ने दी. सचिव रवींद्र कर्वे, कोषाध्यक्ष विलास मराठे, दीपा खांडेकर, एड. राजेंद्र पांडे, सूर्यकांत कोल्हे, अशोक खंडेलवाल, सुरेंद्र बुरंगे इस समय उपस्थित थे.
21 से 23 नवंबर दौरान संगीत सेवा समारोह रहेगा. दूसरा दिन शनिवार 22 नवंबर को शाम 6.30 बजे पहले सत्र में धारवाड के प्रसिध्द पं. कुमार मरडूर का गायन होगा. दूसरे सत्र में रात 8.30 बजे सितार वादक पं. पूर्बायन चटर्जी प्रस्तुति देंगे. उन्हें प्रसिध्द ओजस अढिया, तबला संगत करेंगे. दोनों की जुगलबंदी विशेष आकर्षण होती हैं. वह इस समारोह में भी दिखाई पडेगी.
रविवार 23 नवंबर की शाम 6.30 बजे पहले सत्र में दक्षिण की विख्यात जुडवां बहनें रंजनी और गायत्री का गायन होगा. अंतिम सत्र में रात 8.30 बजे से अंतरराष्ट्रीय ख्याती के पंडित अनिंदो चटर्जी और उनके पुत्र अनुव्रत चटर्जी का तबला सहवादन प्रस्तुत होगा. अंबादेवी कीर्तन सभागार में होने जा रहे त्रिदिवसीय निशुल्क संगीत सेवा समारोह में रसिकों से प्रतिसाद का आवाहन श्री अंबादेवी संस्थान विश्वस्त मंडल ने किया है.
आ चुके हैं यह प्रसिध्द कलाकार
शास्त्रीय संगीत के अनूठे समर्पित संगीत समारोह में इससे पूर्व कौशिकी चक्रवर्ती, महेश काले, पं. व्यंकटेश कुमार, भाग्येश मराठे, संजीव अभ्यंकर, शोभा गुर्टू, मालिनी राजुरकर, उदय भवालकर, राजन मिश्रा, साजन मिश्रा, एन राजम, उनकी पुत्री और सुपौत्री, बुधादित्य मुखर्जी, रिंपा शिवा, रामदास पलसुले, नमन घोष, इशान घोष आदि संगीत क्षेत्र के अनेक गायक व वादक कलाकारों ने अत्यंल्प मानधन में अपनी सेवा श्री अंबादेवी के चरणों में समर्पित कर अमरावती के रसिकों को चिरस्मरणीय थाती दी हैं.

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