लोकतंत्र व संविधान के बचाव मेंं निकली जन आक्रोश रैली

भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांती मोर्चा, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा का आयोजन

अमरावती /दि.16 – भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांती मोर्चा, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा, राष्ट्रिय पिछडा वर्ग मोर्चा के सयुक्त तत्वाधान में नागरिको के मताधिकार के मूलभूत अधिकार, संविधान ओैर लोकतंत्र की रक्षा तथा बहुजन समाज के मौलिक एवं संवैधानिक अधिकारो के लिए बहुजन संगठनों की उपस्थिति में भव्य राष्ट्रव्यापी चरणबद्ध आंदोलन के तहत भव्य जन आक्रेाश रैली निकाली गई. इर्विन चौक से शुरू हुई इस रैली का समापन जिलाधिकारी कार्यलय के सामने किया गया.
इस विशाल रैली में शासन से कुल 22 मांग कि गई. जिसमें देश के सभी चुनाव बैलेट पेपर पर लिए जाए, जाती पर आधारित जनगणना करे, आदिवासियो पर हो रहे अन्याय को रोके, मुस्लिम खिश्चन, बौद्ध समुदायों के अधिकार, सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा कर धार्मिक भेदभाव, हिंसा, उत्तपिडन औार मॉब लिचिंग के मामलो पर रोक लगांए. कर्मचारियो को पदन्नोती का लाभ देने आरक्षण लागू करे, सुप्रिम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई पर हमला करने वाले एड. राकेश किशोर तिवारी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करे अनिल मिश्रा नामक ब्राह्मण वकिल द्वारा महानायक के खिलाफ दिए गए बयान पर अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जांए. किसानो को स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशे लागु कर राज्य में गिला अकाल घोषित किया जाए आदि मांगो का समावेश था.
जन आक्रोश रैली इर्विन चोैक से निकल कर गर्ल्स हायस्कूल चौक होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची यहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सोैंपकर मांगो को लेकर तत्काल विचार करने का अनुरोध किया गया इन सभी मुद्दो के समर्थन के साथ संविधान तथा लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लेते हुए निकली राष्ट्रव्यापी विशाल जन आक्रोश रेैली में अर्जुन मुंगरे, संतोष गवतीकर, सिद्धर्थ टोकसे, नलीनी कटकतलवारे, छत्रपति कटकतलवारे, राजेश हिवराले सहित बहुजन समाज संगठन के कार्यकार्ता एवं पदाधिकारी का समावेश रहां.

 

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