प्रा. डॉ. मोनिका उमक की पहली पुस्तक का प्रकाशन

पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के हस्ते विमोचन

अमरावती /दि.24 – स्थानीय श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय के हिंदी विभाग में कार्यरत प्रा. डॉ. मोनिका उमक द्वारा लिखित पुस्तक ‘जनवाद और जनवादी साहित्य- अर्थ स्वरूप एवं व्याप्ती’ के विमोचन समारोह का आयोजन किया गया था. जिसमें जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के हस्ते पुस्तक का विमोचन किया गया. इस पुस्तक में जनवाद अर्थात जनतंत्र यानी लोकतंत्र (डेमोक्रेसी) और जनवादी साहित्य अर्थ स्वरूप और व्याप्ती का तत्कालीन सामाजिक, राजनेतिक व साहित्यिक गतिविधियों का विश्लेषण किया गया है. डॉ. मोनिका उमक ने यह पुस्तक अपनी सास स्व. कमलाबाई लक्ष्मणराव उमक को समर्पित की है.
डॉ. मोनिका उमक पिछले सात वर्षों से स्वयंसिध्दा उद्योजकता विकास अभियान की संयोजिका पद पर कार्यरत है. उन्होंने अनेक महिलाओं व युवकों को रोजगार तथा नए उद्योग स्थापित करने में स्वयंसिध्द के अध्यक्ष किरण पातुरकर के साथ सहयोग किया है. इस अभियान के माध्यम से 10 हजार से अधिक लोगों में उद्योग विषय को लेकर जनजागृति की है. ‘रोजगार मांगनेवाले न बनकर रोजगार देने वाले बनो’ यह संदेश उन्होंने हमेशा अभियान के मार्फत दिया है. तथा वे हरिना फाउंडेशन के माध्यम से नेत्रदान व अवयव दान के कार्य में भी सक्रिय है.
उनके इस पुस्तक विमोचन समारोह में वर्धा के पूर्व सांसद व प्रांतिक तेली समाज के महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष रामदास तडस, पूर्व पालकमंत्री जगदिश गुप्ता, कैलाश गिरोलकर, अनिता तिखिले, प्रा. डॉ. संजय तिरथकर तथा समाज के गणमान्य नागरीक उपस्थित थे. इस अवसर पर डॉ. मोनिका उमक ने पुस्तक की सामाजिक उपयोगिता बताई और उन्होंने पुस्तक की प्रकाशिक चित्रा गारोडे (अनघादित्य प्रकाशन परतवाडा), मार्गदर्शक प्रा. डॉ. संगिता जगताप, प्रा. डॉ. रविंद्र शिरसाठ, प्रा.डॉ. मनोज जोशी, डॉ. चंदन विश्वकर्मा, डॉ. नितीन कोली, डॉ. प्रफुल्ल गवई, आशीष उमक तथा माता-पिता का आभार व्यक्त किया व गुरू तथा मार्गदर्शक किरण पातुरकर का विशेष आभार व्यक्त किया.

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